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ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जिसे गलत तरीके से 'छूने' का आरोप लगा, उस लड़की ने क्या कहा?

तरीके से छूने वाली बातों को लेकर लड़की बहुत नाराज़ है.

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सिंधिया पर इस लड़की को 'गलत' तरीके से छूने का आरोप लगा.
5 मार्च 2022 (Updated: 8 मार्च 2022, 16:15 IST)
Updated: 8 मार्च 2022 16:15 IST
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रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है. और इसी के साथ जारी है यूक्रेन में फंसे लोगों का रेस्क्यू ऑपरेशन. बस अड्डे, हवाई अड्डे और यूक्रेन के बॉर्डर एरिया से लगातार तस्वीरें आ रही हैं, जिनमें हज़ारों लाखों की संख्या में लोग जुटे हुए हैं और किसी तरह अपने वतन या सेफ जगह पहुंचने की कोशिश में लगे हैं.
दो देशों के इस संघर्ष के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों को बचाने के लिए भारत सरकार की तरफ से 'ऑपरेशन गंगा' चलाया जा रहा है. रूस के हमले के बाद यूक्रेन ने अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया. इस वजह से भारत सरकार ने वैकल्पिक रास्ता निकाला. यूक्रेन के पड़ोसी देशों से संपर्क किया और चार मंत्रियों के साथ टीम्स को हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया बॉर्डर भेजा. भारतीय नागरिकों के लिए यूक्रेन के अलग-अलग क्षेत्र में एडवाइजरी जारी की, जिसका मोटा माटी सार ये था कि सड़क मार्ग से लोग बॉर्डर तक पहुंचे. फिर वहां से सरकार सभी को भारत वापिस लाएगी.
अब इस पूरे प्लान और व्यवस्था पर तरह तरह के सवाल उठ रहे हैं. कुछ लोग कह रहे हैं कि भारत सरकार ने नागरिकों को निकालने में देरी की. वहीं सरकार का कहना है कि उन्होंने युद्ध शुरू होने के नौ दिन पहले यानी 15 फरवरी से ही एडवाइजरी देना शुरू कर दिया था. यूक्रेन में फंसे कुछ छात्रों का कहना है कि एडवाइजरी की भाषा स्पष्ट नहीं थी. उससे स्थिति का अंदाज़ा लगा पाना मुश्किल था. मसलन 15 फरवरी को जारी एडवाइजरी में कहा गया कि 'जिनका ठहरना ज़रूरी नहीं' वो यूक्रेन में 'अनिश्चितता' के हालात को ध्यान में रखते हुए लौट आएं.
और इस सब के बाद अपडेट ये है कि भारत सरकार के चार मंत्री (ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरन रिजिजू, हरदीप पूरी और जनरल वी.के. सिंह) यूक्रेन के पड़ोसी देशों में हैं और बॉर्डर पार कर आए भारतियों के लिए वतन वापसी की व्यवस्था कर रहे हैं. हवाई अड्डों की व्यवस्था और नागरिकों के साथ जो बातचीत हो रही है उसकी क्लिप्स नेता अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर भी पोस्ट कर रहे हैं.
भारत सरकार में एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी 3 मार्च को ऐसा ही एक वीडियो पोस्ट किया. उन्होंने लिखा,
"मुश्किल समय में इच्छाशक्ति और भरोसे की ताकत का उदहारण. विशाखा बुखारेस्ट एयरपोर्ट पर मिलीं, खरखीव में शेलिंग के बाद वो अपने भाई से कॉन्टैक्ट नहीं कर पा रही थीं. वो अपने भाई के लिए परेशान थीं और यूक्रेन में जो हालत है उसे लेकर भी चिंतित थीं."
