Date: July 27, 2023
By Upasana
लद्दाख जा रहे हैं तो इन ट्रैक पर जरूर जाइएगा
सांस्कृतिक विरासत
लद्दाख की खूबसूरत वादियों को देखने दुनिया भर से लोग आते हैं. लद्दाख बर्फीली वादियों के अलावा सांस्कृतिक विरासत, नीली झीलें, बौध मठों के लिए भी काफी मशहूर हैं.
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ट्रैकर्स के लिए जन्नत
अगर लद्दाख जा रहे हैं तो इन 8 मशूहर ट्रैक को एक्सप्लोर कर सकते हैं.
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चादर ट्रैक
ये ट्रैक जंस्कार की बर्फीली नदी तक ले जाता है.ट्रैकर्स को जंस्कारी लोगों का सांस्कृतिक रहन-सहन भी देखने का मौका मिलता है.
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मार्खा वैली ट्रैक
मार्खा वैली ट्रैक पर लद्दाख के गांवों, प्राचीन मठों का अनुभव मिलेगा. सुंदर घाटियों से लेकर बर्फीली चोटियां दिल को खुश कर देती हैं.
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स्टोक कांगड़ी ट्रैक
स्टोक रेंज में सबसे ऊंची चोटी. इसके बेस कैंप पर पहुंचने में 2-3 दिन लगते हैं. यहां से लेह और आसपास के इलाके बिल्कुल साफ नजर आते हैं.
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लामायुरु से अलची
इस ट्रैक को पूरा करने में 5 दिन का समय लगता है. यात्रा के दौरान सुदूर गांवों में स्थानीय लोगों के साथ रह सकते हैं. लद्दाखी संस्कृति का भी अनुभव ले सकते हैं.
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नुब्रा वैली ट्रैक
नुब्रा वैली ट्रैक को पूरा करने में 5 पांच दिन लग सकते हैं. ट्रैक का सबसे ऊंचा पॉइंट लेसरमो ला दर्रा है. इस ट्रैक से काराकोरम रेंज के सुंदर नजारे दिखते हैं.
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त्सो मोरिरी झील
ये ट्रैक लद्दाख की त्सो मोरिरी झील तक ले जाता है, जो चारों तरफ से बर्फीले पहाड़ों से ढकी हुई है. झील प्रवासी पक्षियों का भी बसेरा है.
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रुप्सु वैली ट्रैक
यह ट्रैक लद्दाख की बौध संस्कृति का अनुभव लेने का मौका देती है. रास्ते में लद्दाखी लोग और प्राचीन बौध मठ मिलते हैं.
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स्नो लेपर्ड ट्रैक
हेमिस नैशनल पार्क में स्नो लेपर्ड ट्रैक पर बर्फीला तेंदुआ घूमता दिख सकता है.
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