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अगर शरीर में बिना दर्द वाली गांठें बन रही हैं, तो आपको ये बीमारी हो सकती है

क्या ये बाद में कैंसर बन जाता है? पढ़ें डॉक्टर इस पर क्या कहते हैं.

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लाइपोमा में शरीर में इस तरह की गांठें बन जाती हैं.
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23 सितंबर 2020 (Updated: 23 सितंबर 2020, 12:04 IST)
Updated: 23 सितंबर 2020 12:04 IST
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यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.

हमें लल्लनटॉप के कई व्यूअर्ज़ के मेल्स आए जो लाइपोमा से परेशान हैं. वो चाहते थे हम इसके बारे में बात करें. इलाज पता करें. सच बोलूं तो इन मेल्स से पहले मुझे खुद नहीं पता था कि लाइपोमा होता क्या है. मैंने रिसर्च की तो पता चला ये एक स्किन कंडीशन है. मैंने काफ़ी लोगों में देखी है. बस नाम नहीं पता था. इसमें स्किन के अंदर गांठ बन जाती है. शरीर में कहीं भी. ऐसा लगता है जैसे स्किन के अंदर कोई बॉल है. अब अगर बात गांठ की आती है तो एक डर हमेशा मन में आता है. कहीं ये कैंसर तो नहीं?
क्या होता है लाइपोमा?
ये बताया हमें डॉक्टर ज़ेबा छपरा ने. स्किन की डॉक्टर हैं क्यूटिस स्किन क्लिनिक, मुंबई में.
डॉक्टर ज़ेबा छपरा, स्किन डॉक्टर, क्यूटिस स्किन स्टूडियो, मुंबई
डॉक्टर ज़ेबा छपरा, स्किन डॉक्टर, क्यूटिस स्किन स्टूडियो, मुंबई


-लाइपोमा चर्बी की गांठ होती है
-फैट सेल्स के बढ़ने के कारण, मसल और स्किन के बीच में ये फैट सेल्स ग्रो होकर चर्बी की गांठ बन जाते हैं
-स्किन में होने वाली सबसे कॉमन ट्यूमर है लाइपोमा
-सारे लाइपोमा बेनाइन ट्यूमर होते हैं, ये कैंसर में नहीं बदलते
-न इनमें दर्द होता है, न ही ये फैलते हैं
Lipoma Removal | Atlanta GA 30328 लाइपोमा कुछ यूं दिखता है


- वहीं, लाइपोसरकोमा एक कैंसरस कंडीशन है
-एक प्रतिशत से भी कम लाइपोमा केसेज़ कन्वर्ट होकर लाइपोसरकोमा बनते हैं, लेकिन इनकी जांच करना ज़रूरी है
कारण:
-लाइपोमा होने की सटीक वजह डॉक्टर्स को नहीं पता है
-कोई भी साइंटिफिक प्रूफ़ आजतक नहीं मिला है
-कुछ वजहें हैं जैसे जेनेटिक. अगर परिवार में लाइपोमा की हिस्ट्री रही है तो आपको भी हो सकता है
-दूसरी बात. चोट लगने पर भी लाइपोमा उस जगह पर हो सकता है, जिस जगह पर चोट लगी है, इसका भी कोई ठोस सुबूत नहीं है पर आमतौर पर ऐसा देखा गया है
-तीसरा है मेटाबॉलिक. अगर कोलेस्ट्रॉल बढ़ रहा हो, डायबिटीज़ हो, मोटापा हो,आप एक्सरसाइज़ नहीं करते हों, ज़्यादा चलते फिरते न हों
लाइपोमा क्या होता है ये तो पता चल गया. अब इसका इलाज क्या है, ये जान लेते हैं.
ये हमें बताया डॉक्टर अमृत शास्त्री ने. प्लास्टिक सर्जन हैं अपोलो हॉस्पिटल, दिल्ली में.
डॉक्टर अमृत शास्त्री, प्लास्टिक सर्जन, अपोलो हॉस्पिटल, दिल्ली
डॉक्टर अमृत शास्त्री, प्लास्टिक सर्जन, अपोलो हॉस्पिटल, दिल्ली


-लाइपोमा शरीर में कहीं भी हो सकता है, गर्दन, चेहरा, पीठ, हाथ, पांव, पेट कहीं भी
-ये शरीर के अंदर भी उग सकती हैं
-एक बीमारी होती है जिसे कहते हैं डेर्कम डिजीज़, इसमें शरीर में कई लाइपोमा हो जाते हैं
-लाइपोमा छोटे, बड़े दोनों साइज़ के हो सकते हैं
-लाइपोमा मर्दों में ज़्यादा पाया जाता है
-100 लोगों में एक से दो लोगों को लाइपोमा की बीमारी रहती है
इलाज:
-इलाज मुख्यत: सर्जरी है
-इसमें चीरा लगाकर इसको निकाला जाता है
-फिर बायोप्सी के लिए भेजा जाता है
-इसके अलावा इंजेक्शन भी दिया जाता है. लाइपोमा पर इंजेक्शन लगाया जाता है उसे ख़त्म करने के लिए
-बड़े लाइपोमा में लेज़र से गांठ हटाई जाती है ताकि निशान न पड़ें
डॉक्टर साहब की इन बातों पर ज़रूर गौर करिएगा.


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