फोन हैक हुआ है या नहीं? महज एक कोड से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा
Call-forwarding scam: दरअसल इंस्टाग्राम पर ऐसी कई रील नजर आती हैं जिसमें बताया जाता है कि आपका फोन हैक है या नहीं. जाहिर सी बात है कि हैकिंग का नाम सुनते ही आप और हम उसके ऊपर क्लिक कर ही लेते हैं. अंदर मिलते हैं कुछ कोड जिनको डायल करने पर आपको पता चलता है कि कहीं आपका कॉल फॉरवर्ड तो नहीं.

सबसे पहले तो इंस्टाग्राम को धन्यवाद. उसके कर्ता-धर्ता Adam Mosseri और Mark Zuckerberg का दिल से शुक्रिया. अगर ये प्लेटफॉर्म नहीं होता तो कसम से मुझे बड़ी दिक्कत होती. इतना पढ़कर आपने अंदाजा लगा लिया होगा कि पक्का हम फिर से कोई वायरल कॉन्टेन्ट की बात करने वाले हैं. एकदम, सही पहचाने आप. इंस्टाग्राम पर एक ज्ञान बड़ा बट रहा है. मोबाइल की स्क्रीन पर चंद कोड डालो और पता करो कि आपका फोन हैक है या नहीं. अगर हैक है तो फिर एक और कोड डालो और हैकिंग बंद. आज यही हैकिंग करके अपन भी देखते हैं.
दरअसल इंस्टाग्राम पर ऐसी कई रील नजर आती हैं जिसमें बताया जाता है कि आपका फोन हैक है या नहीं. जाहिर सी बात है कि हैकिंग का नाम सुनते ही आप और हम उसके ऊपर क्लिक कर ही लेते हैं. अंदर मिलते हैं कुछ कोड जिनको डायल करने पर आपको पता चलता है कि कहीं आपका कॉल फॉरवर्ड तो नहीं. अरे बाप रे. आपका फोन तो हैक है. चिंता नहीं, अब दूसरा कोड बताते. लो भाई आपके नंबर की कॉल फॉरवर्ड बंद हो गई.
अगर इतना पढ़कर आपको कुछ समझ नहीं आ रहा है. हमारी बात बेसिर पैर की लग रही तो बात ऐसी ही है. ऐसी रील में बताई जा रही बातें एकदम बिना सिर पैर वाली ही हैं. अगर चंद कोड डायल करने से हैकिंग का पता चलता होता तो फिर क्या ही बात होती. साइबर पुलिस से लेकर हैकिंग एक्सपर्ट की जरूरत ही नहीं पड़ती. खैर हम ऐसा नहीं करते हैं और अपनी स्टोरी को सिर और पैर, दोनों लगा देते हैं.
हैकिंग नहीं बल्कि USSD कोड हैंरील में जिन कोड का जिक्र हो रहा वो कोई हैकिंग कोड नहीं बल्कि टेलिकॉम कंपनियों के बनाए USSD कोड हैं जो स्मार्टफोन के जन्म के पहले ही पैदा हो चुके हैं. उदाहरण के लिए अगर आपको अपने फोन का IMEI नंबर जानना है तो डायल पैड पर *#06# कोड दबा दीजिए. स्क्रीन पर डिटेल नमूदार हो जाएंगे. ऐसी ही कॉल फॉरवर्ड के लिए भी एक कोड होता है *#21#. इसको दबाने से आपको पता चलता है कि कहीं आपका नंबर किसी दूसरे नंबर पर फॉरवर्ड तो नहीं है.
ये भी एक किस्म की नॉर्मल प्रोसेस है. कई बार हम अपना नंबर किसी और नंबर पर फॉरवर्ड करते हैं. हर टेलिकॉम कंपनी ये सर्विस आपको देती है. आप अपना नंबर व्यस्त होने पर, नेटवर्क में नहीं होने पर या कॉल नहीं उठाने के लिए दूसरे नंबर पर फॉरवर्ड कर सकते हैं. इसके लिए आपको डायल पैड में *21*<call forwarding number># डायल करना होता है. आप फोन सेटिंग में जाकर भी ऐसा कर सकते हैं.
आप मतलब आप. कोई दूसरा नहीं. हां जो आपने अपना फोन किसी को दिया तो अलग बात है. मगर इससे फोन हैक नहीं होगा. सिर्फ आपके कॉल उस नंबर पर चले जाएंगे. ऐसा होने पर आपके WhastApp सहित कुछ ऐप को जरूर दूसरे फोन में इंस्टाल किया जा सकता है मगर फोन हैक नहीं होता है. इस तरीके का इस्तेमाल करके कई बार साइबर फ्रॉड हुए हैं मगर फोन हैक नहीं हुआ है. जैसे कि ई-कॉमर्स का ऑर्डर कैंसिल करने के लिए इस कोड के साथ एक नंबर डायल करने का फ्रॉड. फिर WhastApp इंस्टाल करके आपके दोस्तों से पैसे लेने का फ्रॉड. ऐसे कुछ स्कैम दो साल पहले नजर भी आए थे. मगर फोन हैकिंग का इससे कोई लेना देना नहीं. डायल पैड पर ##21# दबा कर इसे कैंसिल भी कर सकते हैं.
अब बात करें हैकिंग की तो भईया कड़वी बात ये है कि आजकल इसका तरीका इतना उन्नत हो चुका है कि इसका पता चलना आम आदमी के लिए मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है. डरा नहीं रहे मगर सच ये है कि अगर आपका फोन हैक होना है तो होगा ही. अगर हैक नहीं हुआ है तो आप सिर्फ किस्मत वाले हैं. जब हैकिंग होती है तो कॉल फॉरवर्ड नहीं होता बल्कि अकाउंट साफ होता है और आपकी निजी जानकारी मसलन फोटो से लेकर वीडियो डार्क वेब पर कौड़ियों के भाव बिक रहा होता है.
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