कर्नाटक की मैसूर यूनिवर्सिटी का 100वां दीक्षांत समारोह. इस समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से छात्रों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उठाए गए बड़े कदमों के बारे में बताया. पीएम मोदी के इस भाषण को पीएमओ, बीजेपी और अन्य लोगों ने ट्विटर पर शेयर किया. इसके बाद लोग अचानक पीएम मोदी को ट्रोल करने लगे और ‘सही जानकारी’ देने को कहने लगे.
अब पूरा खेल यहीं हुआ है. दरअसल समझने वालों ने कुछ ऐसा समझ लिया, जो पीएम मोदी ने कहा ही नहीं था. और सारा खेल शुरू हुआ एक ‘I’ से. जी हां, अंग्रेजी वर्णमाला वाला ‘आई’. चलिए आपको बताते हैं ये पूरा किस्सा, लेकिन उससे पहले ये जान लीजिए कि कर्नाटक की मैसूर यूनिवर्सिटी में पीएम ने क्या कुछ कहा.
क्या है पूरा मामला
पीएम मोदी ने बताया कि आजादी के इतने साल तक देश में आईआईटी, आईआईएम और एम्स जैसे नेशनल लेवल के संस्थानों की कमी थी. उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने इस खाई को पाटने की कोशिश की है और तेज गति से नए संस्थान खोलने के प्रयास किए हैं.
उन्होंने कहा-
“आज़ादी के इतने वर्षों के बाद भी साल 2014 से पहले तक देश में 16 IITs थे. बीते 6 साल में औसतन हर साल एक नया IIT खोला गया है. इसमें एक कर्नाटक के धारवाड़ में भी खुला है. 2014 तक भारत में 9 IIITs थे. इसके बाद के 5 साल में 16 IIITs बनाए गए हैं. बीते पांच-छह साल में 7 नए IIM स्थापित किए गए हैं, जबकि उससे पहले देश में 13 IIM ही थे. इसी तरह करीब छह दशक तक देश में सिर्फ सात एम्स देश में सेवाएं दे रहे थे. साल 2014 के बाद इससे दोगुने यानी 15 एम्स देश में या तो स्थापित हो चुके हैं या फिर शुरू होने की प्रक्रिया में हैं.”
अब इसके बाद PMO India और BJP समेत कई बड़े बीजेपी नेताओं ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से इसी बात को लिखा. ये कुछ तस्वीरें देखिए-





इसके बाद ट्रोलर्स ने ट्विटर पर मजे लेने शुरू कर दिए. लोग पीएम मोदी की बातों को गलत बताने लगे. आगे बताएं, उससे पहले ये फोटो देखिए-
मसला वायरल होने लगा, तो हमने भी वीडियो चेक किया कि आखिर पीएम मोदी ने कहा क्या है. और फिर समझ गए कि खोदा पहाड़, निकली चुहिया. पीएमओ आदि के ट्वीट में लिखा था IIT और IIIT. लोग इसी में कन्फ्यूज़ हो गए. समझ ही नहीं पाए कि दोनों में फर्क है और पीएम मोदी को ट्रोल करने लगे.
अब आप समझ गए होंगे कि मामला केवल एक I यानी ‘आई’ का था. वैसे भी पुरानी कहावत है कि एक वर्ण मात्र से बात का अर्थ ही बदल जाता है. ऐसा ही कुछ इस मामले में भी हुआ.
वीडियो देखिए–
Addressing the Centenary Convocation of the University of Mysore. https://t.co/xDblOs4u6E
— Narendra Modi (@narendramodi) October 19, 2020
वीडियो- NEET टॉपर शोएब आफताब ने अपने ‘असली’ कोचिंग इंस्टीट्यूट के बारे में क्या कहा?