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राजस्थान: हिंदू नव वर्ष पर निकली रैली में ऐसा क्या हुआ, जो सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई?

राजस्थान के करौली में भड़की हिंसा. 40 से अधिक लोग घायल हुए हैं.

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राजस्थान के करौली में सांप्रदायिक तनाव के बाद फ्लैग मार्च करती पुलिस.(फोटो: एएनआई)
3 अप्रैल 2022 (Updated: 3 अप्रैल 2022, 08:42 IST)
Updated: 3 अप्रैल 2022 08:42 IST
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राजस्थान (Rajasthan) के करौली (Karauli) से सांप्रदायिक तनाव की खबर सामने आई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, नवरात्र के पहले दिन हिंदू नव वर्ष के मौके पर पर करौली में एक बाइक रैली निकाली जा रही थी. इस रैली के दौरान दो गुट आमने-सामने आ गए. जानकारी के मुताबिक पथराव में करीब चार पुलिसकर्मियों सहित 42 लोगों के घायल होने की सूचना है. घटना के बाद इलाके में फैले तनाव को काबू में रखने के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है. साथ ही 3 अप्रैल की रात तक इंटरनेट बंद करने के आदेश दिए गए हैं. मामला क्या है? मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार 2 अप्रैल को चैत्र नवरात्रि का पहला दिन था. इस दिन हिंदू समुदाय के लोग नया साल या नव संवत्सर मनाते हैं. इस मौके पर करौली में हिंदू समुदाय के कुछ युवक बाइक रैली निकाल रहे थे. शहर के अलग-अलग रास्ते से होते हुए यह रैली हटवाड़ा बाजार में स्थित एक मस्जिद के पास पहुंची. यहां अचानक से दो गुटों के बीच पथराव होने लगा. इसके बाद दुकानों और वाहनों में आग लगा दी गई. पथराव में 42 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. इनमें से 10 को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया. वहीं एक शख्स ही हालत गंभीर बताई जा रही है, उसे इलाज के लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया है. पुलिस ने क्या कहा? इस मामले में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हवा सिंह घुमरिया (Hawa Singh Ghumariya) ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि इलाके में शांति बनाए रखने के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है, जो सोमवार, 4 अप्रैल की रात तक जारी रहेगी. इसके साथ ही तीन अप्रैल की रात तक जिले में इंटरनेट सेवाएं भी बंद रहेंगी. हालात को काबू में रखने के लिए आईजी भरतपुर प्रफुल कुमार खमेसरा, आईजी कानून व्यवस्था भरत मीणा, एडीजी संजीव नार्झरी, डीआईजी राहुल प्रकाश और एसपी मृदुल कछवाहा समेत 50 अधिकारियों सहित 600 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. साथ ही तीन अप्रैल की सुबह पुलिस ने तनाव वाले इलाके में फ्लैग मार्च भी निकाला है. इस मामले में राजस्थान पुलिस के डीजीपी एम एल लाठर से राज्यपाल कालराज मिश्र ने हालात की जानकारी ली है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. वहीं जिले के डीएम राजेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि शहर के कई हिस्सों से तनाव की खबरें सामने आई हैं, हालात नाजुक हैं. लेकिन काबू में हैं. उपद्रवियों को जल्द पकड़ें: गहलोत इधर करौली में हुए इस पूरे घटनाक्रम से राजस्थान की राजनीति गरमा गई है. इस मामले में सीएम अशोक गहलोत ने पुलिस के डीजी से बात की है. गहलोत ने मीडिया से कहा,
"जनता शांति बनाए रखे और उपद्रवी हर धर्म में मौजूद होते हैं, उनसे दूर रहें. मैंने पुलिस को आदेश दिए हैं कि ऐसे असामाजिक तत्वों की जल्द पहचान कर पकड़ा जाए."
वहीं राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने इस घटना के लिए कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया ने ट्वीट कर कहा कि इसके लिए कांग्रेस सरकार की तुष्टीकरण नीति जिम्मेदार है. अभी तक एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई है.

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