The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • India
  • Uttarakhand Panchayat bans wearing over three jewellery at weddings women opposed

झुमके, नथ और मंगलसूत्र...इसके अलावा कोई गहना पहना तो 50 हजार का जुर्माना लगेगा!

यह फरमान Uttarakhand के जौनसार इलाके के कंदाड़ और इद्रोली गांव में जारी किया गया है. दोनों गांवों की पंचायत ने मिलकर यह फैसला लिया है. वजह है सोने पर छाई महंगाई...

Advertisement
Uttarakhand Panchayat bans wearing over three jewellery at weddings women opposed
महिलाओं के गहनों की सांकेतिक तस्वीर. (Photo: ITG)
pic
सचिन कुमार पांडे
30 अक्तूबर 2025 (Published: 01:08 PM IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

उत्तराखंड की एक पंचायत ने अजीबोगरीब फरमान जारी करते हुए शादी में महिलाओं के तीन से ज्यादा गहने पहनने पर रोक लगा दी है. पंचायत का आदेश है कि महिलाएं शादी में केवल कान के झुमके, नाक की नथ और मंगलसूत्र पहन सकती हैं. इसके अलावा कोई और गहना उन्होंने पहना तो उन पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा.

आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक यह अजीबोगरीब फरमान उत्तराखंड के जौनसार इलाके के कंदाड़ और इद्रोली गांव में जारी किया गया है. दोनों गांवों की पंचायत ने मिलकर यह फैसला लिया है. रिपोर्ट के अनुसार पंचायत का मानना है कि सोने की कीमत लगातार बढ़ रही है, लेकिन महिलाएं शादियों के मौके पर सोने के गहने खरीदने का दबाव बनाती हैं. इसलिए केवल तीन गहने पहनने वाला सामाजिक नियम लागू किया गया है.

महिलाओं ने किया विरोध

कई महिलाओं ने पंचायत के इस फैसले का विरोध भी किया है. महिलाओं का कहना है कि अगर खर्चे में कमी लाने की बात है तो पुरुषों के शराब और फिजूलखर्ची पर भी रोक लगाई जाए. एक महिला ने पंचायत के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि सोना एक निवेश है, जो मुश्किल समय में काम आता है. शराब और अन्य फिजूलखर्ची का क्या. वहीं एक अन्य महिला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ब्रांडेड शराब और चिकन, ये सब दिखावे की चीजें हैं. शादियों में पहले घर की बनी शराब परोसी जाती थी, लेकिन ब्रांडेड शराब और महंगे गिफ्ट का चलन बढ़ गया है. खर्च कम करने की ही बात है तो शराब और मांस पर भी बैन लगना चाहिए.

यह भी पढ़ें- सड़क किनारे बियर पार्टी, पुलिस ने रोका तो गरियाने लगे, AIIMS के 'डॉक्टर साहब' लोगों की करतूत

पुरुष बोले- महिलाओं की मांग जायज

महिलाओं की इस डिमांड पर गांव के कुछ पुरुषों ने कहा कि इस पर विचार किया जा सकता है. महिलाओं की मांग जायज है. बता दें कि जौनसार इलाके में अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों की आबादी सबसे अधिक है. यहां सामाजिक स्तर पर पंचायत का बहुत महत्व है. यहां रहने वाले लोग रहन-सहन से लेकर सामाजिक मसलों तक पंचायत के फैसलों का गंभीरता से पालन करते हैं.

वीडियो: मालामाल वीकेंड: गहने महंगे हुए तो भी खरीद सकेंगे गोल्ड, बस ये करना होगा

Advertisement

Advertisement

()