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दुनिया का सबसे महंगा तलाक और उससे जुड़ी ब्लैकमेल की शर्मिंदा करने वाली कहानी

दुबई के शाह को तलाक सेटलमेंट के तौर पर पत्नी को देने होंगे 5000 करोड़ रुपये.

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इस मामले में ये सामने आया कि 47 वर्षीय राजकुमारी हया ने अपनी 10 साल की बेटी के ट्रस्ट खाते से 75 लाख डॉलर निकाले थे (तस्वीर - Getty)
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23 दिसंबर 2021 (Updated: 23 दिसंबर 2021, 11:32 IST)
Updated: 23 दिसंबर 2021 11:32 IST
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दुबई के शाह और उनकी पत्नी प्रिंसेस हया का तलाक सेटलमेंट चर्चा में है. ब्रिटेन की एक अदालत ने शेख मेहम्मद बिन राशिद अल मकतूम को निर्देश दिए हैं कि वो बतौर तलाक सेटलमेंट प्रिंसेस हया और उनके बच्चों को 550 मिलियन पाउंड्स यानी करीब 5000 करोड़ रुपये दें. इसे दुनिया का सबसे महंगा तलाक सेटलमेंट बताया जा रहा है. द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक, इस तलाक की सुनवाई में ही 700 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च हो चुके हैं. तलाक की सुनवाई के दौरान प्रिंसेस हया को लेकर कई कंस्पिरेसी थ्योरीज़ वायरल हुई थीं. इनमें से एक ये थी कि अपने बॉडीगार्ड से अपना रिश्ता छुपाने के लिए उन्होंने कई करोड़ रुपये खर्च कर दिए. सुनवाई के दौरान प्रिंसेस हया ने इसे लेकर भी जवाब दिया. उन्होंने बताया कि वो और उनके पूर्व बॉडीगार्ड रसेल फ्लावर्स रिलेशनशिप में थे. और उनकी सिक्योरिटी में तैनात दूसरे बॉडीगार्ड उन्हें ब्लैकमेल करते थे कि वो इस बात का खुलासा कर देंगे. कोर्ट में प्रिंसेस हया ने बताया कि चार सुरक्षा कर्मचारियों ने रसेल के साथ उसके संबंध, गहने बेचने और बेटी के खाते से पैसे निकालने के लिए ब्लैकमेल किया था. खुलासा न करने के लिए उसने अपने चार सुरक्षा कर्मचारियों को करीब 67 करोड़ रुपये दिए थे. ये रुपये प्रिंसेस हया ने अपनी बेटी के अकाउंट से ट्रांसफर किए थे. इसे लेकर कोर्ट में जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा,
"मैं बहुत डरी हुई थी और उस वक्त मेरे पास उस अकाउंट में ही पैसे थे."
हालांकि, डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक़, राजकुमारी हया के बॉडीगार्ड और कथित प्रेमी रसेल फ्लावर्स के दोस्तों और पूर्व सहयोगियों ने कहा कि रसेल ब्लैकमेल साजिश में शामिल नहीं था. उन्होंने ये भी कहा कि रसेल फ्लावर्स ने कभी पैसे की कोई मांग नहीं की थी. रसेल ने 12 करोड़ का एक नॉन डिसक्लोज़र समझौता साइन किया था, जो उसे हया के साथ संबंधों के बारे में बोलने की अनुमति नहीं देता था. एक पूर्व सहयोगी ने बताया कि दुबई शाही परिवार में काम करने की शर्तों में नॉन-डिसक्लोज़र समझौते पर साइन करना एक आम बात है. 2019 से चल रहा है तलाक का केस दरअसल मुद्दा शेख अल-मकतूम और उनकी छठी बीवी प्रिंसेज़ हया के तलाक से जुड़ा हुआ है. साल 2019 में प्रिंसेस हया ने यूएई छोड़ दिया था. उन्होंने अपने दोनों बच्चों को साथ ले लिया था. तब से बच्चों की कस्टडी और वित्तीय सपोर्ट को लेकर लगातार कोर्ट में सुनवाई हुई है. सुनवाई में जस्टिस मूर पूर्व के निर्णयों के हवाले से शेख मोहम्मद को आदेश दिया कि वो हया को 2500 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का भुगतान करें. साथ ही वार्षिक भुगतान के लिए 2900 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी भी दें. जज एंड्रयू मैकफर्लेन ने कहा कि शेख ने इज़राइल के NSO ग्रुप के बनाए पेगासस स्पाइवेयर से राजकुमारी और उनके वकीलों के फोन हैक करते थे. शेख़ मोहम्मद ने हैकिंग के आरोप से इनकार किया है. कोर्ट ने ये भी कहा कि शेख मोहम्मद ने ही अपने अन्य दो बच्चों, प्रिंसेस लतीफा और प्रिंसेस शम्सा, के अपहरण की योजना बनाई और पत्नी हया को डराने-धमकाने का काम किया. और उनके एजेंट्स ने बर्कशायर स्थित हया के घर की बगल में मकान खरीदा जो सुरक्षा के लिहाज से उनके लिए काफी बड़ा खतरा है. प्रिंसेज़ हया की घुड़सवारी से लेकर शेख़ की गमज़दा कविताओं के बारे में हमारी साथी स्वाति ने डिटेल में आर्टिकल लिखा था. उसे आप यहां पढ़ सकते हैं - बेटी को कैद करने वाले दुबई के शाह शेख मोहम्मद को झटका, पत्नी को देने होंगे 5000 करोड़

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