क्या बांग्लादेश में पैदा हुए हालात के बाद भारत के कपड़ा उद्योग को लाभ हो सकता है?
बांग्लादेश में बनी कॉटन टी-शर्ट्स, पैन्ट्स ने यूरोप और अमेरिका के बाज़ार में एक दशक से धूम मचा रखी है. बीते करीब 4 दशक में Bangladesh की अर्थव्यवस्था करीब 25 गुना बढ़ी है और इसमें बड़ा योगदान Textile Industry का रहा है.
बांग्लादेश में जो अस्थिरता हमने देखी है, उसके दूरगामी असर भी होंगे. लेकिन जो अभी दिख रहा है कि वहां प्रधानमंत्री को देश छोड़ने पड़ा. सैकड़ों लोगों की मौत के बाद अब अंतरिम सरकार बन रही है. इस बीच भीड़ की हिंसा रुकी नहीं है. चीन के बाद बांग्लादेश दुनिया में कपड़ों का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है. लेकिन हिंसा और तोड़-फोड़ के डर से बांग्लादेश गारमेंट मैन्युफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन ने सभी व्यापारियों को अनिश्चितकाल तक फैक्ट्रियां बंद रखने की सलाह दी है. ये एसोसिएशन बांग्लादेश के कपड़ा उत्पादकों और व्यापारियों का एक बड़ा समूह है.
तो इस वीडियो में जानते हैं-
-टेक्सटाइल इंडस्ट्री की सूरत फिलहाल दुनिया में, ख़ास तौर पर एशिया में कैसी है?
-ये क्यों कहा जा रहा है कि बांग्लादेश में पैदा हुए हालात के बाद भारत के कपड़ा उद्योग को लाभ हो सकता है?
-बांग्लादेश जैसी छोटी इकॉनमी भारत जैसे देश की कपड़ा इंडस्ट्री के लिए कंपीटीटर कैसे बनी?