दिवाली बोनस से नाराज कर्मचारियों ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे टोल फ्री कर दिया, कंपनी को लाखों का नुकसान हो गया
कंपनी का कहना था कि उन्हें मार्च 2025 में ठेका मिला है. वहीं कर्मचारियों का कहना था कि उन्हें ठेके से कोई मतलब नहीं. वो साल भर से वहीं काम कर रहे हैं. इसलिए उन्हें साल भर का बोनस मिलना चाहिए.

त्योहारों का मौसम है. हर तरफ तोहफे बंट रहे हैं. तमाम कंपनियां अपने कर्मचारियों को गिफ्ट्स (Diwali Gift) और बोनस (Diwali Bonus) भी बांट रही हैं. किसी की कंपनी या मालिक ने 'बढ़िया' गिफ्ट दे दिया है, तो किसी ने गिफ्ट के नाम पर 'ऊंट के मुंह में जीरा' दिया है. ऐसा ही एक मामला आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (Agra-Lucknow Expressway) पर देखने को मिला है. यहां फतेहाबाद टोल प्लाजा पर काम करने वाले कर्मचारियों को मालिक का दिया हुआ बोनस पसंद नहीं आया. लिहाजा उन्होंने टोल प्लाजा के सारे गेट खोल दिए जिससे हजारों गाड़ियां बिना टोल टैक्स दिए पास हो गईं.
क्या है पूरा मामला?आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर स्थित फतेहाबाद टोल पर 21 कर्मचारी काम करते हैं. इस टोल का जिम्मा श्री साइन एंड दातार नाम की कंपनी का है. मार्च 2025 से कंपनी इस टोल का संचालन कर रही है. अब दिवाली का मौका आया तो कंपनी ने कर्मचारियों को 1100 रुपये का बोनस दिया. लेकिन कर्मचारियों का कहना था कि पूरे साल कड़ी मेहनत करने के बाद सिर्फ 1100 रुपये का बोनस अपमानजनक है.
कर्मचारी कह रहे थे कि जब कंपनी ने मार्च में ठेका लिया, तब भी वो यहीं काम कर रहे थे. तो कंपनी ने आधे साल का हवाला देकर बोनस कैसे कम कर दिया? कर्मचारियों ने दिवाली की सुबह शिफ्ट शुरू होते ही कंपनी का विरोध शुरू कर काम बंद कर दिया. कुछ ही मिनटों में सैकड़ों गाड़ियां बिना टैक्स जमा किए पास होने लगीं. करीब 2 घंटे तक ऐसा ही चलता रहा.
गाड़ी चलाने वालों को बोनस मिल गयाजैसे ही एक्सप्रेसवे पर टोल फ्री हुआ; वहां मौजूद बस, कार, ट्रक, सभी दनादन निकलने लगे. लोग हैरान थे, लेकिन खुश भी थे कि उनके टोल टैक्स के पैसे बच गए. कुछ गाड़ी वालों ने इसका वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. देखते ही देखते 'फतेहाबाद टोल फ्री' कैप्शन से ये वीडियो वायरल होने लगे. करीब दो घंटे तक टोल खुला रहने से कंपनी को लाखों का नुकसान हुआ.

आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक बोनस से नाराज टोलकर्मियों को समझाने पुलिस पहुंची. टोलकर्मियों ने कोई बवाल या उपद्रव तो नहीं किया, लेकिन वो कंपनी से बहुत नाराज थे. इस बीच कंपनी ने दूसरे टोल प्लाजा से कर्मचारी बुलाकर काम शुरू करने की कोशिश की, लेकिन टोलकर्मियों ने उन्हें काम नहीं करने दिया. उनकी मांग थी कि जब तक बोनस का समाधान नहीं होगा, काम बंद रहेगा.
आखिरकार बन गई बातपुलिस ने टोलकर्मियों और कंपनी के बीच बात करवाई. कंपनी का कहना था कि उन्हें मार्च 2025 में ठेका मिला है. वहीं कर्मचारियों का कहना था कि उन्हें ठेके से कोई मतलब नहीं. वो साल भर से वहीं काम कर रहे हैं. इसलिए उन्हें साल भर का बोनस मिलना चाहिए. आखिरकार बातचीत में तय हुआ कि कंपनी टोलकर्मियों की सैलरी में 10 प्रतिशत का इजाफा करेगी. और उनकी बोनस की मांग पर गंभीरता से विचार किया जाएगा. इस आश्वासन के बाद कर्मचारी मान गए और टोल वापस से शुरू हुआ.
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