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BJP पर परेशान करने का आरोप लगा यूपी पुलिस के दरोगा ने इस्तीफा दिया, सपा में शामिल हुए

दरोगा ने आरोप लगाया कि MLA संगीत सोम के चेले फोन कर उन्हें परेशान करते हैं.

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(बाएं) दरोगा अजीत भड़ाना. (दाएं) वन अधिकारी विनीता सिंह. (तस्वीरें Twitter@Benarasiyaa से साभार हैं.)
31 जनवरी 2022 (Updated: 31 जनवरी 2022, 11:19 IST)
Updated: 31 जनवरी 2022 11:19 IST
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उत्तर प्रदेश पुलिस के एक दरोगा ने BJP के कार्यकर्ताओं पर बड़ा आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया. बुलंदशहर के वन विभाग में तैनात दरोगा अजीत भड़ाना ने आरोप लगाया कि BJP के कार्यकर्ता चुनाव में वोट पाने के लिए उनका लगातार उत्पीड़न कर रहे हैं. रविवार 30 जनवरी को मेरठ में एक चुनावी सभा आयोजित की गई थी. इसी सभा में बोलते हुए अजीत भड़ाना ने कहा कि चुनाव के सिलसिले में कभी BJP के विधायक संगीत सोम, तो कभी हस्तिनापुर से राज्य मंत्री दिनेश खटीक के चेले उन्हें फोन कर धमकी देते हैं. पूछते हैं कि इस बार चुनाव में किसे वोट दे रहे हो. आजतक से जुड़े उस्मान चौधरी की रिपोर्ट के मुताबिक मेरठ की ये चुनावी सभा समाजवादी पार्टी की ओर से आयोजित की गई थी. इसमें भाग लेते हुए अजीत भड़ाना पहले दरोगा की वर्दी में सामने आए और BJP पर उनका उत्पीड़न करने का आरोप लगाया. भाषण के दौरान ही उन्होंने सूचना दी कि वो पुलिस की नौकरी से इस्तीफा दे रहे हैं. उनके बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आया है. इसमें दरोगा अजीत भड़ाना कह रहे हैं,
"इस समाज के लिए इस्तीफा दे रहा हूं. इन BJP वालों ने मेरा खून पी रखा है. कल अशोक जी का फोन आया. बोले जी कहां हो. मैंने कहा ड्यूटी पर हूं. पूछा वोट किसे कर रहे हो. मैंने कहा आपका विधायक हमें और हमारे समाज को गाली देता है. तो हम वोट क्यों दें? संगीत सोम के चेले फोन करते हैं. कहते हैं आते क्यों नहीं. दिनेश खटीक के चेले फोन करते हैं. अब नाम लेना अच्छा नहीं लगता, क्योंकि हमारे समाज के आदमी हैं. तो भाईयो, मैं अपना त्यागपत्र दे रहा हूं."
ये बोलते हुए अजीत भड़ाना परेशान भी दिखे. उन्होंने आगे कहा,
"ये त्यागपत्र मैंने अपने अधिकारियों को भेज दिया है. ये BJP का शासन गुर्जरों के लिए तो बहुत खराब है. मैं थोड़ी देर में फिर भाषण देने आऊंगा. लेकिन पहले ये वर्दी BJP वालों को दे दूं. ये BJP वाले नौकरी छीनने आए हैं. तो बताओ मैं क्या करूं? मुझे BJP वालो बताओ. अशोक कटारिया जी का फोन आया. मेरे समाज के सम्मानित मंत्री हैं. नौकरी देने से तो रहे, उलटा नौकरी ले रहे हैं. किसी एक बालक को भी नौकरी दी हो या मिल गई हो तो बता दो."
उस्मान चौधरी की रिपोर्ट के मुताबिक अपनी बात रखने के बाद दरोगा अजीत भड़ाना चले गए. थोड़ी देर बाद समाजवादी पार्टी की टोपी लगाकर सामने आए. बताया कि उन्होंने BJP के कार्यकर्ताओं से तंग आकर पुलिस की नौकरी छोड़ दी है और सपा में शामिल हो गए हैं. ये सब सपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी योगेश वर्मा की मौजूदगी में हुआ. मीडिया से बात करते हुए वन विभाग के दरोगा ने बताया कि वो 1984 से यूपी पुलिस में हैं. अभी उनकी नौकरी में 2 साल बचे थे. लेकिन उससे पहले ही उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला कर लिया.

वन विभाग ने क्या कहा?

अजीत भड़ाना के इस्तीफे की जानकारी बुलंदशहर के वन विभाग तक पहुंच गई है. इस पर जिला वन अधिकारी विनीता सिंह का बयान भी सामने आया है. इसमें वो कह रही हैं,
"कल शाम एक वीडियो मिला था. इसमें बुलंदशहर में तैनात वन दारोगा अजीत भड़ाना राजनीतिक टिप्पणी कर रहे थे. वीडियो मिलने के बाद उनसे 24 घंटे के अंदर सफाई देने को कहा गया है. स्पष्टीकरण आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी."
विनीता सिंह के मुताबिक विभाग को अजीत भड़ाना का स्वैच्छिक इस्तीफा वॉट्सऐप पर प्राप्त हुआ है. इसकी जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है. साथ में वीडियो की भी जांच की जाएगी. अधिकारी ने बताया कि इसके बाद अग्रिम कार्रवाई जो भी होगी वो की जाएगी.

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