RRB NTPC रिजल्ट को लेकर गुस्साए बिहार के छात्रों ने ट्रेनें रोकीं, पुलिस पर पथराव किया
केंद्रीय रेल मंत्री को पत्र लिख क्या मांग की गई है?
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आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट (RRB NTPC Result) को लेकर युवाओं का विरोध-प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है. बिहार में पिछले एक-दो दिन से लगातार अलग-अलग जगहों पर युवाओं और छात्रों द्वारा ट्रेनें रोके जाने और रेलवे पटरियों को जाम करने की घटनाएं सामने आई हैं. मंगलवार 25 जनवरी को सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने प्रदर्शन किया. घंटों तक मेहसौल गुमटी पर छात्र बैठे रहे. इस दौरान सरकार के ख़िलाफ़ नारेबाजी चलती रही. धरना-प्रदर्शन की सूचना मिलने पर रेलवे पुलिस के अलावा मेहसौल ओपी और नगर थाना का पुलिस बल मौके पर पहुंचा और छात्रों को समझाने का प्रयास किया. घंटों तक चले गतिरोध के बावजूद छात्र ट्रैक पर से नहीं उठे.
तस्वीर- आजतक.
इससे पहले सोमवार 24 जनवरी की शाम को राजेन्द्र नगर रेलवे स्टेशन पर छात्रों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हालात इतने बेकाबू हो गए कि पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ गया. पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े. इसके चलते राजेन्द्र नगर टर्मिनल पर अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला.
मंगलवार 25 जनवरी को भी छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा. RRB NTPC के रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाते हुए उन्होंने पटना समेत राज्य के कई इलाकों में जमकर हंगामा किया. बक्सर, नवादा, हाजीपुर, आरा और मुंगेर रेलवे स्टेशनों पर भी छात्रों और पुलिस के बीच संघर्ष देखने को मिला है. छात्रों को समझाने गई पुलिस पर पथराव किया गया. इस दौरान पुलिस को अभ्यर्थियों को खदेड़ने के लिए हवा में फायरिंग और आंसू गैस के गोले दागने पड़े.पटना के राजेंद्रनगर स्टेशन पर पाँच घंटे तक जब आरआरबी -एनटीपीसी के परीक्षा में असफल छात्रों ने ट्रेन रोके रखा तब उन्हें हटाने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले भी दागे गये @ndtvindia
— manish (@manishndtv) January 24, 2022
@Anurag_Dwary
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क्यों नाराज हैं छात्र? रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की ओर से नॉन टेक्नीकल पॉपुलर कैटेगरी (NTPC) की सीबीटी-1 परीक्षा का परिणाम बीती 14 और 15 जनवरी को जारी किया गया था. परीक्षा में लगभग एक करोड़ से ज्यादा उम्मीदवार पंजीकृत हैं. इस परिणाम के आधार पर सीबीटी-2 यानी दूसरे चरण की परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाना है. लेकिन उम्मीदवारों ने आरोप लगाया है कि परीक्षा के परिणाम में धांधली हुई है. उनका कहना है कि आयोजित परीक्षा में बोर्ड द्वारा कई पदों के लिए एक ही उम्मीदवार का चयन किया गया है. इसके चलते कई छात्रों का सेलेक्शन नहीं हो पाया. इसी को लेकर छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं.
इसी सिलसिले में मंगलवार को 'युवा हल्ला बोल' आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुपम ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को एक पत्र भेजा. इसमें उन्होंने मांग की है-
एनटीपीसी के सीबीटी-1 रिजल्ट को रिवाइज करके 20 गुना क्रमांकों को सेलेक्ट करने की बजाए 20 गुना छात्रों को सीबीटी-2 में बैठने का अवसर दिया जाए.खबर लिखे जाने तक छात्रों और पुलिस की झड़प जारी थी. कुछ वीडियो भी सामने आए हैं जिनमें पुलिस छात्रों पर हवाई फायरिंग और आंसू गैसे के गोलों के साथ पानी की बौछार करती दिख रही है. वहीं छात्रों की तरफ से पुलिस पर पत्थरबाजी की जा रही है.
ग्रुप डी की चयन प्रक्रिया में सीबीटी-2 का चरण ना जोड़ा जाए और जल्द से जल्द भर्ती पूरी करके योग्य युवाओं को रेलवे में नियुक्ति दी जाए.