पटना एयरपोर्ट पर तेजस्वी ने तेज प्रताप को ऐसा इग्नोर किया, बड़े भाई का चेहरा सब बता गया
Tej Pratap Yadav और Tejashwi Yadav अपने-अपने चुनावी मिशन में लगे हुए हैं. ऐसी कंडीशन में दोनों भाइयों के बीच Patna Airport पर आमना-सामना हुआ, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है.

हॉलीवुड सुपरस्टार टॉम हैंक्स की एक मूवी है ‘दी टर्मिनल’. इसमें टॉम हैंक्स का कैरेक्टर 'विक्टर नवोर्स्की' अपने देश-परिवार से दूर कई दिनों तक एयरपोर्ट पर ही फंसा रह जाता है. ये तो हुई एयरपोर्ट पर घर-परिवार से बिछड़ने की बात. अब एयरपोर्ट पर पारिवारिक मिलन की बात कर लेते हैं. बात पटना एयरपोर्ट की है, जो पारिवारिक फूट से जूझ रहे राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के मुखिया लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों के बीच 'फिजिकल दूरी' कम होने का गवाह बना.
'दी टर्मिनल' फिल्म मेहरान करीमी नासेरी पर बनी सच्ची कहानी है. लेकिन लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव और छोटे बेटे तेजस्वी यादव के बीच एयरपोर्ट पर जो सच्चा घटनाक्रम हुआ, वो किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. बड़े भाई तेज प्रताप पटना एयरपोर्ट पर एक गारेमेंट स्टोर पर थे, तभी अचानक छोटे भाई तेजस्वी भी आ गए. ‘करीब’ तो नहीं, लेकिन करीब-करीब.
लालू प्रसाद यादव अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को घर से निकाल चुके हैं. इसके बाद हैं तेज प्रताप और तेजस्वी के रास्ते अलग हो चुके हैं. दोनों भाई अपने-अपने चुनावी मिशन में लगे हुए हैं. ऐसी कंडीशन में दोनों भाइयों के बीच पटना एयरपोर्ट पर आमना-सामना हुआ, जिसके बारे में शायद ही दोनों ने सोचा होगा. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, जनशक्ति जनता दल के संस्थापक तेज प्रताप यादव यूट्यूबर समदीश भाटिया के साथ गारमेंट स्टोर पर 'बंडी' ढूंढ रहे थे. 'बंडी' माने वही बिना आस्तीन की नेहरू जैकेट जो हर राजनेता के पास खादी में अलग-अलग रंगों में मिलती है.
इस बीच तेज प्रताप का एक साथी उन्हें बोलता है,
"सर, तेजस्वी जी सामने से जा रहे हैं..."
इतने में कैमरा RJD नेता और बिहार के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव की तरफ घूम जाता है. तेजस्वी, विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के संस्थापक मुकेश सहनी और अपने साथियों के साथ टहलते हुए वहां से गुजरते हैं. लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यूट्यूबर समदीश को देखते ही मजाक करते हुए बोलते हैं,
"शॉपिंग करा रहे हैं क्या, भैया?"
समदीश उनसे हाथ मिलाते हैं और तेजस्वी मुस्कुराते हुए कहते हैं,
"आप बड़े लकी हैं."
इस पूरे सीन में तेज प्रताप कुछ फीट दूर खड़े चुपचाप और बेहद संजीदगी के साथ सब देखते रहते हैं. उनके चेहरे पर दृढ़ भाव नजर आता है, आंखें स्थिर दिखती हैं, लेकिन ये सब उनके अंदर उमड़ रही भावनाओं को नहीं छिपा पाते. फिर तेज प्रताप गारमेंट स्टोर की तरफ मुड़ जाते हैं, मानो कुछ हुआ ही ना हो.
दोनों भाई एक शब्द भी एक-दूसरे नहीं बोले. तेज प्रताप तो बस सबकुछ देखते खड़े रहे. तेजस्वी के जाने के बाद जब समदीश ने तेज प्रताप से धीरे से पूछा कि क्या आजकल तेजस्वी बात करते हैं, तो तेज प्रताप पहले तो टाल गए, फिर धीरे से बुदबुदाए, "वो अपना ठीक है..."
पटना एयरपोर्ट के फ्रेम में दो भाई खामोशी के साथ पास तो थे, लेकिन बंटे थे. अब पारिवारिक फूट की वजह से बंटे थे या राजनीति की वजह से? ये आप तय करिए.
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