शेन वॉर्न ने अपने दोस्तों के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम को क्या करने पर मजबूर किया?
अनिल कुंबले ने सुनाए वॉर्न से जुड़े अनकहे किस्से.
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स्पिन किंग शेन वॉर्न की 4 मार्च को हार्ट अटैक के कारण मृत्यु हो गई. उनकी अप्रत्याशित मृत्यु से पूरी क्रिकेट फ्रेटरनिटी शॉक में है. भारत के स्पिन लेजेंड अनिल कुबंले ने भी उनके जाने पर दुख जताया है. उन्होंने वॉर्न के साथ का एक किस्सा साझा किया है. कुंबले ने बताया कि वॉर्न भारत के खिलाफ कैसा प्रदर्शन करना चाहते थे. और अगर विरोधी टीम में उनका कोई दोस्त होता था, तो वॉर्न की ऑस्ट्रेलियाई टीम उनके साथ कैसा व्यवहार करती थी.
अनिल कुबंले ने ये किस्सा स्टार स्पोर्ट्स पर साझा किया. भारत और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन कुबंले ने वॉर्न के भारत के खिलाफ प्रदर्शन पर बात की. उन्होंने कहा,
"उनकी महानता बढ़ जाती है क्योंकि उन्होंने भारत के खिलाफ वास्तव में अच्छा खेला है. वो हमारे खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करना चाहते थे क्योंकि हम स्पिन के अच्छे खिलाड़ी हैं. 1998 में खेली गई एक सीरीज में हर कोई 'सचिन बनाम वॉर्न' की बात कर रहा था. पहली पारी में वॉर्न ने उनसे बेहतर प्रदर्शन किया और फिर दूसरी पारी में सचिन ने उनसे बेहतर किया."दोस्तों के लिए स्टैंड लेते वॉर्नी इसी किस्से में आगे कुंबले ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के अनकहे राज और वॉर्न के उनके दोस्तों के प्रति रवैये के बारे में बताया. उन्होंने कहा,
"यहां पर एक राज था, ऑस्ट्रेलियाई टीम के बारे में एक अनकहा राज. वो (ऑस्ट्रेलियाई टीम) उस क्रिकेटर के पीछे नहीं जाते थे, जो शेन वॉर्न का दोस्त होता है. तो जब आप बल्लेबाजी करने जाएंगे और आप वॉर्न के दोस्त हैं, तो ऑस्ट्रेलियाई टीम आपके साथ छेड़खानी नहीं करेगी. इसलिए जब मैं बल्लेबाजी करने गया, तो ऑस्ट्रेलियाई टीम को मुझे परेशान करने के लिए कोई छेड़खानी करने की जरूरत नहीं पड़ी. तो ये वॉर्नी थे. ऐसे ही वो अपने दोस्तों की देखभाल करते थे."बताते चलें, शेन वॉर्न ऑस्ट्रेलिया के सबसे बड़े मैच विनर माने जाते थे. टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 145 मैच में 708 विकेट्स हैं. साथ ही 700 विकेट चटकाने वाले, वो पहले लेग स्पिनर रहे हैं. और वनडे करियर की बात की जाए तो 194 मैच में उन्होंने 293 विकेट लिए.