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बाइडन ने पुतिन के खिलाफ ऐसा जहर बोला है कि रूसी छनछना गए!

बड़े-बड़े नेताओं ने पकड़ ली कुर्सी!

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Putin Biden
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (फोटो- AFP/Reuters)
29 मार्च 2022 (Updated: 29 मार्च 2022, 06:43 IST)
Updated: 29 मार्च 2022 06:43 IST
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अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बयान दिया. रूस और अमरीका के बीच में टेंशन हो गई. फिर अपने बयान से भी पलट गए.
बाइडन पहुंचे पोलैंड. दिन था 26 मार्च का. तीन दिवसीय दौरे पर. पहले तो बाइडन ने पुतिन को ‘कसाई’ कह दिया. उसके बाद पुतिन को रूस की सत्ता से हटाने की बात कह दी. उनके इस बयान से EU से लेकर अमरीका तक हंगामा मच गया. अब बाइडन ने खुद कहा है कि उन्होंने यह बयान भावनाओं में बहकर दिया था.
पोलैंड में अपने भाषण में बाइडन ने कहा,
'For God’s sake, this man cannot remain in power."
यानी
"ईश्वर के लिए, ये आदमी सत्ता में नहीं रह सकता."
अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन के इस बयान के बाद रूस की भी प्रतिक्रिया आई. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने इस बयान पर कहा,
"पुतिन राष्ट्रपति रहने लायक हैं या नहीं, यह तय करने का अधिकार बाइडन को नहीं है. रूस का राष्ट्रपति रूसियों द्वारा चुना जाता है और पुतिन को जनता ने ही चुना है."
बाइडन ने पलटी मारी? सोमवार, 28 मार्च को जब व्हाइट हाउस में बाइडन पत्रकारों से बात कर रहे थे तो उनसे पूछा गया कि क्या वे पुतिन को लेकर दिए गए अपने बयान पर खेद व्यक्त करेंगे. इस पर उन्होंने कहा,
"मैं अपनी बात से बिलकुल पीछे नहीं हट रहा हूं, हकीकत यह है कि उस समय मैं केवल उस नैतिक आक्रोश को व्यक्त कर रहा था, जिसे मैंने खुद महसूस किया."
पोलैंड में जो बाइडन ने अपने भाषण के दौरान पुतिन के लिए जो बात कही, वह कोल्ड वॉर के दिनों में भी किसी अमरीकी राष्ट्रपति ने कहने की हिम्मत नहीं की थी. क्योंकि इससे यूरोप पर संकट के बादल छाने लगते हैं. यही वजह थी कि रविवार 27 मार्च को बाइडन के इस बयान के तुरंत बाद इस पर न केवल अमेरिका, बल्कि नाटो सदस्य देशों का भी स्पष्टीकरण आ गया.
व्हाइट हाउस ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा,
"हमारे राष्ट्रपति जो बाइडेन रूस में सत्ता परिवर्तन पर चर्चा नहीं कर रहे थे. बल्कि यह कहना चाह रहे थे कि पुतिन अपने पड़ोसी देशों में सत्ता पर काबिज़ नहीं हो सकते."
यूरोप ने क्या कहा? अमरीका के सहयोगी देश फ्रांस ने जो बाइडन के बयान की आलोचना की. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा,
“हम कीव और मॉस्को के बीच डिप्लोमेटिक रास्तों से शांति की कोशिश कर रहे हैं. और अगर हम ऐसा चाहते हैं तो हम अपने एक्शन या शब्दों से स्थिति को और खराब नहीं कर सकते.”
इसके बाद जर्मनी की ओर से अमरीकी राष्ट्रपति के बयान पर प्रतिक्रिया आई. जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्स ने कहा,
“रूस में सत्ता परिवर्तन न ही नाटो का लक्ष्य है और न ही अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का...हम दोनों पूरी तरह से सहमत हैं कि जिस नीति का पालन हम कर रहे हैं, उसका उद्देश्य रूस में सत्ता परिवर्तन कतई नहीं है”
Joe Biden
यूरोप दौरे पर पुतिन पर जमकर बरसे थे जो बाइडेन (फोटो: AFP)
16 मार्च को भी पुतिन पर भड़के थे बाइडन बुधवार, 16 मार्च को जो बाइडन ने व्लादिमीर पुतिन को 'युद्ध अपराधी' करार दिया था. बाइडन ने पुतिन पर यह टिप्पणी तब की जब वाशिंगटन में एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि यूक्रेन में जो हो रहा है, उसके बाद क्या आप पुतिन को युद्ध अपराधी कहने के लिए तैयार हैं? इसके जवाब में पहले तो बाइडन नहीं कहा, लेकिन फिर बोले,
''क्या आपने मुझसे पूछा कि क्या मैं (पुतिन को) युद्ध अपराधी कहूंगा या नहीं? मुझे लगता है कि वो एक युद्ध अपराधी हैं.'
जो बाइडेन के इस बयान पर रूस भड़क गया. उसने इस बयान को 'अक्षम्य बयानबाजी' करार दिया. रूसी न्यूज एजेंसी तास को दिए गए बयान में रूसी प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा,
'हमें लगता है कि ऐसी बयानबाजी अस्वीकार्य और अक्षम्य है, वो भी ऐसे देश के राष्ट्रपति की तरफ से जिनके बमों ने दुनिया भर में लाखों लोगों को मार डाला.'
हालांकि, इसके कुछ देर बाद व्हाइट हाउस ने अपने राष्ट्रपति के बयान पर सफाई दी. व्हाइट हाउस के प्रेस सेक्रेटरी जेन साकी ने कहा,
'राष्ट्रपति जो बाइडन कोई आधिकारिक घोषणा नहीं कर रहे थे, बल्कि यूक्रेन में चल रही बर्बरता की तस्वीरों को देखकर अपने दिल से बोल रहे थे...युद्ध अपराधी तय करने के लिए विदेश मंत्रालय अलग से कानूनी प्रक्रिया चलाता है और वो चल रही है.'

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