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जम्मू-कश्मीर: लश्कर के दो आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया

बीजेपी कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल थे आतंकी.

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सुरक्षाबलों ने इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया था. (सांकेतिक फोटो: आजतक )
सुरक्षाबलों ने इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया था. (सांकेतिक फोटो: आजतक )
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25 दिसंबर 2021 (Updated: 25 दिसंबर 2021, 09:42 IST)
Updated: 25 दिसंबर 2021 09:42 IST
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भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu Kashmir Police) ने एक संयुक्त ऑपरेशन में शोपियां जिले में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को मार गिराया है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. कश्मीर पुलिस के इंस्पेक्टर जनरल विजय कुमार की तरफ से जारी किए गए एक बयान में कहा गया,
"शोपियां के चौगाम इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच एनकाउंटर हुए. जिसमें दो आतंकवादी मार गिराए गए. मारे गए आतंकवादियों में से एक हथगोला विस्फोट और नागरिकों की हत्या में शामिल था. जबकि दूसरा अभी हाल ही में आतंकी संगठन में शामिल हुआ था."
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एनकाउंटर 25 दिसंबर को तड़के हुआ. न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस को चौगाम इलाके में आतंकवादियों के मौजूद होने का इंटेलिजेंस इनपुट मिला था. जिसके बाद इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया. इस सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमला कर दिया. जिसके जवाब में सुरक्षाबलों की तरफ से भी गोलीबारी की गई. हिजबुल का आतंकी भी ढेर इससे पहले 24 दिसंबर को सुरक्षाबलों ने आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के एक आतंकवादी को अनंतनाग में मार गिराया था. यह आतंकवादी पुलिसकर्मियों और नागरिकों की हत्या में शामिल था. सुरक्षाबलों ने बडगाम में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार भी किया था. इस एनकाउंटर में जिन आतंकवादियों को मार गिराया गया है, वो बहुत सारी आतंकी घटनाओं में शामिल थे. इनमें अनंतनाग में पुलिस इंस्पेक्टर मोहम्मद अशरफ भट की हत्या के साथ-साथ अनंतनाग में ही बीजेपी के एक सरपंच और उनकी पत्नी की हत्या और कुलगाम में बीजेपी के तीन कार्यकर्ताओं की हत्या शामिल है. वहीं बडगाम में लश्कर-ए-तैयबा के जिन दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है, उनके बारे में सुरक्षाबलों को कई जरूरी जानकारियां मिली हैं. ये दोनों आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा के कमांडरों के संपर्क में थे और जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों को अलग-अलग तरह का लॉजिस्टिक सपोर्ट दे रहे थे. उनके पास आतंकवादियों को शरण देने से लेकर हथियार पहुंचाने की जिम्मेदारी थी.

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