‘दी लल्लनटॉप’ देश में चल रहे लोकसभा चुनाव की ग्राउंड से सीधी कवरेज आप तक पहुंचा रहा है. इसके अलावा फेसबुक के साथ मिलकर देश के अलग-अलग इलाकों में फ़ेक न्यूज़ से बचने के लिए वर्कशॉप भी कर रहा है. साथ ही, लोगों से जान रहा है कि उन्हें किन ख़बरों के फ़ेक होने पर शक है. इस कड़ी में हमारी टीम पहुंची दिल्ली. यहां ‘दी लल्लनटॉप’ के रिपोर्टर नीरज ने ऐसी ही वर्कशॉप की.
तनिष्क दिल्ली के रहने वाले हैं.
वर्कशॉप अटेंड कर रहे तनिष्क को एक ख़बर पर शक था. वो एक वायरल मैसेज की सच्चाई जानना चाहते हैं जिसमें दावा किया जा रहा है कि नीरव मोदी ने कांग्रेस पार्टी को 98 करोड़ चंदा दिया था. हमने इस ख़बर की पड़ताल की.
दावा
दावे में कई तरह के कैप्शन का इस्तेमाल किया जा रहा है. जैसे
मैंने अकेले नहीं खाया, सबको हिस्सा दिया है। सब मिल कर चुकाये : नीरव मोदी
ऐसी ख़बर भाजपा के बारे में भी चली थी पहले.
इसके अलावा
नीरव मोदी ने कांग्रेस को 98 करोड़ क्यो दिये????
प्रोपर एजेंडा चल रहा है इस मामले में.
दावे के साथ एक चेक दिखाया जा रहा है. जहां एक सिग्नेचर दिख रहा है जिसे नीरव मोदी के सिग्नेचर बताया जा रहा है. हमने इस दावे की पड़ताल की.
पड़ताल
इस चेक पर 98 करोड़ रुपये लिखे हुए हैं. आप में से जो बैंक चेक का इस्तेमाल करता है, वो पहली नज़र में इस चेक में की गईं गलतियां पकड़ लेगा.
# इस चेक के बाईं तरफ सबसे ऊपर की तरफ लाइनें नहीं लगी हैं. यानी चेक का इस्तेमाल नहीं हुआ. इस चेक पर डेट लिखी है 25.09.2011. आज साल 2019 है. तो क्या चेक 8 साल से इस्तेमाल नहीं हुआ. इतना बड़ा और अहम चेक इस्तेमाल क्यों नहीं किया गया.
ये है वायरल मैसेज में शेयर की जा रही फोटो.
# ओह्ह…शायद नीरव मोदी ने Ninety यानी नब्बे को गलती से ‘Ninenty’ लिख दिया था. इसीलिए इस्तेमाल नहीं हुआ होगा. वैसे इतना अहम चेक कैसे गलत लिख दिया गया?
# ऑनलाइन जमाना है. चेक बुक पर अकाउंट नंबर लिखा होता है. आप खाता नंबर डालो तो खट से पता चल जाता है कि किसका अकाउंट है. ये अकाउंट है कृष्ण थापा का. असम के लखीमपुर में एक्सिस बैंक का ये खाता है.
लगता है थापा जी की चेक बुक किसी ने मार ली है.
पत्रकार पार्थप्रीतम चक्रबर्ती ने भी इस ख़बर के बारे में कुछ ऐसा ही लिखा है.
नतीजा
हमारी पड़ताल में ये दावा झूठ निकला. ये एक फर्ज़ी चेक की तस्वीर है. जो शायद किसी ने मौज लेने के लिए बना दिया होगा. फिर शुरू हुए एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर. लेकिन सच यही है कि ये चेक झूठ है. गलत है.
अगर आपको चुनाव से जुड़ी या उसके अलावा भी किसी ख़बर पर शक हो तो हमें लिखें. हमारा पता है PADTAALMAIL@GMAIL.COM