नए साल पर एक और हादसा, हरियाणा में पहाड़ दरकने से कई लोग दबे, दो की मौत
भिवानी के डाडम खनन क्षेत्र में हुआ हादसा.
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वैष्णो देवी मंदिर में हुए हादसे के बाद अब नए साल पर हरियाणा के भिवानी से भी हादसे की खबर आई है. यहां पहाड़ दरकने से 8 से 10 गाड़ियां दब गईं. जिसमें 15 से 20 लोगों के दबने की आशंका जताई जा रही है. तीन लोगों को मलबे से निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं अब तक दो लोगों मौत की पुष्टि हुई है.
इंडिया टुडे से जुड़े पवन राठी की रिपोर्ट के मुताबिक, यह हादसा भिवानी स्थित डाडम खनन क्षेत्र में हुआ. यहां अचानक से पहाड़ दरक गया. पहाड़ दरकने की वजह का पता नहीं चला है. दूसरी तरफ, जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि यह हादसा तब हुआ, जब मजदूर एक जगह से दूसरी जगह जा रहे थे. इसी बीच उनकी गाड़ियां दब गईं.
इस हादसे पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दुख जताया है. एक ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा,Incident of a landslide in a mining quarry took place in Haryana's Bhiwani pic.twitter.com/d7d382RxrC
— ANI (@ANI) January 1, 2022
"भिवानी के डाडम खनन क्षेत्र में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे के बारे में जानकर दुखी हूं. मैं स्थानीय प्रशासन ले लगातार संपर्क में बना हुआ हूं, ताकि अच्छे ढंग से बचाव कार्य को अंजाम दिया जा सके और घायलों को तुरंत सहायता पहुंचाई जा सके."
Saddened by the unfortunate landslide accident in Dadam mining zone at Bhiwani. I am in constant touch with the local administration to ensure swift rescue operations and immediate assistance to the injured. — Manohar Lal (@mlkhattar) January 1, 2022'प्रशासन है जिम्मेदार' इलाके के विधायक किरण चौधरी ने इस दुर्घटना के लिए जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए उन्होंने कहा,
"हमें नहीं पता कि कितने लोग दबे हैं. आशंका है कि कई लोगों की जान चली गई है. NGT के आदेश के तहत इस इलाके में माइनिंग की मनाही की है. सारे नियम कानूनों को ताक पर रखकर माइनिंग की जा रही है. सारी जिम्मेदारी प्रशासन की है. दुर्घटना के बहुत देर बाद अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. बहुत देर से बचाव कार्य शुरू किया गया."पवन राठी की रिपोर्ट के अनुसार, हादसे के बाद हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल और भिवानी के एसपी अजीत सिंह शेखावत मौके पर पहुंचे. जेपी दलाल ने मीडिया को बताया,
"अभी यह साफ नहीं है कि मलबे में कितने लोग दबे हुए हैं. कुछ लोगों की जान गई है. तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मैंने प्रशासन से कहा है कि मशीनरी के इस्तेमाल के जरिए जल्द से जल्द लोगों को मलबे से बाहर निकाला जाए."काफी समय से बंद था खनन रिपोर्ट के मुताबिक, पहाड़ के दरकने से खनन में प्रयोग होने वालीं कई भारी मशीनें भी दब गई हैं. घटनास्थल पर पुलिसकर्मी मौजूद हैं और बचाव कार्य चालू है. इस इलाके में दो लगभग दो महीने से खनन बंद था. एक दिन पहले ही खनन फिर से शुरू किया गया था. दरअसल, तोशाम क्षेत्र के डाडम में बहुत पहले से ही बड़े स्तर पर खनन होता आया है. दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण के चलते दो महीने पहले इस खनन कार्य पर रोक लगाई गई थी. दो दिन पहले ही NGT ने दोबारा से खनन शुरू करने की मंजूरी दी थी. दो महीने से खनन कार्य बंद रहने की वजह से भवन निर्माण सामग्री की कमी हो गई थी. ऐसा बताया जा रहा है कि इस कमी को पूरा करने के लिए ही बड़े स्तर पर धमाके किए गए, जिसकी वजह से पहाड़ अचानक से दरक गया.