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घने जंगल में रह रहे 92 साल के बुजुर्ग को देना था वोट, दरवाजे पर चुनाव आयोग की टीम को देख रो पड़ा

केरल का एडमालकु्ड्डी गांव एक आदिवासी इलाका है. यहीं के रहने वाले हैं शिवलिंगम. उनकी उम्र 92 साल है. वो काफी बीमार भी रहते हैं. लेकिन इन सबके बाद भी उन्हें वोट डालने की इच्छा थी. उनकी इच्छा पूरी की भारत के चुनाव आयोग ने.

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Poll Officials Trek Deep Into Dense Kerala Forest For Bedridden Mans Vote
व्यक्ति का वोट दर्ज कराने गई टीम की तारीफ हो रही है. (फोटो: PTI)
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19 अप्रैल 2024
Updated: 19 अप्रैल 2024 20:21 IST
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केरल का इडुक्की जिला. यहां का एडमालकुड्डी गांव. काफी ऊंचाई पर स्थित है. और रास्ता भी जंगलों से होकर जाता है. स्थानीय लोगों और एडवेंचर पसंद लोगों के अलावा कोई और किसी मजबूरी या महत्व की वजह से ही ऐसी जगह जाना चाहेगा. यहां बात महत्व की है. लोकतंत्र का महापर्व. जिसमें सबसे अहम भूमिका निभा रहे चुनाव आयोग के 9 कर्मचारी इस दूर-दराज के इलाके में पहुंचे. एक बीमार व्यक्ति का वोट लेने के लिए. अब इसकी चर्चा हर तरफ हो रही है.

न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, एडमालकुड्डी गांव एक आदिवासी इलाका है. यहीं के रहने वाले हैं शिवलिंगम. उनकी उम्र 92 साल है. काफी बीमार रहते हैं. लेकिन इन सबके बाद भी उन्हें वोट डालने की इच्छा थी. उनकी इच्छा पूरी की भारत के चुनाव आयोग ने. चुनाव कर्मचारियों ने कहा कि जब वो शिवलिंगम का वोट दर्ज कराने पहुंचे तो उनकी आंखों में आंसू आ गए.

रिपोर्ट के मुताबिक, शिवलिंगम ने घर से वोट डालने की अर्जी दी थी. इस अर्जी को मंजूरी मिली और 9 सदस्यों की एक टीम बनाई गई. हालांकि, शिवलिंगम के गांव तक पहुंचना टीम के लिए आसान नहीं था.

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रिपोर्ट के अनुसार, टीम 19 अप्रैल की सुबह 6 बजे मुन्नार से चली. वे केप्पाकड्डू तक गाड़ी से पहुंचे. केप्पाकड्डू ही एडमालकुड्डी का एंट्री पॉइंट है. यहां से टीम को 18 किलोमीटर की यात्रा और करनी थी. जंगल से गुजरना था, जहां जंगली जानवर भी घूम रहे थे. यानी जान का भी खतरा था. इसके बावजूद टीम ने यह यात्रा पूरी की और दोपहर में करीब एक बजे एडमालकुड्डी पहुंची.

एडमाकुल्ली में केवल 10 आदिवासी झोपड़ियां थीं. ऐसे में टीम के लिए शिवलिंगम का घर खोजना काफी मुश्किल हो गया. हालांकि, टीम ने शिवलिंग का घर खोज लिया. इसके बाद उनके बेड के पास एक बूथ बनाया गया, ताकि वो पूरी निजता के साथ अपना वोट डाल सकें. वोट डालने के बाद शिवलिंग की आंखों में आंसू आ गए.

इधर, जिला कलेक्टर शीबा जॉर्ज ने कहा था कि हर एक वोट महत्वपूर्ण है और चुनाव आयोग ज्यादा से ज्यादा मतदान के लिए प्रतिबद्ध है. इधर, जानकारी आई है कि शिवलिंगम का वोट दर्ज कराने गई टीम का सम्मान किया जाएगा.

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