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नीति आयोग के पूर्व CEO अमिताभ कांत को Indigo ने हायर कर लिया

अमिताभ कांत 1980 बैच के केरल कैडर के IAS अधिकारी हैं. वे चार दशकों से प्रशासनिक सेवा में थे. उन्होंने G20 शेरपा के रूप में भी सेवाएं दीं, जहां उनका काम वैश्विक मुद्दों को सुलझाना था.

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Amitabh Kant
अमिताभ कांत. (फोटो- India Today)
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सौरभ
3 जुलाई 2025 (Published: 12:19 AM IST)
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पूर्व ब्यूरोक्रैट अमिताभ कांत अब इंडिगो के साथ काम करेंगे. इंडिगो (IndiGo) ने 3 जुलाई 2025 को पूर्व G20 शेरपा और नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत को कंपनी के गैर-कार्यकारी निदेशक (Non-Executive Director) के रूप में नियुक्त किया. इस नियुक्ति की घोषणा के बाद अमिताभ कांत का बयान भी आया. उन्होंने कहा,

"इंडिगो भारत के लिए नए बाजार खोलेगा और हमारे हवाई अड्डों को वैश्विक संपर्क और वाणिज्य के केंद्रों में बदलेगा. इससे पर्यटन, व्यापार और निवेश को बढ़ावा मिलेगा, और लोग, बाजार और अवसर सीमाओं के पार जुड़ सकेंगे. मैं इंडिगो और भारत के अगले विकास अध्याय में योगदान देने को लेकर उत्साहित हूं."

कौन हैं अमिताभ कांत?

अमिताभ कांत 1980 बैच के केरल कैडर के IAS अधिकारी हैं. वे चार दशकों से प्रशासनिक सेवा में थे. उन्होंने G20 शेरपा के रूप में भी सेवाएं दीं, जहां उनका काम वैश्विक मुद्दों को सुलझाना था.  

अमिताभ कांत छह वर्षों तक नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) भी रहे. इस दौरान उन्होंने एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम का नेतृत्व किया, जिसकी मदद से कई पिछड़े जिलों को देश के शीर्ष प्रदर्शनकारी जिलों में शामिल किया गया. इस कार्यक्रम को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा भी मान्यता दी गई.

अपनी सर्विस के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर भी कार्य किया. उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (National Highways Authority of India) के बोर्ड के निदेशक और भारत के राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग (National Statistical Commission) के सदस्य के तौर पर भी काम किया है.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक अमिताभ कांत ने भारत सरकार की कई स्कीम्स का नेतृत्व भी किया, जिनमें मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, इनक्रेडिबल इंडिया और गॉड्स ओन कंट्री जैसे कार्यक्रम प्रमुख हैं.

कांत ने ग्रीन हाइड्रोजन मिशन और ट्रांसफॉर्मेटिव मोबिलिटी व बैटरी स्टोरेज पर राष्ट्रीय मिशन जैसे बड़े स्तर के अभियानों में भी अहम भूमिका निभाई है. इंडिगो अब उनके अनुभव का लाभ उठाकर भारत के ट्रांसपोर्टेशन क्षेत्र में तेजी लाना चाहती है.

वीडियो: G20 समिट में कितना खर्च हुआ? शेरपा अमिताभ कांत ने ये जवाब दिया

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