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कार पर कैरियर लगवाया तो कटेगा चालान?

ज्यादातर लोग बड़ी गाड़ियों में कैरियर लगाना प्रेफर करते हैं ताकि ज्यादा सामान रखा जा सके. टैक्सी वाली गाड़ियों में इसका खूब इस्तेमाल होता है मगर निजी कारों (Rules for carrier in private cars in India) के लिए क्या नियम है.

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RTO rules for carrier in private cars in india
कार में कैरियर लगाने का क्या नियम (फोटो-Pexels)
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रितिका
11 जून 2025 (Updated: 19 जून 2025, 08:32 AM IST) कॉमेंट्स
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सोशल मीडिया कमाल जगह है. सारा ज्ञान यहां से मिल जाता है. लेकिन अब यूनिवर्सिटी बदल गई है. पहले होती थी वॉट्सऐप यूनिवर्सिटी, आजकल होता है इंस्ट्राग्राम कॉलेज. इसी कॉलेज से इन दिनों एक रील बहुत वायरल हो रही है. इस रील के मुताबिक, अगर आपकी पर्सनल गाड़ी है, तो आप उसमें कैरियर ‘नहीं’ लगा सकते हैं. अगर गाड़ी में कैरियर (Rules for carrier in private cars in India) लगा है, तो उसका परमिट होना चाहिए. अब ये देखकर हमें लगा कि इस पर बात करनी चाहिए.

सबसे पहले तो ये समझ लेते हैं कि कैरियर आखिर होता क्या है. ये कार की छत पर लगता है और सामान रखने के काम आता है. लेकिन कैरियर कार के साथ नहीं आता है. एक बार कार खरीदने के बाद लोग अपनी मर्जी से इसे मार्केट से लगवाते हैं. आमतौर पर ये हर किस्म की गाड़ियों में लगता है. लेकिन ज्यादातर लोग इसे बड़ी गाड़ियों में लगाना प्रेफर करते हैं. ताकि ज्यादा सामान गाड़ी पर रखा जा सके. अब इसके नियम पर भी बात कर लेते हैं.

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गाड़ी में कैरियर लगाएं या नहीं?

खुद की प्राइवेट कार है, लेकिन सामान रखने के लिए बूट स्पेस में स्पेस ही नहीं मिलता. तो आप कार में कैरियर लगा सकते हैं. इस बारे में मोटर व्हीकल एक्ट 1988 में भी बताया गया है. इसके मुताबिक, अगर किसी व्यक्ति को अपनी प्राइवेट कार में कैरियर लगाना है, तो इसकी कोई मनाही नहीं है.

RTO rules for carrier in private cars in india
सांकेतिक तस्वीर 

हालांकि, सभी राज्यों के अपने-अपने नियम हैं. कहीं पर इसे लगाने के लिए आपका चालान कट भी सकता है. अब इस चालान से बचना है, तो आपको RTO यानी रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस के पास जाना होगा. उनसे परमिशन लेनी होगी. अनुमति मिलने के बाद आप इस कैरियर को लगाकर कहीं भी जाइए. अगर आपकी कमर्शियल गाड़ी है, तो चिंता की बात ही नहीं है. क्योंकि कमर्शियल कारों को ये परमिशनल रजिस्ट्रेशन के साथ ही मिल जाती है.

जाते-जाते एक काम की टिप और ले लीजिए. ऐसा ही नियम पेंट के लिए भी है. आप जो कभी भी पड़ोस वाले पिंटू भईया से पूरी गाड़ी पेंट करवा लेते हैं, तो भी आपकी जेब खाली हो सकती है. क्योंकि कार की प्रमाणिकता या पहचान से अगर आप छेड़छाड़ करते हैं, तो पॉकेट का वजन हल्का होने में देर नहीं लगेगी.

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