"उम्मीद है मेरी हिंदू पत्नी भी एक दिन चर्च आएंगी", US वाइस प्रेसिडेंट वेंस के बयान पर बवाल मचा है
अमेरिका के Vice President JD Vance ने आगे कहा कि उनका धर्म उनके लिए जरूरी है, लेकिन Usha के विश्वास से उनकी शादी में कोई दिक्कत नहीं हुई. उन्होंने कहा कि अगर वह धर्म नहीं बदलती, तो भगवान कहते हैं कि हर किसी के पास इस चीज की आजादी है.

अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस (JD Vance on His Wife's Religion) के एक बयान पर खूब बवाल मचा है. दिवंगत दक्षिणपंथी एक्टिविस्ट चार्ली कर्क के 'टर्निंग पॉइंट यूएसए' (TPUSA) के एक प्रोग्राम में उनसे एक भारतीय छात्रा ने सवाल पूछा. छात्रा ने पूछा कि मुझे यह साबित करने के लिए ईसाई क्यों बनना पड़ेगा कि मैं अमेरिका से प्यार करती हूं? अब चूंकि जेडी वेंस की पत्नी ऊषा वेंस भी एक हिंदू परिवार से हैं, लिहाजा उनका उदाहरण देते हुए उपराष्ट्रपति वेंस ने जवाब में कहा,
अब, ज़्यादातर रविवार को ऊषा (Usha Vance) मेरे साथ चर्च आती हैं. मुझे उम्मीद है कि आखिरकार वह भी उसी चीज़ से प्रभावित होंगी जिससे मैं चर्च में प्रभावित हुआ था. हां, मैं यही चाहता हूं, क्योंकि मैं क्रिश्चियन गॉस्पेल में विश्वास करता हूं. और मुझे उम्मीद है कि आखिरकार मेरी पत्नी भी इसे उसी तरह से देखेगी.
उपराष्ट्रपति वेंस के इस बयान की वजह से कई लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं. वेंस ने आगे कहा कि उनका धर्म उनके लिए जरूरी है, लेकिन ऊषा के विश्वास से उनकी शादी में कोई दिक्कत नहीं हुई. उन्होंने कहा कि
अगर वह धर्म नहीं बदलतीं, तो भी भगवान कहते हैं कि हर किसी के पास आज़ादी है, और इसलिए इससे मुझे कोई दिक्कत नहीं होती. यह कुछ ऐसा है जिसे आप अपने दोस्तों, परिवार और जिस इंसान से आप प्यार करते हैं, उसके साथ मिलकर सुलझाते हैं.
जेडी वेंस ने 2019 में कैथोलिक धर्म अपना लिया था. कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने याद किया कि जब वह अपनी पत्नी से मिले थे, तब खुद को अज्ञेयवादी या नास्तिक मानते थे. हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि उनके बच्चों की परवरिश ईसाई संस्कृति में हो रही है. वे एक क्रिश्चियन स्कूल में पढ़ते हैं.
अपने पूरे भाषण में धर्म को मुख्य विषय बनाते हुए, वेंस ने कहा,
चार्ली कर्क के कार्यक्रम में बोल रहे थे वेंसमुझे यह सोचने में कोई शर्म नहीं है कि ईसाई मूल्य इस देश की एक महत्वपूर्ण नींव हैं. जो कोई भी आपसे कह रहा है कि उसका नजरिया न्यूट्रल है, उसके पास शायद आपको कुछ बेचने का एजेंडा है. और मैं इस बारे में कम से कम ईमानदार हूं कि मुझे लगता है कि इस देश की ईसाई नींव एक अच्छी बात है.
उपराष्ट्रपति वेंस ‘टर्निंग पॉइंट यूएसए’ (TPUSA) के कार्यक्रम में बोल रहे थे. TPUSA की स्थापना 2012 में शिकागो के बाहरी इलाके में 18 वर्षीय चार्ली कर्क ने इस मिशन के साथ की थी. स्टूडेंट्स को पहचानना, उन्हें पढ़ाना, ट्रेन करना और ऑर्गनाइज करना ताकि वे वित्तीय जिम्मेदारी, मुक्त बाज़ार और सीमित सरकार के सिद्धांतों को बढ़ावा दे सकें.
ट्रंप की सरकार में इन सभी बातों की झलक देखने को मिली थी. लेकिन 10 सितंबर को ओरेम (यूटा) में ‘यूटा वैली यूनिवर्सिटी’ में चार्ली कर्क को गोली मार दी गई, जिससे उनकी मौत हो गई. तब से उनकी पत्नी एरिका कर्क ‘टर्निंग पॉइंट यूएसए’ को चला रही हैं.
वीडियो: पहलगाम हमले के बाद जेडी वेंस ने पाकिस्तान को अब क्या कहा?



