20 साल. आज से ठीक 20 साल पहले रिलीज़ हुई थी फिल्म ‘कभी खुशी कभी गम’. 20 साल बाद भी इस पिक्चर का चार्म बरकरार है. 2001 में जब ये फिल्म आई तब इसकी स्टारकास्ट को लेकर बहुत हो-हल्ला हुआ था. अमिताभ बच्चन, जया बच्चन, शाहरुख खान, काजोल और ऋतिक रोशन जैसे स्टार्स पर सभी की निगाहें थीं. मगर अटेंशन सीकर निकली करीना कपूर खान. वही ”जिन्हें कोई हक नहीं बनता कि वो इतनी खूबसूरत दिखें.” करीब साढ़े तीन घंटे की इस फैमिली ड्रामा फिल्म की दीवानगी ऐसी थी कि लोग दी एंड के बाद भी क्रेडिट्स देखने के लिए टकटकी लगाए बैठे रहते थे.
वैसे तो काजोल और शाहरुख की केमिस्ट्री, अमिताभ-जया का ट्रेडिशनल अंदाज़ और ऋतिक-करीना के झगड़े देखकर आज भी मज़ा आ जाता है. मगर आज बात फिल्म के चाइल्ड आर्टिस्ट्स की. बचपन का राहुल, छोटी पू, छोटा लड्डू और राहुल-अंजलि का बेटा क्रिश. जिनका किरदार छोटा मगर यादगार रहा. फिल्म की रिलीज़ के 20 साल बाद आपको आज बताएंगे ये बच्चे अब कहां हैं और कौन क्या कर रहा है.
1. मालविका राज
”ऐ लड्डू चांदनी चौक में एंट्री नहीं ले सकते”
सबसे पहले बात मालविका राज की. जिन्होंने फिल्म में करीना कपूर के बचपन का किरदार निभाया. पूजा जितनी भी देर स्क्रीन पर रहीं उन्होंने सिर्फ छोटे रोहन यानी लड्डू को तंग किया. कभी वो उसे चांदनी चौक में घुसने से रोकती, तो कभी लड्डू को लड्डू खाता देख आंखे दिखा देतीं. छोटी पू अब बड़ी हो गई है और ये ज़ाहिर सी बात है. रिसेंटली वो ज़ी5 की ओरिजनल फिल्म ‘स्कॉड’ में नज़र आई थीं. ‘कभी खुशी कभी गम’ की रिलीज़ के नौ साल बाद यानी 2010 में मालविका फेमिना मिस इंडिया कॉन्टेस्ट में भी हिस्सा ले चुकी हैं. मालविका नेशनल लेवल की फुटबॉलर थीं. मगर फुटबॉल से ज़्यादा उन्हें सिनेमा पसंद था. इसलिए इसी फील्ड में आगे बढ़ीं.
साल 2017 में आई तेलुगू फिल्म ‘जयदेव’ से उन्होंने डेब्यू किया. ज़ी म्यूज़िक कंपनी के बहुत से सॉन्ग्स में जैसे ‘चले आते हैं’, ‘मैंनू लगदा’ और ‘जीना भूल जाऊंगा’ में मालविका दिखाई दी हैं. कुछ समय पहले ये भी खबर आई थी कि मालविका इमरान हाशमी के साथ ‘कैप्टन नवाब’ में दिखेंगी. मगर अभी तक ना तो इस नाम से कोई फिल्म बनी है और ना ही इसे लेकर कोई ताज़ा अपडेट है.
2. जिब्रान खान
‘मॉम, टेक अ चिल पिल’.
बात क्रिश माने, राहुल और अंजलि के बेटे की. वही जिसे काजोल”सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा”सिखाती रहती हैं. क्रिश का ये किरदार निभाया था जिब्रान खान ने. स्कूल में ‘जन गण मन’ वाला उनका सीन बहुत फेमस हुआ. जिब्रान ‘कभी खुशी कभी गम’ के अलावा अनिल कपूर के साथ फिल्म ‘रिश्ते’, गोविंदा के साथ फिल्म ‘क्योंकि मैं झूठ नहीं बोलता’ और सुनील शेट्टी की ‘बड़े दिलवाला’ में काम कर चुके हैं. जिब्रान, बी. आर. चोपड़ा की ‘महाभारत’ में अर्जुन का किरदार निभाने वाले एक्टर फिरोज़ खान के बेटे हैं. फिलहाल जिब्रान खान धर्मा प्रोडक्शन की बिग बजट फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र’ में काम कर रहे हैं. वो डायरेक्शन में अयान मुखर्जी को असिस्ट कर रहे हैं. इससे पहले जिब्रान ने मार्शल आर्ट्स, कत्थक और घुड़सवारी में खुद को ट्रेन किया. वो श्यामक डावर के डांस स्टूडियो में ट्रेनर भी रह चुके हैं.
‘कभी खुशी कभी गम’ के 20 साल पूरे होने पर उन्होंने फिल्म से अपने एक सीन को री-क्रिएट किया. जिसे सोशल मीडिया पर खूब पसंद किया जा रहा है.
