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मोदी बोले, 'मुगलों के राज में पुर्तगाल के अधीन हुआ था गोवा', जानकारों ने कहा- कृपया इतिहास पढ़ें!

इतिहास पर फिर गड़बड़ बोल गए पीएम मोदी.

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गोवा में अपने कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी और सीएम प्रमोद सावंत. (तस्वीर- पीटीआई)
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20 दिसंबर 2021 (Updated: 20 दिसंबर 2021, 11:57 IST)
Updated: 20 दिसंबर 2021 11:57 IST
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार, 19 दिसंबर को गोवा के दौरे पर थे. वहां उन्होंने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में गोवा मुक्ति दिवस समारोह को संबोधित किया. इस अवसर पर पीएम ने कहा,
गोवा एक ऐसे समय में पुर्तगाल के अधीन हो गया था जब देश के दूसरे बड़े भूभाग में मुगलों की सल्तनत थी. उसके बाद कितने ही सियासी तूफान इस देश ने देखे, सत्ताओं की कितनी उठक-पटक हुई, लेकिन समय और सत्ताओं की उठक-पटक के बीच सदियों की दूरियों के बाद भी न गोवा अपनी भारतीयता को भूला और न भारत अपने गोवा को भूला. ये एक ऐसा रिश्ता है जो समय के साथ और सशक्त हुआ है.
पीएम मोदी के भाषण के इस अंश को PMO ने भी ट्वीट किया है.

बयान पर उठे सवाल

इतिहास को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी के बयानों पर सवाल उठना नई बात नहीं है. इस बार भी ऐसा हुआ है. पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि गोवा ऐसे समय में पुर्तगाल के अधीन गया था जब देश के दूसरे बड़े भूभाग में मुगलों की सल्तनत थी. लेकिन उनके इस दावे पर डलहौजी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर निसिम मन्नाथुकरेन ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने ट्वीट किया,
नहीं, गोवा ऐसे समय में पुर्तगाल के अधीन नहीं गया था जब देश के दूसरे भाग में मुगलों की सल्तनत थी. 1510 में भारत में मुगल नहीं थे. कृपया इतिहास पढ़ें, एंटायर पॉलिटिकल साइंस नहीं.
मोदी के बयान पर प्रोफेसर निसिम मन्नाथुकरेन ने अपनी बात रखी तो कई लोग प्रतिक्रिया देने आ गए. इनमें से कइयों ने पीएम के दावे पर हैरानी जताई है. सुदीप के गोस्वामी नाम के यूजर ने लिखा,
पुर्तगालियों ने 1505 में बीजापुर के आदिल शाह से गोवा के लिए लड़ाई लड़ी. बाबर तब भी फरगना में था. 1505-1961 तक गोवा पर पुर्तगालियों का शासन था. मुझे नहीं पता कि मुगलों को बेवजह हर जगह क्यों घसीटा जाता है. ऐसा लगता है कि इस झुंड ने पूरी तरह से स्कूल में पढ़ाई छोड़ दी.
वहीं राइटर वी कृष्णा अनंत ने लिखा,
पता होना चाहिए कि मुगल 1510 से कम से कम 15 साल बाद भारत आए थे. अगर बाबरी मस्जिद के निर्माण की तारीख (1527) ली गई थी... या अगर पानीपत की पहली लड़ाई (1526) को मानक मानें, इतिहास इसी के बारे में होता है... तथ्य पवित्र होते हैं.
इतिहासकारों के मुताबिक 1526 में बाबर ने इब्राहिम लोदी को पानीपत की पहली लड़ाई में हराया और मुग़ल सल्तनत की नींव रखी. इस लड़ाई में बाबर ने जहां तोपों का इस्तेमाल किया वहीं लोदी ने हाथियों की परंपरागत ताकत के दम पर जंग लड़ी. लेकिन बाबर की सेना लोदी की सेना पर भारी पड़ी. इस लड़ाई में लोदी मारा गया और भारत में मुगल साम्राज्य की नींव पड़ी. जबकि गोवा में पुर्तगालियों ने 1510 से शासन करना शुरू कर दिया था. इसके 451 सालों बाद 19 दिसंबर 1961 को गोवा को आज़ादी मिली.

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