17 Apr 2025
Author: Ritika
देश और दुनिया में कोई बड़ी घटना घटी हो, तो सबसे पहले कहा जाता है कि मंदी दस्तक देने वाली है. जैसे कि शेयर मार्केट गिर गया, तो भी मंदी की बात होने लगती है.
Image Credit: Pexels
मंदी चिल्लाते हुए ये नहीं कहती कि 'मैं आ रही हूं'. मंदी बड़ी शांति से आती और फिर हमारी जीवनशैली, महिलाओं की लिपस्टिक और छोटी बोतल, इनसे हमें पता लगता कि वो आ चुकी है.
Image Credit: AI
स्ट्रिप क्लब से लेकर वेश्यालय में काम करने वालों को मंदी का अहसास पहले हो जाता है. यानी जब लोग इन जगहों पर पहले की तुलना में कम जाते हैं या बिल्कुल नहीं जाते तो समझ लीजिए लोगों की जेब खाली हो रही है.
Image Credit: Pexels
ऑफिस में एक वेंडिंग मशीन होती है, इसमें पैसे डालो तो खाने-पीने का सामान बाहर आता है. लेकिन अगर ये पूरी भरी हुई है और एम्पलाई घर से खाना ला रहे हैं, तो मंदी आने का संकेत मिल रहा है.
Image Credit: Pexels
शराब की बड़ी बोतल बिकना बंद हो गई और लोग छोटी बोतल यानी मिनिएचर पर आ रहे हैं, तो ये भी मंदी की आहट है.
Image Credit: Pexels
लिपस्टिक से चेहरे की रौनक बढ़ती जाती है. अगर महिलाएं फुटवियर या कपड़े खरीदना कम कर, लिपस्टिक ज्यादा खरीदना शुरू कर दें, तो ये संकेत है कि महंगाई की वजह से लिपस्टिक की बिक्री बढ़ी है.
Image Credit: Pexels
अगर सिगरेट का डिब्बा कम बिकने लगे और खुली सिगरेट की डिमांड बढ़ जाए तो ये भी संकेत है कि मंदी आने वाली है.
Image Credit: Pexels
अगर पुरुष अंडरवियर खरीदना कम कर दें, तो ये भी मंदी की आहट हो सकती है. क्योंकि एक तो वो पहले अंडरवियर लेने नहीं चलते और अगर वो पैसे की बचत और करने लगे तो बस.
Image Credit: Pexels
मंदी आने वाली है, इसका शोर एक दम नहीं होता है. ये धीरे-धीरे आती है और अपना मौजूदगी का अहसास कराती है.