3. कविश मजूमदार
ऋतिक रोशन के बचपन का किरदार निभाया कविश मजूमदार ने. फिल्म में लोग उन्हें प्यार से लड्डू बुलाते थे. पूरी फिल्म में शाहरुख उनके और उनके मोटापे का मज़ाक उड़ाते हैं. कविश ने एक्टिंग के साथ-साथ असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में भी काम किया. साल 2009 में आई सोहम शाह डायरेक्टेड संजय दत्त, इमरान खान और श्रुति हासन स्टारर फिल्म ‘लक’ में असिस्टेंट डायरेक्टर रहे.

वो पुनीत मल्होत्रा की फिल्म ‘गोरी तेरे प्यार में’, वरुण धवन की फिल्म ‘मैं तेरा हीरो’ और रितेश देशमुख के साथ फिल्म ‘बैंकचोर’ में बतौर एक्टर काम कर चुके हैं. पिछले साल कविश, दुबई में होने वाले बॉलीवुड स्टाइल म्यूज़िक शो ‘जश्न-ए-जिगर’ का पार्ट थे.

दुबई में हर साल ये इवेंट करवाया जाता है. जिसमें इंडियन कल्चर और बॉलीवुड स्टाइल में प्रोग्राम्स करवाए जाते हैं.
4. परज़ान दस्तूर
करण की पहली फिल्म ‘कुछ कुछ होता है’ में हाथों पर तारे गिनने वाले छोटे सरदार जी लोगों को बहुत पसंद आए थे. वही सरदार जी थोड़ी सी देर के लिए ‘कभी खुशी कभी गम’ में भी दिखे. इसमें भी उन्हें वही रोल मिला, तारे गिनने का रोल. और ये आइकॉनिक रोल निभाया था एक्टर परज़ान दस्तूर ने. वही परज़ान जो ‘धारा’ के फेमस ऐड में घर छोड़कर चले जाते हैं. और उन्हें वापिस बुलाने के लिए जलेबियां बनाई जाती हैं. तारे गिनते-गिनते इन्हें साल 2005 में आई फिल्म ‘परज़ानियां’ में काम मिल गया. हालांकि ये फिल्म कुछ खास चली नहीं. इसके बाद 2009 में आई फिल्म ‘सिकंदर’ में परज़ान फिर नज़र आए. इसके अलावा वो करिश्मा कपूर की ‘ज़ुबैदा’ और ‘मोहब्बते’ में भी दिखाई दिए.
बड़े होने के बाद वो ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’, ‘गोरी तेरे प्यार में’ और ‘फितूर’ जैसी फिल्मों से बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर जुड़े रहे. उन्होंने साल 2017 में आई ‘पॉकेट मम्मी’ शॉर्ट फिल्म में एक्ट्रेस मधु के साथ काम किया. परज़ान कई टीवी ऐड्स में भी नज़र आए थे. फिलहाल वो टेन कलर प्रोडक्शन्स के नाम से एक प्रोडक्शन कंपनी चलाते हैं. साथ ही साथ शॉर्ट फिल्मों, डिजिटल ऐड्स और डॉक्यूमेंट्रीज़ का डायरेक्शन भी करते हैं. रिसेंटली परज़ान ने शादी की जिसके बाद वो खबरों में भी रहे.
5. आर्यन खान
आप कहेंगे ‘कभी खुशी कभी गम’ में आर्यन खान तो थे ही नहीं. बट, होल्ड ऑन, ज़रा दिमाग पर ज़ोर डालिए और शुरुआती क्रेडिट्स के उस हिस्से को याद करिए जब जया बच्चन ब्लैक एंड व्हाइट मोड में छोटे राहुल के साथ दिखाई देती हैं. यस, शाहरुख के बचपन का किरदार निभाया था उन्हीं के बेटे आर्यन खान ने. ऐसा कह सकते हैं कि ये उनकी डेब्यू फिल्म थी. वैसे आर्यन ने इसके बाद कभी फिल्मों में काम नहीं किया.
मगर साल 2019 में आई ‘द लायन किंग’ में उनकी आवाज़ सुनाई दी. इस एनिमेटेड फिल्म के लिए शाहरुख ने मुफासा की आवाज़ दी और आर्यन खान ने मुफासा के बेटे सिंबा की. फिल्म चल निकली. खबर आई कि आर्यन जल्द ही एक्टिंग डेब्यू भी कर सकते हैं. फिर इस साल आर्यन का नाम ड्रग्स रैकेट में आ गया. NCB ने मुंबई से गोवा जा रहे कॉर्डेलिया नाम के एक क्रूज़ पर रेड डाली, जहां से शाहरुख के बेटे आर्यन समेत कुछ लोगों को हिरासत में लिया. आरोप था ड्रग्स की खरीददारी. इसके बाद ये मामला बढ़ता चला गया. पेशी के 25 दिनों बाद आर्यन खान को बॉम्बे हाई कोर्ट से बेल मिल गई.
वीडियो: कांग्रेस से जुड़ने से पहले कैसी रही सिद्धू मूसेवाला की लाइफ?