इसी के साथ उन्होंने एक और वीडियो पोस्ट किया और लिखा,
"मेरी अगले दिन विशाखा से फिर मुलाकात हुई. इस बार उनका उत्साह बढ़ा क्योंकि अपने भाई से वो रीकनेक्ट कर पाई थीं और वो भारत के लिए उड़ान भर पाई थीं. मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि काम पर मौजूद सभी ताकतों - सरकारों, दूतावासों और जमीन पर मौजूद वॉलंटियर पर विश्वास बनाए रखें. जय हिंद!"
Met Vishakha again the next day - this time,her spirits up & overjoyed about both, reconnecting with her brother & embarking on a flight to India. I request everyone to keep faith in all the forces at work - the governments,the embassies & the volunteers on the ground.Jai Hind! https://t.co/SI4OeCdCz4
pic.twitter.com/MSPe1r8Zms
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) March 3, 2022
इसके अलावा भी विशाखा के कई सारे वीडियो सोशल मीडिया पर दिखे. उन्होंने कई न्यूज़ चैनल्स से बात की और उसी की अलग-अलग क्लिप्स लोगों ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर की.
राहुल गांधी ने विशाखा की बाइट शेयर करते हुए लिखा,
"इवैक्युऐशन ड्यूटी है, फेवर नहीं"
इसी वीडियो को शेयर करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा,
"इस हिम्मती लड़की ने सरकार के फेक PR को एक्सपोज़ कर दिया. प्रधानमंत्री, गृहमंत्री इलेक्शन रैली में व्यस्त हैं और ये हमारे बच्चों के भयावह अनुभव हैं"
This brave daughter of India has exposed “Fake PR” of Modi Govt ! As PM, Home Min & Defense Min were busy in election rallies, this was the harrowing experience of our children in #Ukraine
. Do listen 👇🏼 pic.twitter.com/5j4JNB42XX
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 3, 2022
अब ज्योतिरादित्य सिंधिया और राहुल गांधी के वीडियो पोस्ट करने के बाद अलग-अलग तरह के रिएक्शन सामने आ रहे हैं. सिंधिया के पोस्ट किये वीडियो पर एक धड़े का कहना है कि उन्होंने लड़की को बातचीत के दौरान छुआ, जो उचित नहीं है.
एक्टर सुशांत सिंह ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा,
"ये बहुत डिस्टर्बिंग है. ये उदहारण है कि कैसे आदमी बिना कंसेंट के बॉउंड्री क्रॉस करते हैं और फिर अज्ञानी होने का बहाना बनाते हैं"
The minister mightn’t be aware, but this is very very disturbing. It is a classic case of how men cross boundaries without consent and then feign ignorance, ‘Oh it was just an innocent affectionate gesture.’ Please correct me if I am misreading @poshatwork
https://t.co/UtPqJ1N5dX
 — सुशांत सिंह sushant singh ‏سشانت سنگھ (@sushant_says) March 4, 2022
वहीं राहुल गांधी के वीडियो ट्वीट करने के बाद, एक धड़ा ये कह रहा है कि विशाखा कांग्रेस कार्यकर्ता की बेटी है. इसलिए वो तो 'प्रोपोगैंडा' फैलाएगी ही. ये बात सच है कि विशाखा की मां कांग्रेस नेता हैं, और राहुल गांधी के वीडियो को शेयर करते हुए ये बात उन्होंने खुद बताई. दोनों ही पक्ष से विशाखा को लेकर कुछ न कुछ कहा जा रहा है. इसलिए हमने विशाखा से ही बात की ताकि उनका पक्ष सामने आ सके.
पहला सवालः राहुल गांधी ने आपका वीडियो ट्वीट किया, लोग कहने लगे आपकी मां कांग्रेस कार्यकर्ता हैं. आप तो प्रोपोगंडा फैलाओगे ही. दूसरी ओर, सिंधिया ने वीडियो पोस्ट किया, उसपर लोग कह रहे हैं, उन्होंने आपको छुआ जो अनुचित था. आपका क्या कहना है इसपर?
