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पाकिस्तान बॉर्डर पर तैनात होगी ये घातक एयर डिफेंस गन, एक मिनट में दाग सकती है 3 हजार राउंड

भारत अपना खुद का मल्टी लेयर Iron Dome डेवलप कर रहा है. इसका नाम 'Sudarshan Chakra' रखा गया है. AK-630, इसी का एक हिस्सा है जिसके तहत एक 30mm Gun तैनात होगी जिसकी Cyclic Firing Rate यानी प्रति मिनट गोलियां दागने की क्षमता 3 हजार है. फिलहाल Indian Navy के कई जहाजों पर ये गन तैनात है.

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india to procure additional ak 630 air defence gun
फायरिंग के दौरान AK-630 एयर डिफेंस गन (PHOTO- Wikipedia)
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मानस राज
6 अक्तूबर 2025 (Published: 11:39 AM IST)
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ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) भारत के लिए एक बहुत ही सफल ऑपरेशन रहा. भारत की तीनों सेनाओं ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर स्थित आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया. इसके बाद पाकिस्तानी सेना के हमले का भी करारा जवाब दिया और उनके कई एयरबेस और एयर डिफेंस उड़ा दिए. लेकिन ये ऑपरेशन सिर्फ हमले तक ही सीमित नहीं था. भारत ने पाकिस्तानी ड्रोन्स और शेलिंग (तोप के हमले) का भी बखूबी बचाव किया. और इसी बचाव से सीखते हुए भविष्य के लिए इंडियन आर्मी (Indian Army) ने एक नई एयर डिफेंस गन (Indian Air Defence Systems) खरीदने का फैसला किया है. ये गन पहले से ही इंडियन नेवी के जहाजों पर तैनात है. नाम है एके-630 30mm गन (AK-630 30mm Gun). भारत ने अपने मल्टीलेयर डिफेंस सिस्टम, 'सुदर्शन चक्र' के तहत इस घातक बंदूक को खरीदने का फैसला किया है. तो समझते हैं क्या है इस बंदूक की खासियत?

भारत के ‘सुदर्शन चक्र’ का हिस्सा है AK-630

AK-630 एक मोबाइल एयर डिफेंस सिस्टम है. यानी इसे आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है. सेना ने इसके लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (Request For Proposal) यानी RFP जारी कर दिया है. RFP वो डॉक्यूमेंट है जो किसी रक्षा खरीद से पहले जारी किया जाता है. इसमें उस प्रोडक्ट की खरीद, जरूरत, खासियत, तकनीकी फीचर्स और बिडिंग (लगाई जाने वाली बोली) की डिटेल होती हैं. इंडियन आर्मी ने फिलहाल 6, AK-630 एयर डिफेंस गन के लिए RFP जारी की है. 

इस गन के लिए सेना की ओर से 'एडवांस वेपन एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड' (AWEIL) ने RFP जारी की है. इस गन को शुरुआत में पाकिस्तानी सीमा और लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) से लगे इलाकों और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा में तैनात किया जाएगा. ये कुछ-कुछ वैसा ही है जैसा इजरायल का आयरन डोम सिस्टम. आयरन डोम में अलग-अलग तरह के खतरों के लिए अलग-अलग तरह के हथियार हैं. जैसे ड्रोन्स के लिए अलग और मिसाइल्स के लिए अलग.

भारत भी अपना खुद का मल्टी लेयर आयरन डोम डेवलप कर रहा है. इसका नाम 'सुदर्शन चक्र' रखा गया है. AK-630, इसी का एक हिस्सा है जिसके तहत एक 30mm की गन तैनात होगी जिसकी फायरिंग रेट यानी प्रति मिनट गोलियां दागने की क्षमता 3 हजार है. चूंकि इस सिस्टम को एक गाड़ीनुमा प्लेटफॉर्म पर लगाया जाता है, इसलिए इसे कहीं भी ले जाना आसान है. इसके कुछ फीचर्स पर नजर डालें तो-

  • श्रेणी: मोबाइल एयर डिफेंस गन
  • राउंड: 30mm
  • रेंज: 4 किलोमीटर
  • फायर रेट: 3 हजार राउंड प्रति मिनट
  • डिटेक्शन : हर मौसम में टारगेट ढूंढने और हमला करने में सक्षम
  • फायर कंट्रोल: इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल फायर कंट्रोल सिस्टम (EOFCS).ये सिस्टम टारगोट ढूंढने के लिए ऑप्टकल और थर्मल (गर्मी) सेंसर्स का इस्तेमाल करता है.
  • लेजर रेंजफाइंडर: ये सिस्टम लेजर का इस्तेमाल कर टारगेट की सटीक दूरी बताता है.

(यह भी पढ़ें: DRDO का IADWS टेस्ट सफल, दुश्मन के ड्रोन से लेकर मिसाइल तक हवा में ही तबाह हो जाएंगे)

7 से 10 मई तक चले ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, सेना के एयर डिफेंस सिस्टम्स ने जम्मू-कश्मीर और पंजाब में आम लोगों और धार्मिक स्थलों पर ड्रोन, रॉकेट, तोप और मोर्टार हमलों सहित पाकिस्तानी हवाई खतरों को बेअसर करने में निर्णायक भूमिका निभाई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण के दौरान देश को एक उन्नत एयर डिफेंस प्रदान करने के लिए मिशन सुदर्शन चक्र की घोषणा की थी. यह सिस्टम कई लेयर वाला एक कवच होगा और 2035 तक ये पूरी तरह तैयार हो जाएगा. भारत का प्रोजेक्ट कुशा, आकाश एयर डिफेंस, डायरेक्ट एनर्जी वेपन के अलावा अब AK-630 इसी मिशन का हिस्सा है.

वीडियो: DGMO ने एयर डिफेंस सिस्टम को ऑस्ट्रेलियाई बॉलर के उदाहरण से ऐसे समझाया

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