मोदी, ममता, केजरीवाल की साथ में फोटो आई है, सब चुनाव के बाद एक साथ मिले थे!
क्या-क्या हुआ ऑल पार्टी मीटिंग में?
लोकतंत्र में नेता लोग सियासी अदावत के साथ मेल-मिलाप का मेयार भी ऊंचा रखते हैं. ताकि जब भी अवसर मिले आराम से भाव प्रदर्शन में परिवर्तन कर लें और उनके समर्थकों को ये कहने का मौका मिल जाए, "देखा, ये है भारत. हम दुश्मनी में भी तमीज रखते हैं!" अब ऊपर दी गई तस्वीर ही देख लीजिए. वाम दलों के शीर्ष नेताओं के साथ ठहाके लगाते पीएम मोदी. कोई कहेगा कि इनमें कोई दुश्मनी है? लेकिन इनके समर्थक हमेशा एक-दूसरे पर सींग ताने रहते हैं.
एक तस्वीर और है. नीचे देखिए. कैसे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिवादन कर रहे हैं. और पीएम मोदी के हाव-भाव भी राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी वाले नहीं हैं. जबकि अभी-अभी संपन्न हुए गुजरात विधानसभा चुनाव और दिल्ली के एमसीडी चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान दोनों नेता एक-दूसरे की पार्टी को जमकर कोस रहे थे.
दरअसल, चुनाव के बाद केंद्र सरकार को राज्य सरकारों से काम आन पड़ा. सो न्योता भेजकर सोमवार, 5 दिसंबर को सर्वदलीय आयोजित कर ली. वजह था 2023 का G20 समिट.
ये तो आपको पता ही है कि भारत को अगले साल होने वाले G20 समिट की अध्यक्षता मिल चुकी है. मतलब अगले समिट की मेजबानी भारत को करनी है. दुनिया के 20 सबसे ताकतवर और प्रभावशाली देशों वाले इस संगठन का नेतृत्व मिलना भारत के लिए सम्मान की बात है, लेकिन साथ ही ये एक चुनौती भी है. हमें अंतरराष्ट्रीय स्टैंडर्ड के मद्देनजर G20 समिट का आयोजन करना है. केंद्र सरकार ने इस पर काम शुरू कर दिया है और सोमवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक का मकसद भी यही था.
पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में ज्यादातर राज्यों के मुख्यमंत्रियों या उनके प्रतिनिधियों या सत्तारूढ़ दलों के शीर्ष नेताओं ने शिरकत की. मीटिंग में पीएम मोदी ने सभी नेताओं से कहा कि G20 की अध्यक्षता देश के लिए महत्वपूर्ण होने के साथ पूरी दुनिया को भारत की ताकत दिखाने का ऐतिहासिक अवसर भी है.
उन्होंने कहा कि इसकी वजह से पूरी दुनिया की नजरें भारत पर हैं, इसलिए समिट के आयोजन के लिए सभी राज्यों से टीम की तरह काम करने की अपेक्षा है.
खबर से जुड़ी मोटी बात तो यही है. बाकी चर्चा हो रही है इस बैठक से जुड़ी तस्वीरों की जिन्हें आप खबर पढ़ने के साथ देखते जा रहे हैं.
इन तस्वीरों में तमाम राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के नेता चाय की चुसकियां लेते हुए काफी लाइट मूड में एक-दूसरे से मिलते नजर आ रहे हैं. ऐसा लग रहा है मानो किसी शादी या उस जैसे ही किसी फंक्शन में चचेरे-ममेरे-फुफेरे भाई-बहन मिल रहे हों, या कॉलेज फ्रेंड्स ने एक जमाने के बाद गेट टुगैदर किया हो.
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ पीएम मोदी की ये तस्वीर दिलचस्प है. दोनों की राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के मद्देनजर इस पर काफी कुछ कहा जा सकता है. देखते हैं इसका असर G20 समिट के आयोजन पर पड़ेगा या नहीं.
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