पेट्रोल-डीज़ल कत्तई आग लगाए पड़ा है. लगातार दाम बढ़े जा रहे हैं. देश के कई हिस्सों में तो पेट्रोल 100 रुपये लीटर से भी पार पहुंच गया है. जब भी देश में कोई बड़ी घटना होती है, अच्छी-बुरी कुछ भी, तो उस पर अभिव्यक्ति के सबसे मारक ज़रियों में से एक रहा है- अमूल का कार्टून. तमाम मौकों पर जो बात हम-आप सोच रहे होते हैं, वो अमूल का कार्टून कह जाता है. लेकिन पेट्रोल-डीजल की इस ‘ऐतिहासिक पारी’ पर अब तक अमूल का कोई कार्टून नहीं आया. ऐसा क्यों?
यही सवाल उठाते हुए एक लेखक कार्तिक ने ट्वीट किया. उन्होंने चार उन मौकों के अमूल ऐड ट्वीट किए, जब पेट्रोल काफी महंगा हुआ था. एक विज्ञापन था मई-2012 का, दूसरा- सितंबर 2013 का, तीसरा- मई 2018 का और चौथा सितंबर 2018 का. साथ में लिखा-
“अब जब पेट्रोल 100 रुपये के पार हो गया है तो अमूल के विज्ञापन का इंतजार है.”
Waiting for Amul topical when petrol hits Rs. 100. pic.twitter.com/DTfOcFKBXr
— Karthik (@beastoftraal) February 16, 2021
उनके इस ट्वीट के जवाब में आम आदमी पार्टी की सोशल मीडिया टीम के कपिल ने एक फोटो पोस्ट किया, जिसमें अमूल के विज्ञापनों वाली बच्ची जेल में सलाखों के पीछे बैठी दिख रही है. साथ में लिखा –
“अगर अमूल आज पेट्रोल के दाम बढ़ने पर विज्ञापन बनाए तो उसके साथ ये होगा.”
Amul Girl, if Amul makes a cartoon on Petrol Prices today! https://t.co/PUCBhNsRi5 pic.twitter.com/IpHJ3zJQ8V
— Kapil (@kapsology) February 17, 2021
इसके ज़रिये वे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मौजूदा हालातों पर तंज करना चाह रहे थे. उनके इस ट्वीट पर बाकी यूज़र्स ने भी दिलचस्प कॉमेंट्स किए. किसी ने लिखा कि साब अमूल तो ख़ुद महंगा हुआ जा रहा है. तो किसी ने लिखा कि अब भक्त अमूल के विज्ञापन वाली लड़की की धर्म और जाति खोजने में जुट गए होंगे.
अमूल के उर्मिला वाले कार्टून में ऐसा क्या है कि उसे आईटी सेल वाला कहा जा रहा