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चार्जिंग के दौरान इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी फटने से शख्स की मौत, पत्नी और बच्चे घायल

रिपोर्ट्स के मुताबिक, धमाके में AC समेत घर के कई सामान भी चपेट में आए. जिसके चलते घर धुएं से भर गया. धुएं को देखकर पड़ोसियों ने हादसे का अंदाजा लगाया और दरवाजे तोड़कर परिवार को बाहर निकाला.

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Vijayawada Scooter blast
बाएं से दाएं. विजयवाड़ा पुलिस और इलेक्ट्रिक स्कूटर. (सांकेतिक फोटो- आजतक)
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24 अप्रैल 2022 (Updated: 25 अप्रैल 2022, 17:28 IST)
Updated: 25 अप्रैल 2022 17:28 IST
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सरकार इलेक्ट्रिक गाड़ियों (EV) के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है. लेकिन, एक के बाद एक इलेक्ट्रिक स्कूटरों (Electric Scooter) से जुड़ी घटनाएं सामने आने के बाद लोगों में इसको लेकर डर और आशंकाएं बढ़ रही हैं. EV हादसे का ताजा मामला आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा से सामने आया है. यहां इलेक्ट्रिक स्कूटर को चार्ज करते वक्त हुए विस्फोट से एक 40 वर्षीय शख्स की मौत हो गई. जबकि, उसकी पत्नी और बच्चों की हालत गंभीर है.

एक दिन पहले ही खरीदा था स्कूटर

पुलिस के मुताबिक, विजयवाड़ा में रहने वाले 40 वर्ष के शिवा कुमार ने शुक्रवार 22 अप्रैल को Boom Corbett 14 स्कूटर खरीदा था. जिसको अपने घर पर चार्ज में लगाया. पुलिस के मुताबिक, 23 अप्रैल तड़के 3.30 बजे इसमें धमाका हो गया और पूरा परिवार इसकी चपेट में आ गया.
पुलिस के मुताबिक,

“रात 10 बजे के करीब शिवा कुमार ने स्कूटर की डिटैचबल बैट्री को अपने बेडरूम में चार्ज करने के लिए लगाया था. जिसमें 3.30 बजे सुबह धमाका हो गया. हादसे के बाद अस्पताल ले जाते समय ही कुमार की मौत हो गई. जबकि पत्नी की हालत दम घुटने और जलने के कारण काफी गंभीर है.”

पुलिस ने बताया कि घर में उस वक्त दो बच्चे भी थे. पत्नी और बच्चों का दम धुएं से घुटने के कारण उन्हें भी अस्पताल ले जाया गया. बताया जा रहा है कि पत्नी भी आग में 30 प्रतिशत झुलस गई. फिलहाल, उनका प्राइवेट अस्पताल में इलाज जारी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बच्चों की हालत स्थिर है, लेकिन पत्नी अब भी सीरियस है.

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इलेक्ट्रिक स्कूटर में लग रही आग की घटनाओं की जांच करने की बात कही.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, धमाके में AC समेत घर के कई सामान भी चपेट में आए. जिसके चलते घर धुएं से भर गया. धुएं को देखकर पड़ोसियों ने हादसे का अंदाजा लगाया और दरवाजे तोड़कर परिवार को बाहर निकाला.

पुलिस ने बताया कि परिजनों की शिकायत पर इस केस में FIR दर्ज की गई है और जांच की जा रही है. पुलिस ने कहा,

“धमाके की सटीक वजह अभी तक सामने नहीं आई है. फायर सर्विस के कर्मियों ने भी मौके पर पहुंचकर आग के कारणों की जांच की. हमने इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी से भी बात की है, ये पता लगाने के लिए कि क्या बैटरी शॉर्ट सर्किट के कारण फटी है.”

हालांकि, खबर लिखे जाने तक इस हादसे पर इलेक्ट्रिक मोटर कंपनी की तरफ से कोई बयान जारी नहीं किया गया था. आपको बता दें कि इस हादसे के तीन पहले ऐसा ही मामला तेलंगाना के निजामाबाद से सामने आया था. एक इलेक्ट्रिक गाड़ी की बैटरी फटने से 80 वर्षीय बुजुर्ग की भी मौत हो गई थी.

ये दो घटनाएं तो तेलुगु भाषी राज्यों की हैं. लेकिन, इलेक्ट्रिक वाहनों में आग या धमाके की खबरें महाराष्ट्र और तमिलनाडु से भी सामने आई हैं.

इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग के लिए कहीं बैटरी तो जिम्मेदार नहीं?

इन हादसों के मद्देनजर नीति आयोग ने हाल ही में बैट्री स्वैपिंग पॉलिसी ड्राफ्ट करने की बात की थी. जिसमें स्वैपेबल बैट्री से जुड़े इंसेंटिव और उसके कड़े टेस्टिंग प्रोटोकॉल से जुड़े नियम शामिल होंगे.

इसके पहले गुरुवार, 21 अप्रैल को केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी ने भी ऐलान किया था कि इन मामले की जांच के लिए एक्सपर्ट पैनल का गठन किया गया है. उनकी रिपोर्ट में जिन कंपनियों की लापरवाही सामने आएगी, उनके ऊपर पेनाल्टी लगाई जाएगी. इसके साथ ही उन्हें सभी डिफेक्टिव इलेक्ट्रिक वाहन वापस लेने पड़ेंगे.

ओला ने वापस लिए वाहन

वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओला इलेक्ट्रिक ने पहले ही अपने दोपहिया वाहनों के हजारों यूनिट को रिकॉल करने का फैसला किया है. कंपनी ने आग लगने की घटनाओं के मद्देनजर ये ऐलान किया है. जिसके तहत ओला इलेक्ट्रिक अपने दोपहिया वाहनों की 1,441 यूनिट को वापस लेने जा रही है.

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