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बुल्ली बाई ऐप के आरोपियों को ये कहकर कोर्ट ने नहीं दी जमानत

मुस्लिम महिलाओं को क्लब हाउस पर अपमानजनक बातें कहने वाले आरोपी भी गिरफ्तार.

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बुल्ली बाई एप और क्लब हाउस के स्क्रीनशॉट.
22 जनवरी 2022 (Updated: 22 जनवरी 2022, 14:00 IST)
Updated: 22 जनवरी 2022 14:00 IST
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मुस्लिम समुदाय से जुड़ी महिलाओं के ऑनलाइन उत्पीड़न की खबरें बीते कई दिनों से चर्चा में हैं. इसी सिलसिले में सुल्ली डील्स और बुल्ली बाई एप के कई आरोपियों को दिल्ली और मुंबई पुलिस ने हिरासत में लिया. अब खबर है कि बुल्ली बाई ऐप के तीन आरोपियों की जमानत याचिका खारिज हो गई है. इनके नाम विशाल कुमार झा, श्वेता सिंह और मयंक रावत हैं. पुलिस ने इस मामले में ओडिशा से एक और आरोपी नीरज सिंह को भी गिरफ्तार किया है. दूसरी तरफ क्लब हाउस पर मुस्लिम महिलाओं के लिए अपमानजक टिप्पणी करने के मामले में भी मुंबई पुलिस ने तीन आरोपियों को हरियाणा से गिरफ्तार किया है.
बाएं से दाएं. Sulli Deals मामले में गिरफ्तार किया गया ओंकारेश्वर ठाकुर और Bulli Bai मामले में गिरफ्तार किया गया नीरज बिश्नोई. पुलिस के मुताबिक, दोनों ने खुद को ट्रेड समूह का सदस्य बताया है. (फोटो: ट्विटर)
बाएं से दाएं. Sulli Deals मामले में गिरफ्तार किया गया ओंकारेश्वर ठाकुर और Bulli Bai मामले में गिरफ्तार किया गया नीरज बिश्नोई. (फोटो: ट्विटर)
कोर्ट ने क्या कहा  बुल्ली बाई मामले के तीन आरोपियों की जमानत खारिज करते हुए कोर्ट ने महत्वपूर्ण टिप्पणी की. अदालत ने कहा,
"निःसंदेह आरोपी व्यक्ति कम उम्र के छात्र हैं और उन्हें जीवन और स्वतंत्रता का मौलिक अधिकार है, लेकिन वे अधिकार उचित प्रतिबंधों के अधीन हैं. उन्हें गैर-जमानती अपराध के लिए गिरफ्तार किया गया था और इसलिए, उनकी गिरफ्तारी किसी कानून का उल्लंघन नहीं है." 
आगे मजिस्ट्रेट ने कहा,
"उन्होंने नारीत्व को बदनाम करने वाले गंभीर अपराध किए हैं. समाज का बड़ा हित दांव पर है. इसलिए, कानून की उचित प्रक्रिया के बाद उनकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता को कम किया जा सकता है."
'क्लब हाउस' के आरोपी भी गिरफ़्तार Clubhouse
Clubhouse एक ऑडियो सोशल मीडिया ऐप है. जहां चैट सेशंस होते हैं, जिनमें लोग अपनी बात रख सकते हैं.

बुल्ली बाई ऐप और सुल्ली डील्स ऐप के बाद 'क्लब हाउस' (Club House) नाम के ऑडियो-चैट एप्लिकेशन पर मुस्लिम महिलाओं के बारे में अश्लील टिप्पणियां करने का मामला सामने आया था.  16 जनवरी से 19 जनवरी के बीच इस ऐप पर दो चैट रूम बनाए गए थे. जिसमें ऑडियो क्लिप्स के ज़रिए मुस्लिम महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक बातें कही गईं. उनके प्राइवेट पार्ट्स से लेकर रेप तक की बातें कही गईं.
मुंबई पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ़्तार किया है. जिसमें से एक आरोपी आकाश को करनाल से गिरफ्तार किया गया है. जिसकी उम्र 19 साल है. पुलिस इससे पूछताछ कर रही है. दो अन्य आरोपियों को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया है. इनमें 21 साल का जैष्णव कक्कड़ बीकॉम का छात्र है, जबकि 22 साल का यश पाराशर लॉ का स्टूडेंट है. पुलिस ने क्या कहा था? बुल्ली बाई ऐप के आरोपियों को लेकर पुलिस ने दावा किया था कि तीनों आरोपी ट्विटर, इंस्टाग्राम और जीमेल पर कई सोशल मीडिया अकाउंट चला रहे थे. इससे पहले भी पुलिस ने उनकी जमानत का विरोध करते हुए दावा किया था कि आरोपियों ने अपने सोशल मीडिया हैंडल के लिए सिख समुदाय के नामों का इस्तेमाल किया है. ऐसा करके वे समाज में शांति भंग करने और धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी पैदा करने की कोशिश कर रहे थे. पुलिस का कहना था कि जिन अपराधियों को बुल्ली  बाई केस में पकड़ा गया है उनका संबंध जुलाई 2021 में आए सुल्ली डील्स केस से भी है.

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