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1932 के बाद 85 साल में जो नहीं हुआ वो टीम इंडिया ने अब कर दिखाया!

भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ 28 बार हमारे तेज़ गेंदबाज़ों ने विरोधी टीम को एक पारी में ऑल-आउट किया है.

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Team India. Photo: AP
भारतीय टीम. फोटो: AP
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3 जुलाई 2022 (Updated: 3 जुलाई 2022, 01:02 IST)
Updated: 3 जुलाई 2022 01:02 IST
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1932. पहली बार कर्नल सी.के. नायुडू की कप्तानी में भारत की टीम कोई टेस्ट मैच खेलने के लिए उतरी थी. तब से लेकर आज तक भारतीय क्रिकेट टीम ने कुल 563 टेस्ट मैच खेल लिए हैं. लेकिन 90 साल के भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ 28 बार हमारे तेज़ गेंदबाज़ों ने विरोधी टीम को एक पारी में ऑल-आउट किया है. इसमें भी एक बेहद खास बात है कि पहले 85 साल के मुकाबले पिछले 05 साल के आंकड़े भारतीय क्रिकेट के लिए कमाल के रहे हैं.

जैसे ही रविवार को एजबेस्टन में भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों ने इंग्लैंड की टीम को पहली पारी में 284 रन पर ऑल-आउट किया. टीम इंडिया ने अपने टेस्ट इतिहास में 28वीं बार सिर्फ तेज़ गेंदबाज़ों के बूते विरोधी टीम को ऑल-आउट कर दिया. 28वीं बार ये कारनामा करते हुए भारत के लिए मोहम्मद सिराज ने चार, जसप्रीत बुमराह ने तीन, मोहम्मद शमी ने दो और शार्दुल ठाकुर ने एक विकेट चटकाया.

खास बात ये है कि इन 28 में से 15 बार तो भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों ने पिछले पांच सालों में विरोधी टीम को ऑल-आउट किया है. जबकि उससे पहले 85 साल के इतिहास में सिर्फ 13 बार ही हमारे तेज़ गेंदबाज़ किसी भी टीम को पारी में ऑल-आउट कर पाए हैं.

ये रिकॉर्ड अपने आप में कमाल है क्योंकि विराट कोहली के कप्तानी संभालने और रवि शास्त्री के कोचिंग की ज़िम्मेदारी संभालने के बाद से भारतीय टीम में तेज़ गेंदबाज़ों का बोलबाला रहा है. हमने सिर्फ घर में ही नहीं विदेशों में भी जा-जाकर विरोधी टीम को मैच और सीरीज़ हराई हैं. अब विराट और शास्त्री टीम के कप्तान और कोच नहीं हैं. लेकिन रोहित और द्रविड़ की जोड़ी में भी भारतीय तेज़ गेंदबाज़ कमाल कर रहे हैं.

क्रिकेट के कई जानकार भारतीय टीम की इस गेंदबाज़ी को भारतीय क्रिकेट के इतिहास की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी मानते हैं. जिसने हमारे लिए मैच बनाए ही नहीं बल्कि जिताए भी हैं. भारतीय टीम मौजूदा समय में पांच मैच की टेस्ट सीरीज़ का पांचवा और निर्णायक मैच खेलने के लिए इंग्लैंड में है. ये सीरीज़ 2021 में पूरी होनी थी लेकिन कोविड के चलते इसका आखिरी मैच एक साल के बाद खेला जा रहा है. इस सीरीज़ में भी भारतीय गेंदबाज़ों का बोलबाला रहा है. जिसके चलते भारत सीरीज़ में 2-1 से आगे है और सीरीज़ जीत की कगार पर खड़ा है. 

एजबेस्टन में खेले जा मैच की बात करें तो भारतीय टीम मुकाबले में मजबूत स्थिति में पहुंच गई है. पहली पारी में 416 रन बनाने के बाद भारत ने इंग्लैंड को पहली पारी में 284 रन पर समेट दिया. जिसकी मदद से भारत को पहली पारी के आधार पर 132 रन की बढ़त मिली. जिसके बाद टीम इंडिया ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक तीन विकेट खोकर 125 रन बना लिए हैं. यानि भारत के पास मैच में 257 रन की बढ़त आ गई है.

बुमराह की बैटिंग के चलते ब्रॉड का वर्ल्ड रिकॉर्ड:

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