The Lallantop
Advertisement

कश्मीर फ़ाइल्स देखने के बाद भूपेश बघेल ने कहा, 'बुलावे पर भी बीजेपी विधायक फ़िल्म देखने नहीं आए'

"बीजेपी के समर्थन वाली सरकार ने तब भी कश्मीरी पंडितों के लिए कुछ नहीं किया था"

Advertisement
Img The Lallantop
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (फोटो- Twitter/Bhupesh Baghel)
17 मार्च 2022 (Updated: 17 मार्च 2022, 06:42 IST)
Updated: 17 मार्च 2022 06:42 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री की फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. फिल्म के रिलीज होते ही कई खेमे बन गए. कोई फिल्म की जोर-शोर से तारीफ कर रहा है. तो कोई इसे आधा-अधूरा सच बता रहा है. अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फिल्म के बहाने बीजेपी को बुरी तरह से घेर लिया है. हुआ ये कि बुधवार 16 मार्च को भूपेश बघेल और उनके साथी मंत्री व विधायक रायपुर के एक सिनेमा हॉल में कश्मीर फाइल्स देखने पहुंचे. फिल्म देखने के बाद उन्होंने हॉल के बाहर मीडिया से बातचीत की. बघेल ने कहा कि बीजेपी के सहयोग से चल रही सरकार (1989-90 में) ने कश्मीरी पंडितों को रोकने की कोशिश नहीं की थी, बल्कि उन्हें जाने को कहा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह भी कह दिया कि इस 'कश्मीर फाइल्स' फिल्म में कोई संदेश नहीं है, सब आधा-अधूरा है. उन्होंने कहा कि सिर्फ हिंसा दिखाने की कोशिश है. सीएम ने कहा कि फिल्म में कोई समाधान नहीं है और ऐसी फिल्में जिसमें कोई मैसेज देने की कोशिश नहीं हो, मुझे नहीं लगता है कि इसका कोई औचित्य है. बघेल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा वालों के सामने कोई खड़ा हो जाता है तो वे भाग जाते हैं. बघेल ने मीडिया को बताया,
"कश्मीर फाइल्स देखा. जिसमें एक परिवार की घटना को दिखाते हुए फिल्म आगे बढ़ती है. लेकिन आखिरी में नायक कहता है कि इसमें ना सिर्फ हिंदुओं की, बल्कि वहां जो बौद्ध हैं, सिख हैं, मुस्लिम हैं और जो भारत के साथ हैं, उनकी भी हत्याएं हुईं. लेकिन इस पिक्चर में एक राजनीतिक संदेश देने की कोशिश हुई. जो कश्मीरी पंडित हैं, उनका विस्थापन हुआ. ये वो दौर था जब 1989-90 के दौरान वीपी सिंह जी प्रधानमंत्री थे. और अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी के नेतृत्व वाली बीजेपी का सरकार को पूरा समर्थन था. उस समय जगमोहन वहां के राज्यपाल थे. कश्मीरी पंडितों को रोकने का प्रयास नहीं किया गया, बल्कि उन्हें जाने के लिए कहा."
बघेल ने आरोप लगाया कि वहां राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया, लेकिन सेना नहीं भेजी गई थी. उन्होंने कहा,
"वहां सेना तब भेजी गई, जब पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने लोकसभा का घेराव किया. आज भी कश्मीरी पंडित की समस्या वही है. अनुच्छेद-370 हटा दिया गया. लेकिन उनको (कश्मीरी पंडितों) बसाने का काम अब भी नहीं हो रहा है. अटल बिहारी वाजपेयी 5 साल सरकार में रहे और अभी 8 साल से मोदी जी की सरकार है. लेकिन किसी को बसाने की कोशिश नहीं हुई. इस पिक्चर में भी कोई समाधान नहीं है. सिर्फ लेक्चर दिया गया है. सरकार ने भी 370 हटाकर सिर्फ राजनीति की है."
भूपेश बघेल ने दावा किया था कि उन्होंने पक्ष और विपक्ष के सभी विधायकों को कश्मीर फाइल्स देखने के लिए आमंत्रित किया था. हालांकि फिल्म देखने के बाद उन्होंने कहा कि बीजेपी का कोई व्यक्ति फिल्म देखने नहीं आया. इससे पहले उन्होंने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूरे देश में इस फिल्म को टैक्स फ्री करने की मांग कर दी थी. हालांकि इसके पीछे उन्होंने बीजेपी विधायकों की मांग को आधार बनाया. दरअसल, बुधवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा में बीजेपी विधायक धरम लाल कौशिक ने ‘कश्मीर फाइल्स’ का मुद्दा उठाया था. उन्होंने कहा था कि 1990 के दशक में कश्मीर से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर आधारित इस फिल्म को छत्तीसगढ़ में टैक्स फ्री दी जानी चाहिए. इसके बाद भूपेश बघेल ने विपक्षी सदस्यों से भी कहा कि चलिए फिल्म देखने चलते हैं. बघेल ने एक ट्वीट में प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग करते हुए लिखा,
"भाजपा के विधायकगणों ने मांग की है कि 'कश्मीर फाइल्स' को टैक्स फ्री कर दिया जाए. मैं माननीय प्रधानमंत्री से अनुरोध करता हूं कि वे इस फिल्म से केंद्रीय जीएसटी हटाने की घोषणा करें. पूरे देश में फिल्म टैक्स फ्री हो जाएगी."
एक तरफ जहां भूपेश बघेल ने जहां कश्मीर फाइल्स को आधा-अधूरा सच बताया. वहीं दूसरी ओर बुधवार को ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इस फिल्म को देखने सिनेमा हॉल पहुंचे. फिल्म देखने के बाद उन्होंने कहा कि वे कश्मीर फाइल्स के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री को इस बात के लिए धन्यवाद देंगे कि उन्होंने सच को उजागर किया है. शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर पर लिखा,
"आज कश्मीर फाइल्स देखी. नि:शब्द हूं. फिल्म में एक डायलॉग है कि जब सच पैदा होता है, तब तक झूठ दुनिया का एक चक्कर लगा लेता है. हमारे कश्मीरी भाई-बहनों के साथ जो अत्याचार हुए हैं, उसकी दुनिया में कहीं मिसाल नहीं मिलती है."
इस फिल्म पर जारी विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपना पक्ष रख चुके हैं. 15 मार्च बीजेपी की संसदीय दल की बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि जो लोग हमेशा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के झंडे लेकर घूमते हैं, वो पूरी जमात पिछले 5-6 दिन से बौखला गई है. उन्होंने कहा था कि देश में एक समूह सच्चाई को दफनाने का प्रयास कर रहा है. कश्मीर फाइल्स फिल्म उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, कर्नाटक सहित कई बीजेपी शासित राज्यों में टैक्स फ्री हो चुकी है.

thumbnail

Advertisement