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जस्टिन ट्रूडो के सामने लगे खालिस्तानी नारे, भारत ने कनाडाई दूतावास को क्या सुनाया?

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान उनके सामने 'खालिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए गए.

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India protests 'Khalistan' slogans at a public event attended by Canadian leaders
भारत ने कनाडा में PM ट्रूडो के कार्यक्रम में खालिस्तान समर्थन नारे लगाए जाने का विरोध किया है. ( कनाडाई PM जस्टिन ट्रूडो और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की फाइल फोटो: PTI)
29 अप्रैल 2024
Updated: 29 अप्रैल 2024 23:26 IST
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भारत ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) के एक कार्यक्रम में खालिस्तान के पक्ष में नारे लगाए जाने का विरोध किया है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर भारत में कनाडा के डिप्टी हाई कमिश्नर स्टीवर्ट व्हीलर को तलब किया. सोमवार, 29 अप्रैल को जारी किए गए एक बयान में विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी. 

भारत ने कहा- 'इससे पता चलता है कि कनाडा में…'

विदेश मंत्रालय ने कहा कि PM ट्रूडो के कार्यक्रम में खालिस्तान पर अलगाववादी नारे लगाए जाने पर भारत की ओर से गहरी चिंता और आपत्ति जताई गई है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस तरह की घटना कनाडा की राजनीति में अलगाववाद, उग्रवाद और हिंसा को दी गई जगह दर्शाती है.

ये भी पढ़ें- कनाडाई PM जस्टिन ट्रूडो के सामने लग रहे थे 'खालिस्तान जिंदाबाद' के नारे, बदले में उन्होंने कहा... 

विदेश मंत्रालय ने कहा, 

“इस (ट्रूडो के) कार्यक्रम में ऐसी गतिविधियों (खालिस्तान समर्थक नारेबाजी) को अनियंत्रित रूप से जारी रखने की अनुमति दिए जाने पर भारत सरकार की ओर से गहरी चिंता और कड़ा विरोध व्यक्त किया गया.”

बयान में आगे लिखा गया,

“ये एक बार फिर कनाडा की राजनीति में अलगाववाद, उग्रवाद और हिंसा को मिली जगह दिखाता है. ये न केवल भारत-कनाडा संबंध को प्रभावित करते हैं, बल्कि कनाडा के अपने ही नागरिकों को नुकसान पहुंचाने वाली हिंसा और आपराधिक माहौल को बढ़ाता है.”

जस्टिन ट्रूडो के कार्यक्रम में हुआ क्या था?

दरअसल, कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो 28 अप्रैल को 'सिख हेरिटेज के लगभग 8 लाख कनाडाई नागरिकों' को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा,

"कनाडा में सिख समुदाय की कहानी दरअसल कनाडा की ही कहानी है. इस देश में रह रहे सिख हेरिटेज के लगभग 8 लाख कनाडाई नागरिकों से मैं कहना चाहूंगा कि हम हमेशा आपको नफरत और भेदभाव से बचाएंगे."

जस्टिन ट्रूडो की मौजूदगी में ही खालिस्तान समर्थक नारे लगे थे, जिस पर अब भारत ने एतराज जताया है.

कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत और कनाडा के संबंधों में तल्खी आनी शुरू हुई थी. NIA ने साल 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था. पिछले साल जून में कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में एक गुरुद्वारे के बाहर निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट शामिल हो सकते हैं. भारत ने इन आरोपों को बेतुका बताते हुए खारिज कर दिया था.

वीडियो: अमित शाह ने निज्जर की हत्या पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को क्या सुना दिया?

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