'अब्बा हारमोनियम खाते थे' वाले वायरल चचा के बारे में जान लेंगे तो उनके दीवाने हो जाएंगे
अरे वही वाले चचा जो गुस्से में थोड़ा इधर-उधर निकल जाते थे. :P
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मोईन अख्तर एक समय पर पाकिस्तान के सबसे पॉपुलर कॉमेडियन हुआ करते थे. आज भी इनके दीवाने भारत और पाकिस्तान दोनों जगह हैं. ये वायरल वीडियो भी काफी पुराना है. (तस्वीर: यूट्यूब)
तो अब्बा हारमोनियम बजाते थे?नहीं, अब्बा हारमोनियम खाते थे.
ये दो लाइनें पिछले एक हफ्ते में हर जगह वायरल हुई हैं. सोशल मीडिया पर गुस्सैल चाचा के नाम से मशहूर हो चुके इस किरदार के मीम भी हर जगह चल रहे हैं. इस वीडियो में दो लोग दिख रहे हैं. एक हैं अनवर मक़सूद. जो इंटरव्यू ले रहे हैं. दूसरे हैं मोईन अख्तर. जो बने हैं हारमोनियम वाले चाचा. जिन्हें हारमोनियम बजाना नहीं आता लेकिन पहुंच गए हैं टॉक शो में. देखिए उनका पूरा वीडियो. जिसकी क्लिप्स वायरल हो रही हैं. हिदायत पहले दे रहे हैं कि बीच में वीडियो पॉज करना पड़ सकता है. क्योंकि हंसते हंसते पेट में बल पड़ जाएंगे. इसे ध्यान में रखते हुए ये वीडियो देखिए:
अब हारमोनियम वाले चाचा की हाज़िरजवाबी के कायल हो गए हों, तो चलिए आपको थोडा और कायल बनाते हैं इनका. ये शख्स, जैसा हमने बताया, मोईन अख्तर हैं. अब इस दुनिया में नहीं हैं. 2011 में इस दुनिया से विदा ले ली. लेकिन उससे पहले चालीस सालों से भी ज्यादा समय तक पाकिस्तान के लोगों के बीच तीखा ह्यूमर बांचते रहे.
कौन थे मोईन अख्तर?
वायरल वीडियो को परे रखते हैं एक पल को. उनका कद देखने के लिए नज़र का दायरा बड़ा करना पड़ेगा. 1950 में जन्म हुआ. पाकिस्तान के कराची में. इनके पिता उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से पाकिस्तान गए थे. विभाजन के समय. बचपन से बड़ा शौक रहा एक्टिंग और मिमिक्री का. नाटकों में पार्ट खेला करते थे. 16 साल की उम्र में स्टैंड अप कॉमेडियन बन गए थे.

इनके इसी टैलेंट ने उन्हें पाकिस्तान के सबसे हिट टीवी शोज में से एक का स्टार बना दिया. हॉलीवुड की एक फिल्म थी. Tootsie. 1982 में आई थी. इसमें डस्टिन हॉफमैन ने माइकल डॉर्सी नाम के एक्टर का किरदार निभाया था. जो काम की तलाश में एक लड़की का रोल निभाने को तैयार हो जाता है. इसी से प्रेरणा लेकर पाकिस्तान में बनी थी टीवी सीरीज, रोज़ी. इसमें मोईन अख्तर ने रोज़ी का किरदार निभाया था. कई लोग कहते हैं कि डस्टिन हॉफमैन की एक्टिंग से भी बढ़िया एक्टिंग की थी मोईन ने इसमें. इन्हीं के ईद ट्रेन और हाफ प्लेट नाम के भी टेलीविजन ड्रामा बहुत पॉपुलर हुए.

