बरेली में सपा की 'नो एंट्री', लखनऊ में माता प्रसाद पांडेय और संभल में सांसद बर्क हाउस अरेस्ट
सपा प्रमुख Akhilesh Yadav ने पार्टी के सांसदों और विधायकों के 14 सदस्यीय दल को बरेली जाने का निर्देश दिया था, जहां 'I Love Muhammad' विरोध प्रदर्शन के बाद तनाव चरम पर है.

उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडे (Mata Prasad Pandey) को बरेली रवाना होने से पहले पुलिस ने रोक लिया है. दरअसल, सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने पार्टी के सांसदों और विधायकों के 14 सदस्यीय दल को बरेली जाने का निर्देश दिया था, जहां 'I Love Muhammad' विरोध प्रदर्शन के बाद तनाव चरम पर है. सपा सांसद जियाउर्रहमान को भी संभल में नजरबंद कर दिया गया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, माता प्रसाद पांडे ने बताया कि शुरुआत में उन्हें घर में ही रहने के लिए एक पत्र जारी किया गया था, लेकिन बाद में उसमें सुधार कर दिया गया. उन्होंने बताया,
जैसे ही सरकार को हमारे बरेली दौरे की सूचना मिली, हमें रोकने के लिए लखनऊ स्थित हमारे निजी आवास पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया. यह पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण और अलोकतांत्रिक है. यह संवैधानिक अधिकारों का हनन है.
उधर, सपा सांसद जियाउर्रहमान को भी संभल में नजरबंद कर दिया गया है. तस्वीरों में उनके आवास के बाहर पुलिसकर्मी तैनात दिखाई दे रहे हैं.

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ‘X’ पर एक पोस्ट करते हुए लिखा,
सपा प्रमुख अखिलेश यादव का बरेली में प्रतिनिधिमंडल भेजना नौटंकी और बचकाना कदम है. सपा की पहचान मुस्लिम तुष्टिकरण की गंदी राजनीति से है. विधानसभा चुनाव 2027 में सपा की दुर्दशा और सफाया होना तय है. यूपी दंगा मुक्त, सुशासन व क़ानून व्यवस्था हमारी पहचान और उपलब्धि है. सपाइयों को यही रास नहीं आ रहा.
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बता दें कि 4 सितंबर को कानपुर में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के जुलूस के दौरान 'I Love Muhammad' लिखा बोर्ड लगाया गया था. इस पर 24 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई. इसके बाद 26 सितंबर को बरेली में जुमे की नमाज़ के बाद कोतवाली क्षेत्र में मस्जिद के बाहर बड़ी संख्या में लोग ‘I Love Muhammad’ के पोस्टर लेकर इकट्ठा हुए, जिसके चलते झड़पें हुईं.
पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 68 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक स्थानीय मौलवी भी शामिल थे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चेतावनी दी कि कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की किसी भी कोशिश पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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