2022 बस अब एक बिलांग दूर है. कोरोना के कारण लंबे वक्त तक से बंद पड़े सिनेमाघर फाइनली साल खत्म होने से पहले खुल ही गए. ‘पुष्पा’, ‘स्पाइडरमैन’ जैसी फ़िल्मों का अच्छा प्रदर्शन इस बात का सबूत है कि पब्लिक थिएटर एक्सपीरियंस को कितना मिस कर रही थी.
लेकिन पिछले 2 सालों में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स भी हमारे पोर्टेबल थिएटर बन गए हैं. हालांकि इससे एक समस्या बढ़ गई है. इतने सारे ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर इतना अच्छा-अच्छा कंटेंट देखने को है कि समझ ही नहीं आता क्या देखें-क्या छोड़ें. आपकी इसी समस्या का समाधान करने के लिए ही हम बैठे हैं. हम आपको हर OTT पर उपलब्ध बढ़िया कॉन्टेंट छांटकर देंगे. इस कड़ी में हमने सोनी लिव पर रिलीज़ हुई इस साल की बेहतरीन फ़िल्मों और शोज़ की लिस्ट तैयार की है. ताकि आप कुछ भी मिस ना करें. तो फिर शुरू करते हैं.
1. ट्रिस्ट विथ डेस्टिनी (हिंदी फ़िल्म)
कास्ट – आशीष विद्यार्थी, जयदीप अहलावत, विनीत कुमार
डायरेक्टर – प्रशांत नायर

कहानी- ये चार छोटी कहानियों को मिलाकर बनी एक एंथोलॉजी फिल्म है. कहानियों की थीम जाति, क्षेत्र, चमड़ी के रंग और बदला है.
ख़ास बात- ये कहानियां प्रतीकों के माध्यम से समाज में बसी कुरीतियों को उजागर करती हैं.
2. टब्बर (हिंदी सीरीज़)
कास्ट – सुप्रिया पाठक, पवन मल्होत्रा, रणवीर शौरी
डायरेक्टर – अजीत पाल सिंह

कहानी- पंजाबी में परिवार को ‘टब्बर’ कहा जाता है. इस शो कहानी है एक सीधे-सादे परिवार की जो क्राइम जगत के जाल में फंस जाता है.
ख़ास बात- सुप्रिया पाठक और पवन मल्होत्रा का बेहतरीन अभिनय. इन दोनों से आंखें नहीं हटतीं.
3. विसल ब्लोअर (हिंदी सीरीज़)
कास्ट – रवि किशन, सोनाली कुलकर्णी, सचिन खेडेकर
डायरेक्टर – मनोज पिल्लई

कहानी- ये शो एजुकेशन स्कैम को दिखलाता है. शो में दिखाया गया है कि कैसे नेता, बिज़नेसमैन और कुछ सरकारी कर्मचारियों ने मिलकर मध्यप्रदेश में मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम में घोटाला किया था.
ख़ास बात- इस शो की कहानी मध्यप्रदेश में हुए व्यापम घोटाले से प्रेरित है.
4. गुल्लक-2(हिंदी सीरीज़)
कास्ट – जमील खान, गीतांजलि कुलकर्णी
डायरेक्टर – पलाश वासवानी

कहानी- कानपुर के रहने वाले बेहद सिंपल मिडिल क्लास मिश्रा परिवार की कहानी है ‘गुल्लक-2’. एक आम परिवार में रोज़ाना आने वाली छोटी-छोटी मुश्किलों, खुशियों को शो में ख़ूबसूरती से दिखाया गया है.
ख़ास बात- मिडिल क्लास परिवार का बहुत रिलेटबल प्रेजेंटेशन है. एकदम अपना सा लगता है शो.
5. महारानी (हिंदी सीरीज़)
कास्ट – हुमा कुरैशी, सोहम शाह, अमित सियाल
डायरेक्टर – करण शर्मा