मोईन अख्तर केवल हंसोड़ नहीं थे. बातों-बातों में चुटीले व्यंग्य के साथ सरकार और समाज की चुटिया भी खींच दिया करते थे. अनवर मक़सूद के साथ मिलकर इन्होने लूज टॉक नाम का शो शुरू किया था. इसी टॉक शो की क्लिप है वो, जो आप देख रहे हैं. अनवर मक़सूद और मोईन अख्तर ने मिलकर 400 से भी ज्यादा एपिसोड किए लूज टॉक के. इसमें अनवर इंटरव्यू करने वाले बनते थे. और मोईन अख्तर अलग अलग किरदारों के रूप में आकर इंटरव्यू देते थे. और देखने वाले लोटपोट हो जाया करते थे. ये एक वीडियो उनका भारत-पाकिस्तान के ऊपर भी रहा. आप यहां देख सकते हैं.
मोईन अख्तर उन चंद लोगों में से थे जिन्होंने पाकिस्तान की सियासत पर तंज कसने में कोई कसर नहीं रखी. पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जिया उल हक़, जनरल याहया खान, जनरल परवेज़ मुशर्रफ भी इनके द्वारा होस्ट किए गए शोज़ में आते थे. बॉलीवुड से भी काफी करीबियत रही इनकी. कई तस्वीरें मोईन अख्तर की दिख जाएंगी जिनमें वो बॉलीवुड के पॉपुलर एक्टर्स जैसे गोविंदा, अनुपम खेर, अमजद खान, ऋषि कपूर के साथ मौजूद हैं.

1996 में पाकिस्तान की सरकार ने उन्हें प्राइड ऑफ परफॉरमेंस नाम का सम्मान दिया था. 2011 में सितारा ऐ इम्तियाज़ से मोईन अख्तर को नवाज़ा गया. सिर्फ कॉमेडी ही नहीं करते थे मोईन. गाने भी गाया करते थे. 22 अप्रैल 2011 को दिल का दौरा पड़ने से कराची में उनकी मौत हो गई. पाकिस्तान तो दुःख में डूबा ही, बॉर्डर के इस पार से भी लोगों ने आंसू भरे पैगाम भेजे. जावेद अख्तर और दलेर मेहंदी ने भी दुःख जताया था उनके जाने का.
जब मोईन अख्तर से पूछा गया था कि पाकिस्तानी कॉमेडी के क्षेत्र में अपने योगदान को वो किस तरह देखते हैं, तो उन्होंने कहा था,
मैंने जो भी किया, वो तारीख़ (इतिहास) का हिस्सा है अब. उसके साथ जीना मुश्किल है, लेकिन कुछ लोग होंगे जो एक दिन कहेंगे, था एक शख्स जिसने ये किया, और बेहद अलग तरीके से किया.मैडम टुसॉड्स लन्दन की एक मशहूर गैलरी है. यहां सेलेब्रिटीज के मोम के पुतले लगाए जाते हैं. ऐसे लोग जो अपनी-अपनी फील्ड में आइकन बन गए हैं. उन लोगों ने मोईन अख्तर का पुतला लगाने की ख्वाहिश भी जताई थी, ऐसा पढ़ने को मिलता है. लेकिन उनके परिवार वालों ने इसके लिए मना कर दया. क्योंकि इस्लाम में मूर्तिकारी किसी भी प्रकार की हराम है. अगर मोईन अख्तर का मोम का पुतला वहां लगता, तो वो पाकिस्तान के ऐसे पहले सेलेब्रिटी होते जिनका पुतला वहां लगता.

पाकिस्तानी अखबार डॉन (Dawn) के लिए मोईन अख्तर के बेटे शरजील अख्तर ने ब्लॉग लिखा था. उसमें उन्होंने अपने पिता की यादें साझा कीं. बताया किस तरह उनके दादाजी (मोहम्मद इब्राहिम) ने उनके पिता (मोईन अख्तर) को बेल्ट से पीटा था. क्यों? क्योंकि उन्हें पता चल गया था कि वो एक्टर बनना चाहते हैं.
इस घटना के 35 साल बाद पिताजी ऐसे शो के लिए तैयार हो रहे थे, जिसमें तत्कालीन राष्ट्रपति जनरल परवेज़ मुशर्रफ भी आने वाले थे. दादा जी ने पूछा, कि क्या वो भी साथ चल सकते हैं. तो पिताजी ने कहा, सिक्योरिटी प्रोटोकॉल है. बहुत पहले से बताना पड़ता है. क्लियरेंस लेने के लिए. पता नहीं होगा या नहीं. दादा जी ने जवाब दिया,
तुम्हें कौन रोकेगा.अपने जिस बेटे को मुहम्मद इब्राहिम ने बेल्ट से पीटा, उसी बेटे के लिए पाकिस्तान के राष्ट्रपति जनरल परवेज़ मुशर्रफ ने कहा,
आपका बेटा इस देश के लिए बेहद मूल्यवान धरोहर है.चलते-चलते मोईन अख्तर का एक और वीडियो. लूज टॉक से. इसमें वो सुषमा स्वराज का किरदार निभा रहे हैं. ये तब का वीडियो है जब सुषमा स्वराज वाजपेयी सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री थीं:
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