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अब छत्तीसगढ़ की 'धर्म संसद' में महात्मा गांधी को गालियां, गोडसे की तारीफ

इन बातों से नाराज राम सुंदर महाराज ने धर्मसंसद का किया बहिष्कार

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बाएं से दाएं. रायपुर धर्म संसद का बहिष्कार करने वाले संत राम सुंदर महाराज और Mahatma Gandhi को अपशब्द कहने वाले कालीचरण. (फोटो: ट्विटर/इंडिया टुडे)
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27 दिसंबर 2021 (Updated: 27 दिसंबर 2021, 08:06 IST)
Updated: 27 दिसंबर 2021 08:06 IST
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छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में धर्म संसद (Raipur Dharm Sansad) के नाम से आयोजित हुए कार्यक्रम को लेकर विवाद छिड़ गया है. इस कार्यक्रम में शामिल हुए कुछ लोगों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) को अपशब्द कहे और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे की तारीफ की. साथ ही हिंदू समाज के लोगों से हथियार उठाने और कट्टरपंथी नेताओं को वोट देने की भी अपील की गई. महात्मा गांधी को लेकर कहे गए अपशब्दों से कुछ संत नाराज भी हो गए. दूधधारी मठ के मुख्य संरक्षक संत राम सुंदर महाराज ने नाराजगी जताते हुए खुद को इस कार्यक्रम से अलग कर लिया, जिसके बाद 25 और 26 दिसंबर को आयोजित किया गया ये कार्यक्रम अचानक समाप्त हो गया. इस कार्यक्रम में शामिल होने गए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कार्यक्रम छोड़ दिया. वहीं, छत्तीसगढ़ पुलिस ने बताया है कि महात्मा गांधी के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल करने वाले कालीचरण महाराज के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है. कालीचरण महात्मा गांधी के लिए क्या कहा? रायपुर में जिस धर्म संसद कार्यक्रम का आयोजन किया गया, उसका विषय 'भारत को एक हिंदू राष्ट्र कैसे बनाया जाए' रखा गया था. इसी कार्यक्रम में कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी के खिलाफ अपशब्द कहे. ऐसा कहते हुए उनका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. कालीचरण महाराज ने कहा,
"इस्लाम का लक्ष्य राजनीति के माध्यम से राष्ट्र पर कब्जा करना है. हमारी आंखों के सामने उन्होंने 1947 में कब्जा कर लिया था. उन्होंने पहले ईरान, इराक और अफगानिस्तान पर कब्जा किया था. उन्होंने राजनीति के माध्यम से बांग्लादेश और पाकिस्तान पर कब्जा कर लिया. महात्मा गांधी ने सत्यानाश कर दिया. नाथूराम गोडसे जी को नमस्कार है, मार डाला उस **** गांधी को."
कालीचरण यहीं नहीं रुके. उन्होंने अपने भाषण में AIMIM प्रमुख और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ भी अपशब्दों का इस्तेमाल किया. उन्होंने एक समुदाय विशेष को दंगा करने के लिए हमेशा तैयार रहने वाला भी बता दिया. वहीं हिंदू समुदाय के लोगों से कहा कि वो एक कट्टर हिंदूवादी नेता को सत्ता में बिठाएं, फिर चाहे वो किसी भी पार्टी का हो. इंडिया टुडे से जुड़े हेंमेंद्र शर्मा की रिपोर्ट के अनुसार, कालीचरण से पहले जूना अखाड़ा के प्रबोधानंद ने भी इस कार्यक्रम में विवादित बातें कहीं. रिपोर्ट के मुताबिक, प्रबोधानंद ने हिंदू समाज के लोगों से धर्म की रक्षा के लिए हथियार उठाने को कहा. इसी तरह की बातें बीते दिनों हरिद्वार में हुए धर्म संसद कार्यक्रम में कही गई थीं. 'यह सनातन धर्म नहीं हो सकता' रायपुर में आयोजित हुए इस कार्यक्रम का एक और वीडियो भी वायरल है. यह वीडियो दूधधारी मठ के मुख्य संरक्षक संत राम सुंदर महाराज का है. इस वीडियो के बाद सोशल मीडिया पर उनकी तारीफ हो रही है. दरअसल, संत राम सुंदर महाराज ने गांधी जी को कहे गए अपशब्दों का हवाला देकर खुद को कार्यक्रम से अलग कर दिया. वायरल हो रहे वीडियो में संत राम सुंदर महाराज ने कहा,
"इस धर्म संसद के मंच से महात्मा गांधी को अपशब्द कहे गए और यहां तालियां बजती रहीं. आप बताइए, क्या महात्मा गांधी गद्दार थे? सन 1947 को याद कीजिए. जिन परिस्थितियों में देश आजाद हुआ. महात्मा गांधी ने देश के लिए क्या कुछ नहीं किया, जो उन्हें राष्ट्रपिता की उपाधि से नवाजा गया. उनके विषय में धर्म संसद से ऐसी बात... यह हमारा सनातन धर्म नहीं हो सकता. मैं बहुत क्षमा चाहता हूं आप सबसे. आप लोगों को भले ही बुरा लगा हो. लेकिन इस धर्म संसद से मैं अपने आप को अलग करता हूं."
कालीचरण के खिलाफ FIR कालीचरण की तरफ से महात्मा गांधी को कहे गए अपशब्दों की राजनीतिक गलियारों में जमकर आलोचना हो रही है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने महात्मा गांधी के एक कथन को ट्वीट किया,
"आप मुझे बेड़ियों में जकड़ सकते हैं, यातना दे सकते हैं. आप इस शरीर को भी खत्म कर सकते हैं. लेकिन आप मेरे विचारों को कैद नहीं कर सकते- महात्मा गांधी"
महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री और NCP के दिग्गज नेता नवाब मलिक ने भी ट्वीट करते हुए कहा,
"सत्य और अहिंसा को झूठे और हिंसक कभी हरा नहीं सकते. बापू हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं."
इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने इस पूरे मुद्दे पर देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधि की भूमि पर इस तरह के कृत्यों पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी ट्वीट किया,
"ये कौन है, जो हमारे राष्ट्रपिता को गाली दे रहा है. मोदी जी कुछ करेंगे या इनको भी सिर्फ दिल से माफ नहीं कर पाएंगे."
फिलहाल इस मामले में कालीचरण के खिलाफ FIR दर्ज हो गई है. कालीचरण के खिलाफ टिकरापारा क्षेत्र में IPC की धारा 505 (2) (लोगों में डर पैदा करना, अशांति फैलाना) और 294 (अश्लीलता फैलाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है. कालीचरण के खिलाफ रायपुर के पूर्व मेयर और मौजूदा सभापति प्रमोद दुबे ने यह शिकायत दर्ज कराई है.

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