डियोड्रेंट के इस्तेमाल से 'अहिंसा के मार्ग' पर हिंसक भेड़ें, पालने वालों के दावे हैरान कर देंगे
सही पकड़े हैं. वही डियोड्रेंट जिसे 'फिस-फिस' करके लड़का लोग खुशबूदार बन कर घूमते हैं, ये सोच कर कि विज्ञापन की तरह असल जिंदगी में भी लड़कियां खुशबू से उनकी तरफ खिंची चली आएंगी. अमेरिका में इस स्प्रे का नाम Axe Body Spray है, तो कई दूसरे देशों में इसे Lynx कहा जाता है.
भेड़ चाल के बारे में तो सुना ही होगा. कहते हैं कि एक भेड़ अगर गड्ढे में जाकर गिर गई, तो बाकी सारी भेड़ें उसके पीछे-पीछे जाकर उसी गड्ढे में गिर जाएंगी. एक के पीछे चलते चले जाने के इस स्वभाव की वजह से कहावत बनी ‘भेड़ चाल’. लेकिन भेड़ें अपनी आक्रामकता के लिए भी जानी जाती हैं, खास तौर पर नर भेड़ें. एक बार भिड़ जाएं तो छुड़ाना नामुमकिन हो जाता है. भेड़ पालने वाले कुछ भी कर लें वे पीछे हटने का नाम नहीं लेते. अब उन्हें शांत करने का एक आइडिया चर्चा का विषय बना हुआ है. दावा है कि ‘Lynx Body Spray’ से भेड़ें शांत रहने लगी हैं.
सही पकड़े हैं. वही डियोड्रेंट जिसे 'फिस-फिस' करके लड़का लोग खुशबूदार बन कर घूमते हैं, ये सोच कर कि विज्ञापन की तरह असल जिंदगी में भी लड़कियां खुशबू से उनकी तरफ खिंची चली आएंगी. अमेरिका में इस स्प्रे का नाम Axe Body Spray है, तो कई दूसरे देशों में इसे Lynx कहा जाता है. ब्रिटेन में भी लिंक्स कहते हैं. लेकिन यहां इसका इस्तेमाल सिर्फ लड़का लोग नहीं करते. अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन के कई किसान भेड़ों को लड़ने से रोकने के लिए, उन्हें शांत रखने के लिए लिंक्स फिस-फिस, मतलब इसका छिड़काव कर रहे हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन में किसानी करने वाली सैम ब्राइस बताती हैं कि उन्हें "लेडीज़ हू लैम्ब" नाम के एक फेसबुक ग्रुप से लिंक्स के ऐसे इस्तेमाल की जानकारी मिली थी. ब्राइस का कहना है कि Lynx की तेज़ गंध नर भेड़ों के उन हॉर्मोनों को एक तरह से निष्क्रिय कर देती है जो उनमें आपस में लड़ने की आक्रामकता पैदा करते हैं.
हालांकि ये सैम का निजी अनुभव है. वैज्ञानिक तौर पर ये कितना सही ये जांच का विषय होना चाहिए. अखबार ने इसे लेकर डियोड्रेंट बनाने वाली कंपनी यूनीलिवर से संपर्क किया था. लेकिन उसने ये कहकर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि अब तक स्प्रे को जानवरों पर नहीं आजमाया गया है.
ब्राइस का दावा है कि लिंक्स के इस्तेमाल से उन्हें भेड़ों की टक्कर की समस्या से छुटकारा मिला है. वो बताती हैं कि इस डियोड्रेंट स्प्रे ने उनकी नर भेड़ों को शांत कर दिया है. अब वे बिना लड़ाई के साथ रहते हैं. डियोड्रेंट के बारे में बात करते हुए ब्राइस आगे कहा,
“वे गुस्से में खुद को फुला लेती हैं और एक-दूसरे के सामने खड़े होकर घुरघुराने जैसा शोर मचाती हैं. ये काफ़ी इरिटेटिंग होता है. हालांकि इसका फायदा बस उनकी लड़ाई रोकने तक ही सीमित नहीं है. भेड़ें अपने बच्चों को उनकी गंध से पहचानती हैं. डियोड्रेंट की तेज़ गंध से उन्हें अपने बच्चों को पहचानने में और आसानी होती है.”
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31 साल की कैटलिन जेनकिंस पेशे से चरवाहा हैं. वो भी अपनी नर भेड़ों को शांत रखने के लिए एक्स उर्फ लिंक्स डियोड्रेंट का इस्तेमाल करती हैं. इसके असर के बारे में बात करते हुए कैटलिन कहती हैं,
"मैं हमेशा अफ्रीकन लिंक्स का इस्तेमाल करती हूं क्योंकि इसकी गंध बहुत तेज़ होती है. गंध तेज़ न हो तो ये ठीक से काम नहीं करता."
रिपोर्ट के मुताबिक तेज गंध वाले दूसरे उत्पाद भी नर भेड़ों को 'अहिंसा के मार्ग' पर ले जाने के काम में आते रहे हैं. इंग्लैंड ही नहीं. दूसरे देशों में भी भेड़ें पालने वाले लोग भी इस दावे की पुष्टि करते हैं. अखबार के मुताबिक न्यूजीलैंड के किसान टॉबी विलियम्स अपनी भेड़ों पर लिंक्स तो नहीं छिड़कते, लेकिन यूनीलिवर के ही दूसरे प्रोडक्ट्स की मदद से ये काम करते हैं. उनके मुताबिक ब्रूट, ओल्ड स्पाइस, जॉनसन एंड जॉनसन से भी भेड़ें शांत रहती हैं.
एक्स ब्रैंड नेम से डियोड्रेंट स्प्रे को यूनीलिवर ने 1983 में फ्रांस में लॉन्च किया था. उस समय कंपनी ने पाया कि बाजार में मिलने वाले सारे डियोड्रेंट्स स्प्रे की गंध उतनी तेज़ नहीं थी. कंपनी उन देशों में इसे लिंक्स नाम से बेचती है जहां एक्स ट्रेडमार्क को पहले ही पेटेंट करा लिया गया था. इनमें यूके के अलावा आयरलैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देश शामिल हैं.
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