दिल्ली में एक इलाका है ग्रेटर कैलाश. यहां के एक प्राइवेट स्कूल में 5 साल की बच्ची के रेप का मामला सामने आया है. बच्ची नर्सरी में पढ़ती है. स्कूल के सफाई कर्मचारी के ऊपर ही रेप का आरोप लगा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, वो पिछले कुछ दिनों से बच्ची का यौन शोषण और रेप कर रहा था. इस बात का खुलासा तब हुआ, जब बच्ची ने अपने पैरेंट्स से पेट दर्द की शिकायत की.
क्या है पूरा मामला?
पीहू (पहचान छिपाने के लिए काल्पनिक नाम रखा है) रोज की तरह 9 अगस्त के दिन स्कूल से घर आई. थोड़ी देर बाद उसने अपनी मम्मी से पेट में दर्द होने की शिकायत की. पीहू के पैरेंट्स उसे डॉक्टर के पास लेकर गए. जहां डॉक्टर्स ने बताया कि उसका रेप हुआ है.
पैरेंट्स ने पुलिस से शिकायत की. केस दर्ज हुआ. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने लोकल एनजीओ की मदद ली. एनजीओ ने पीहू की काउंसलिंग की, जिसमें उसने बताया कि स्कूल का सफाई कर्मचारी उसे टॉयलेट और कैंपस के दूसरे सुनसान इलाकों में लेकर जाता था. और ऐसा वो कई दिनों से कर रहा था.
सफाई कर्मचारी का नाम है पिचा मुत्थु. वो 45 साल का है. साल 2008 से वो इस स्कूल में काम कर रहा था. स्कूल के पास की ही एक बस्ती में रहता है. उसकी तीन बेटियां और एक बेटा है.

पीहू के बयान के बाद पुलिस ने स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे छान मारे, जिसमें पिचा, पीहू के साथ स्कूल के टॉयलेट के अंदर जाते और बाहर आते दिख रहा था. पुलिस ने पिचा को गिरफ्तार कर लिया. ये केस सामने आने के बाद, तीन और बच्चियों के पैरेंट्स ने पिचा के ऊपर इसी तरह के आरोप लगाए हैं.
पुलिस इस मामले में स्कूल प्रशासन को नोटिस भेज चुकी है. ये मांग की गई है कि इस बात की जानकारी दी जाए, कि क्या पिचा के खिलाफ इस तरह की शिकायत पहले भी आई थीं?
वहीं इस मामले में स्कूल प्रशासन का ये कहना है कि उन्हें पिचा के खिलाफ इस तरह की शिकायत पहले कभी नहीं मिली. स्कूल का बयान
‘स्कूल के नॉन-टीचिंग मेंबर द्वारा यौन शोषण किए जाने का मामला सामने आया, जिसके बाद प्रिंसिपल ने तुरंत ही उसे पुलिस के हवाले कर दिया. बिना कोई देरी किए उसकी सारी जानकारी भी दे दी.’
फिलहाल पिचा पुलिस की गिरफ्त में है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. स्कूल से ये सवाल पूछे जा रहे हैं कि एक मेल वर्कर बच्चियों के टॉयलेट में कैसे जा सकता है? बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल में क्या इंतजाम हैं? स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे कभी जांचे भी जाते हैं या नहीं?
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