"राहुल गांधी ने जो वीडियो ट्वीट किया, उसमें मैंने किसी पार्टी का नाम ही नहीं लिया. मैंने बस सरकार से इतना पूछा कि हर शहर में रेप्रेज़ेंटेटिव भेजना और वहां से बच्चों को निकालना इतना मुश्किल था? मेरा सवाल पार्टी या पॉलिटिक्स से था ही नहीं. यूक्रेन में जो हमने झेला उसके लिए मैंने सरकार से सवाल किया. हमें जो मदद मिलनी चाहिए, वो नहीं मिली, और सरकार से सवाल करना हमारा हक़ है.
रही बात मेरी मां के कांग्रेस में होने की, तो उसका मेरी बात से लेना देना कैसे है? मैं एक इंडिविजुअल हूं, मैंने जो झेला बस वो बताया है. और जो वीडियो राहुल गांधी ने ट्वीट किया, वो यूक्रेन का है. एयरपोर्ट पर मैंने वो बात कही थी. तब मेरी मां को या मेरे परिवार को इस बारे में कोई जानकारी तक नहीं थी."
Chat With Vishakaha
यूक्रेन से लौटी विशाखा ने इस पूरे मामले पर अपनी बात रखी.
दूसरा सवालः क्या आपने हरासमेंट फील किया?
"जब सिंधिया जी से मेरी पहली बार बात हुई थी तब मेरा भाई खारकीव में फंसा हुआ था. मेरी उससे बात नहीं हो पा रही थी और मैं बहुत परेशान थी. जब मेरी दोबारा उनसे मुलाकात हुई दूसरे दिन, ये वीडियो तब का है. उन्होंने बहुत प्यार से मुझे समझाया कि बेटा कल आप बहुत परेशान थे, आज आप खुश हो ये देखकर अच्छा लग रहा है. वो एक गार्जियन की तरह मुझे समझा रहे थे. मुझे नहीं पता ये गलत तरीके से छूने वाली बात कहां से आ रही है. ये बातें बोलने का कोई मतलब ही नहीं है, मुझे नहीं पता ये बातें कहां से आईं. मुझे इसे बड़ा बनाना ही नहीं है क्योंकि ये बहुत बेतुकी हैं और इनका कोई मतलब ही नहीं है."
इस पूरे मसले पर आपने विशाखा की बात सुनी. विशाखा यूक्रेन से निकलकर आई हैं, वो वहां कि समस्या बता रही है. जहां हमें विशाखा की बात सुनना था, हमने उसे पॉलिटिकल टूल बना दिया. विशाखा एक इंडिविजुअल है, 18 साल से ज़्यादा उनकी उम्र हैं, एडल्ट हैं. उनका अपना स्टैंड और ओपिनियन हो सकता है. वो जो बता रही हैं उसे सिर्फ इसलिए ख़ारिज नहीं कर देना चाहिए क्यूंकि उनकी मां किसी पॉलिटिकल पार्टी से जुड़ी हैं.
और रही बात, हरासमेंट या गलत तरह से छूने की, तो ये बहुत गंभीर अपराध है. हमें किसी भी तरह से इसे हल्का नहीं करना चाहिए, और हरासमेंट को परिभाषित करने का हक़ सबसे पहले उसके कथित विक्टिम को देना चाहिए. अगर कोई कह रहा है कि उसके लिए वो एक्सपीरियंस बैड टच नहीं था तो हमें उसपर विश्वास करना चाहिए. हमें ज़बरदस्ती उससे कहलाने की ज़रूरत नहीं है कि बहन ऐसा हुआ है, तुझे समझ नहीं आ रहा. और यही बात वाईस वर्सा भी लागू होती है. मतलब अगर कोई विक्टिम कह रहा है या कह रही है कि उसे हरासमेंट फील हुआ तो हमें उससे ये कहने की ज़रूरत नहीं है कि वो उस सेंस में नहीं था, या वो हरासमेंट नहीं था.

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