'तुमने मेरी बेटी को मार डाला', ब्रेन ईटिंग अमीबा से बच्ची की मौत के बाद पिता ने किया डॉक्टर पर हमला
Kerla: डॉक्टर पर हमला करने वाले शख्स की 9 साल की बेटी इसी अगस्त 2025 में ब्रेन ईटिंग अमीबा का शिकार बन गई. बेटी की मौत के बाद, सुनुप ने इलाज करने वाले डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया.

केरल के कोझिकोड में एक व्यक्ति ने ऑन-ड्यूटी डॉक्टर पर हमला कर दिया. यह घटना थमारसेरी तालुका अस्पताल में हुई, जहां डॉक्टर विपिन ड्यूटी पर तैनात थे. हमलावर की 9 साल की बेटी दो महीने पहले ब्रेन ईटिंग अमीबा (Primary Amoebic Meningoencephalitis-PAM) के चलते जान से हाथ धो बैठी थी. शख्स अपनी बेटी की मौत के लिए डॉक्टर को जिम्मेदार मान रहा था और इसी नाराज़गी के चलते उसने हमला किया. घायल डॉक्टर विपिन को कोझिकोड के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने हमलावर सुनुप को हिरासत में ले लिया है.
क्या था पूरा मामला?इस हमले के पीछे का कारण सुनुप की 9 साल की बच्ची की मौत है. सुनुप की 9 साल की बेटी की अगस्त 2025 में PAM से मौत हो गई थी. अपनी बेटी की मौत के बाद, सुनुप ने इलाज करने वाले डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया था. लड़की का भाई भी PAM से संक्रमित था, लेकिन वह बच गया. उस समय भी सुनुप ने आरोप लगाया था कि उसकी बेटी के इलाज में डॉक्टरों ने लापरवाही बरती है.
बेटी की मौत से परेशान, डॉक्टर पर हमला कियाइंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार हमले के बाद दर्ज की गई एफआईआर में आरोप लगाया गया कि सुनुप दोपहर करीब डेढ़ बजे हॉस्पिटल सुप्रिटेंडेंट के कमरे में घुस आया. उस पर हत्या के प्रयास, चोट पहुंचाने के लिए अनाधिकृत रूप से कहीं प्रवेश करना और गंभीर चोट पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है. इसके अलावा, पुलिस ने संशोधित किए गए कानून 'Kerala Healthcare Service Persons and Healthcare Service Institutions (Prevention of Violence and Damage to Property)' के प्रावधानों को भी लागू किया है. यह कानून हेल्थकेयर सेक्टर से जुड़े लोगों और संस्थानों के खिलाफ हमला करने वालों को सजा देने के उद्देश्य से बनाया गया है.
मंत्री ने कहा, कड़ी कार्रवाई की जाएगीडॉक्टर पर हुए इस हमले के बाद राजनीतिक प्रतिक्रिया भी देखने को मिली है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह घटना चौंकाने वाली है. इस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. दूसरी ओर केरल सरकार चिकित्सा अधिकारी संघ (Kerala Government Medical Officers’ Association-KGMOA) ने हमले की निंदा की है. संघ ने कहा कि सरकार डॉक्टरों की सुरक्षा में विफल रही है. KGMOA ने कहा कि सभी डॉक्टर गुरुवार को कोझिकोड में ओपीडी की ड्यूटी का बहिष्कार करेंगे. साथ ही डॉक्टर्स राज्य के अन्य हिस्सों में भी विरोध दिवस मनाएंगे.
क्या है ब्रेन ईटिंग अमीबा?यह बीमारी मेनिंगोएन्सेफलाइटिस नाम के इंफेक्शन की वजह से फैलती है. ये इंफेक्शन पानी में पाए जाने वाले अमीबा के कारण होता है. इसका इंफेक्शन सीधे इंसान के दिमाग पर असर करता है. इसका मुख्य कारण ठहरे हुए पानी में नहाना या तैरना बताया जा रहा है. ठहरे हुए पानी में नहाने या तैरने के दौरान ये अमीबा इंसान के नाक और कान के जरिए दिमाग तक पहुंच सकता है.
डॉक्टर्स और एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये एक कम्युनिकेबल बीमारी नहीं है. यानी ये एक इंसान से दूसरे इंसान में नहीं फैलती जैसे खांसी या कोविड में होता है. लेकिन अगर ये हो जाए तो जान बचने का चांस बहुत कम होता है. यानी इस बीमारी में मृत्यु दर बहुत अधिक है. अगर किसी को ये बीमारी होती है तो लक्षण सामने आने में 5 से 10 दिन लग जाते हैं. इसके लक्षण में तेज सिरदर्द, बुखार, उल्टी, गर्दन मोड़ने में दिक्कत और तेज रौशनी में देखने में परेशानी होती है. अगर मरीज कोई बच्चा है तो उन्हें भूख नहीं लगती, वो खेलने-कूदने से बचते हैं. वजह, पूरे शरीर में सुस्ती सी आ जाती है. साथ ही उनमें याददाश्त कमजोर होना और दौरे पड़ने जैसे लक्षण भी दिख सकते हैं.
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