जम्मू-कश्मीर के सरकारी स्कूल के बच्चों ने गाया 'खून से तिलक, गोलियों से आरती', हंगामा मच गया
वायरल वीडियो में कथित तौर पर छोटे स्कूली बच्चे सुबह की असेंबली के दौरान गाते हुए दिख रहे हैं, "खून से तिलक करो, गोलियों से आरती." एक टीचर कथित तौर पर इसका वीडियो रिकॉर्ड करते देखा जा सकता है.

जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के एक सरकारी स्कूल की मॉर्निंग असेंबली का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में छोटे-छोटे स्कूली बच्चे कथित तौर पर ‘खून से तिलक करो, गोलियों से आरती’ बोलकर गीत गा रहे हैं. सरकारी स्कूल की प्रार्थना का वीडियो वायरल हुआ, तो जम्मू कश्मीर शिक्षा विभाग ने जांच तक आरोपी टीचर चंदर कुमार की सैलरी रोकने का आदेश जारी कर दिया.
शिक्षा विभाग ने इस घटना की जांच के लिए तीन सदस्यों की एक कमेटी बनाई है. यह आदेश तब दिया गया जब एक लोकल सोशल एक्टिविस्ट राजा शकील ने चीफ एजुकेशन ऑफिसर (CEO) डोडा के पास शिकायत दर्ज कराई. इसमें आरोप लगाया गया कि छोटे बच्चों को 'चरमपंथी और हिंसक' शिक्षा दी जा रही है.
डोडा के CEO इकबाल हुसैन ने इस मामले एक आदेश जारी किया, जिसमें लिखा है,
"सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खासकर Er. राजा शकील (सोशल एक्टिविस्ट) के फेसबुक पेज पर एक वायरल वीडियो सामने आया है, जिसमें गवर्नमेंट मिडिल स्कूल (GMS) सिचल के छात्र एक ऐसी प्रार्थना गाते दिख रहे हैं जो नाबालिगों के लिए सही नहीं है. इन एक्टिविस्ट से एक औपचारिक लिखित शिकायत भी मिली है, जिसमें छोटे बच्चों पर ऐसे कॉन्टेंट के मनोवैज्ञानिक असर के बारे में चिंता जताई गई है."
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए डोडा के CEO हुसैन ने कहा,
"हमने तुरंत कार्रवाई की और एक समिति गठित की. हमने उनकी सैलरी रोक दी है और जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कोई कार्रवाई करेंगे."
वीडियो में कथित तौर पर छोटे स्कूली बच्चे सुबह की असेंबली के दौरान गाते हुए दिख रहे हैं, "खून से तिलक करो, गोलियों से आरती." सुबह की असेंबली दिखाते हुए एक टीचर कथित तौर पर कहता है,
"आज 6 नवंबर है और गवर्नमेंट मिडिल स्कूल सिचल में नया क्लासिफिकेशन (रिजल्ट के बाद नई क्लास में एडमिशन लेने वाले छात्र) हुआ है. आप दृश्य देख सकते हैं, बच्चे स्कूल आए हैं और सुबह की असेंबली चल रही है... जय हिंद, जय भारत."
विभाग ने तीन हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल की एक कमेटी बनाई है. शिक्षा विभाग का यह कदम इस लिहाज से महत्वपूर्ण है, क्योंकि डोडा जिला सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील इलाका माना जाता है.
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