अनागतविधाता च प्रत्युत्पन्नमतिस्तथा
द्वावेतौ सुखमेधेते यद्भविष्यो विनश्यति
भावार्थ : जिसको पता है, उसको पता है!
मास्क पर WHO से भी ज़्यादा कन्फ्यूज़ कोई है तो वो है जनता. अभी तक ये तय ही नहीं कर पाई है कि मास्क लगाना ज़रूरी है. इसी कारण फनी इंसीडेंट भी होते हैं.
ख़बर :
तो बात ये है कि दमोह में बिना मास्क जाते एक आदमी को पुलिस धरती, उसके पहले ही उसने कथित मास्क पहन लिया, ये कथित मास्क उसकी पत्नी का पेटीकोट था. मानव सभ्यता के इतिहास में ‘तू जहां-जहां चलेगा, मेरा साया साथ होगा’ पहली बार लिटरली सही साबित हुआ. (पेटीकोट को साया भी कहते हैं!)
एमपी में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, इसलिए रविवार को लॉकडाउन रहता है. बाहर निकलना बंद. जो बाहर निकले उनकी चेकिंग होती है. मास्क न पहनने वालों पर ज़ुर्माना होता है. दमोह जिले के बांदकपुर में ‘देशभक्ति जनसेवा’ वाली एमपी पुलिस इसी कार्यक्रम में लगी थी. प्रत्युत्पन्नमति मत्स्य के पुनर्जन्म इन भाई साहब को दूर से ही नज़र आ गया कि चेकिंग चल रही है. ऐसे में बाइक रोकी और थैले से पत्नी का पेटीकोट निकाला और नाड़े की मदद से चेहरे पर बांध कर नाक और मुंह दोनों ढंक लिए. जुगाड़ का ये पराक्रम देख एन नाइंटी फाइवों की आत्मा कलप गई. सर्जिकल मास्कों ने इस्तीफा दे दिया. तीन लेयर वाले तमाम मास्कों ने VRS के लिए अप्लाई कर दिया.
पुलिस की बैरीकेडिंग के पास से जब ये नायाब मास्क गुजरा तो पुलिस वालों की हंसी भी छूट गई. किसी ने वीडियो बना लिया जो कि रिवाजानुसार वायरल भी हो गया.
.दमोह । पुलिस की चालानी कार्यवाही से बचने युवक ने पत्नी के पेटीकोट को बनाया मास्क
पुलिस कर्मियों ने वीडियो बनाकर उड़ाया मजाक
शोसल मीडिया पर किया वायरल
जिले में दो दिन का किया गया हैं टोटल लॉकडाउन
दमोह जिले की बांदकपुर चौकी क्षेत्र में चालानी कार्यवाही के दौरान मामला आया सामनेPosted by SAGAR TODAY news on Sunday, 26 July 2020
और बेस्ट बात! पुलिस ने बंदे को बिना चालान के जाने भी दिया.
बंदे की खुराफात से वो ऐड याद आ गया, जिसमें हेलमेट न होने पर बाइक चलाता लड़का तरबूज सिर पर पहन लेता है और चालान से बच जाता है.
कुल जमा बात ये है कि मास्क पहनें, चालान के डर से नहीं, वायरस के डर से. वर्ना प्रत्युत्पन्नमति को यद्भविष्य की गति पाने में ज़्यादा समय नहीं लगता. (जिसको पता है, उसको पता है!)
शेष मास्क से जुड़ा ये वीडियो भी देख डालें.