कहानी- कहानी है बिहार की. वहां रहने वाली रानी भारती नाम की लड़की की, जो एक आम घरेलू महिला से अचानक बिहार की मुख्यमंत्री बन जाती है.
ख़ास बात- ‘जॉली LLB’ जैसी फ़िल्मों के डायरेक्टर सुभाष कपूर इस शो के क्रिएटर हैं. शो की कहानी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और राबड़ी देवी की कहानी से प्रेरित है.
6. योर ऑनर-2 (हिंदी सीरीज़)
कास्ट – जिम्मी शेरगिल, गुलशन ग्रोवर, माही गिल
डायरेक्टर – ईश्वर निवास

कहानी- एक जज की कहानी, जो खुद क्राइम कर बैठता है. सीज़न वन में जज बिशन सिंह की लाइफ़ में शुरू हुई क्राइम रिलेटेड मुसीबतें सीज़न टू में भी कंटिन्यू रहती हैं.
ख़ास बात- एज ऑफ़ दी सीट थ्रिलर है ये. गुलशन ग्रोवर को सीरीज़ में देखना अच्छा अनुभव है.
7. काठमांडू कनेक्शन (हिंदी सीरीज़)
कास्ट – अमित सियाल, अंशुमन पुष्कर, गोपाल दत्त
डायरेक्टर – सचिन पाठक

कहानी- 1993 बॉम्बे ब्लास्ट के इन्वेस्टिगेशन पर बेस्ड है ये शो. उस बम ब्लास्ट के तार नेपाल के काठमांडू तक जुड़े निकलते हैं.
ख़ास बात- शो एक रोमांचक थ्रिलर है ही, राज शेखर का लिखा ‘स्याही’ गाना भी काफी इंटेंस है. इसे काफी पसंद किया गया था.
8. चुरुली (मलयालम फ़िल्म)
कास्ट – चेम्बन विनोद, सौबिन शाहिर, जोजू जॉर्ज
डायरेक्टर – लिज़ो जोस पलीशेरी

कहानी- दो अंडरकवर ऑफिसर एक वॉन्टेड क्रिमिनल की तलाश में चुरुली गांव जाते हैं. लेकिन वहां कुछ ऐसा घटित होता है कि दोनों चुरुली के जंगलों में खुद को फंसा पाते हैं.
ख़ास बात- ‘जलीकट्टू’ के मेकर लिज़ो जोस पलीशेरी ने ही ‘चुरुली’ को बनाया है. फ़िल्म की सिनेमैटोग्राफी और हाई थ्रिलिंग ड्रामा आपको फिल्म से बांधे रखता है.
9. कारखानीसांची वारी (मराठी फ़िल्म)
कास्ट – मोहन अगाशे, अमेय वाघ, गीतांजलि कुलकर्णी
डायरेक्टर – मंगेश जोशी

कहानी- पुरुषोत्तम कारखानीस की डेथ हो गई है. उनकी अंतिम इच्छा थी कि उनकी राख को तीन जगह फैलाया जाए. उनके पुश्तैनी मकान, उनके खेत और पंढरपुर की चंद्रभागा नदी. उन्होंने अपने पीछे परिवार के लिए एक लिफाफा छोड़ा है, जिसे उनकी इच्छा पूरी करने के बाद ही खोला जाएगा. अब कारखानीस फैमिली उनकी अंतिम इच्छा पूरी करने निकली है. इस यात्रा में क्या होता है और उस लिफ़ाफ़े में क्या था, ये इस फिल्म के रोचक पहलू हैं.
ख़ास बात- 33वें टोक्यो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में शामिल होने वाली ‘कारखानीसांची वारी’ इकलौती भारतीय फिल्म थी.
10. शांतीत क्रांति (मराठी वेब सीरीज़)
कास्ट – अभय महाजन, ललित प्रभाकर, आलोक राजवाडे
डायरेक्टर – सारंग, पॉला

कहानी- कहानी है तीन लड़कों की, जिन्होंने बचपन में ‘दिल चाहता है’ देखी थी और तब से अपना ‘दिल चाहता है’ मोमेंट क्रिएट करने के लिए बैठे हैं. ‘दिल चाहता है’ के 20 साल पूरे होने पर तीनों फाइनली अपना ड्रीम पूरा करने और मोमेंट क्रिएट करने रोड ट्रिप पर निकल ही जाते हैं.
ख़ास बात- ‘शांतीत क्रांति’ को यूथ ऑडियंस ने काफी पसंद किया था.
11. थाएन (तमिल फ़िल्म)
कास्ट – तरुण, अबरनथी
डायरेक्टर – गणेश विनायकन

कहानी- ये कहानी है वेलू नाम के एक मधुमक्खी पालने वाले की. जो अपनी पत्नी के साथ रोज़मर्रा की मुश्किलों से जूझते हुए भी एक ख़ुशहाल ज़िंदगी गुज़ार रहा है. लेकिन एक दिन उसकी खुशियों को नज़र लग जाती है. जब उसकी पत्नी को एक गंभीर बीमारी हो जाती है.
ख़ास बात- क्रिटिक्स ने फ़िल्म की झोली भर-भर तारीफ़ की.
12. आकाशवाणी (तेलुगु फ़िल्म)
कास्ट – विनय वर्मा, प्रशांत
डायरेक्टर – अश्विन गंगाराजू

कहानी- समाज से कटे दूर जंगलों में कुछ आदिवासी रहते हैं. जो अपनी ही मान्यताओं और अपनी ही रीतियों को मानते हैं. इन भोले-भाले लोगों पर लालची ज़मींदार हुक्म चलाता रहता है. वो इन गांव वालों का ऐसा ब्रेनवाश कर देता है कि वो नदी पार कर शहर की ओर जाने के बारे में सोचते भी नहीं है. ऐसे में एक दिन कहीं से इस जंगल में एक रेडियो आ जाता है. जिसे वहां के लोग भगवान की आवाज़ समझ लेते हैं.
ख़ास बात- फिल्म हल्के-फुल्के ढंग से बड़े गंभीर मुद्दों पर बात करती है.
13. कसाडा थपारा (तमिल फ़िल्म)
कास्ट -संदीप किशन, हरीश कल्याण, रेजिना कैसांड्रा
डायरेक्टर – चिम्बु देवेन

कहानी- इस फिल्म की कोई एक कहानी न होकर ये छह अलग-अलग कहानियों का गुलदस्ता है.
ख़ास बात- फिल्म में भले ही छह शार्ट स्टोरीज हैं, लेकिन वो एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं. इससे बढ़िया थ्रिल पैदा होता है.
14. कानेक्काने (मलयालम फ़िल्म)
कास्ट – ऐश्वर्या लक्ष्मी, टोविनो, सूरज
डायरेक्टर – मनु अशोकन

कहानी- कहानी एक पिता की है, जो अपनी बेटी को एक रोड एक्सीडेंट में खो देता है. कुछ समय बाद उसे उस एक्सीडेंट की असली सच्चाई पता चलती है. आगे की कहानी थ्रिलिंग है.
ख़ास बात- भले ही ये थ्रिलर हो लेकिन फिल्म कई जगह आपको इमोशनल करती है. ह्यूमन साइकोलॉजी को बेहद महीन ढंग से परदे पर उतारा गया है.
15. विवाह भोजनंबु (तेलुगु फ़िल्म)
कास्ट -सत्या, संदीप किशन
डायरेक्टर – राम अब्बाराजू

कहानी- महेश नाम के एक लड़के के ससुराल वाले लॉकडाउन के दौरान उसके घर में फंस गए हैं. अब महेश को उनके लिए दिन-रात खाना बना-बना कर खिलाना पड़ता है. इसी से हास्य उपजता है.
ख़ास बात- लाफ रॉयट कहलाई गई इस फिल्म को बढ़िया रिसेप्शन मिला.
तो ये थे सोनी लिव पर इस साल रिलीज़ हुई 15 बेहतरीन फिल्में और शोज़. समय निकाल कर देख लीजिए. हैप्पी न्यू ईयर.
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