UP के अलीगढ़ में मंदिरों की दीवारों पर लिखा ‘I Love Muhammad’, भारी पुलिस बल तैनात
Aligarh Police ने ‘I Love Muhammad’ विवाद पर कहा कि इस मामले में जमीन विवाद का एंगल भी सामने आया है. शुरुआती जांच में पता चला है कि कुछ लोगों के बीच पुराना जमीन विवाद चल रहा था.

उत्तर प्रदेश में एक बार फिर 'I Love Muhammad' को लेकर तनाव पैदा हो गया है. शनिवार, 25 अक्टूबर को अलीगढ़ जिले के भगवानपुर और बुलकीगढ़ गांवों में पांच मंदिरों की दीवारों पर किसी ने ‘I Love Muhammad’ लिख दिया. ये देखकर गांव वाले भड़क गए और उन्होंने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी. मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया.
आजतक ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि जैसे ही घटना की खबर मिली, सीनियर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए. फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की टीम दीवारों पर लिखावट के सैंपल ले जाकर लैब में टेस्ट करेगी. आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) नीरज कुमार जादौन ने बताया कि जांच के बाद पुलिस ने मुस्तकीम, गुल मोहम्मद, सुलेमान, सोनू, अल्लाबख्श, हामिद और यूसुफ समेत आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. इन पर धार्मिक भावनाएं भड़काने और शांति भंग करने के आरोप में FIR दर्ज की गई है. SSP ने कहा कि जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा.
मामला थाना लोधा थाना क्षेत्र का है. पांच मंदिरों की दीवारों पर ‘I Love Muhammad’ लिखने के आरोप पर SSP नीरज कुमार जादौन ने बताया कि केवल चार मंदिरों पर ऐसे मामले मिले हैं. उन्होंने कहा,
"ग्राम बुलकगढ़ी और ग्राम भगवानपुर के सभी देवस्थलों का निरीक्षण किया गया, 4 देवस्थलों पर लिखे धार्मिक स्लोगन को हटवा दिया गया है, गांव वालों से भी बात की गई है, गांव में पहले का एक विवाद भी संज्ञान में आया है, सभी पहलुओं पर गहनता से जाच की जा रही है, प्रकरण में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है, घटना में शामिल आरोपियों के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्यवाही करने के आदेश दिए गए हैं."

पुलिस ने यह भी कहा कि इस मामले में जमीन विवाद का एंगल भी सामने आया है. शुरुआती जांच में पता चला है कि कुछ लोगों के बीच पुराना जमीन विवाद चल रहा था. इस बीच, करणी सेना के अखिल भारतीय उपाध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह चौहान ने स्थानीय पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
ज्ञानेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि पुलिस ने शुरुआत में लापरवाही दिखाई और असली दोषियों की जगह शिकायत करने वाले गांव वालों को ही पकड़ लिया. उनका यह भी कहना है कि कुछ पुलिस वालों ने मंदिरों की दीवारों से नारे मिटाने की कोशिश की, ताकि मामला शांत हो जाए.
चौहान ने कहा कि अगर पुलिस ने समय पर कार्रवाई की होती, तो हालात इतने नहीं बिगड़ते. उन्होंने मंदिरों पर ऐसे शब्द लिखने को सीधे आस्था पर हमला बताया. पुलिस के मुताबिक, फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन एहतियात के तौर पर दोनों गांवों में अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है और पुलिस को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं.
यह घटना कानपुर की उस घटना की याद दिलाती है जब इसी तरह ‘I Love Muhammad’ के पोस्टर ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के मौके पर लगाए गए थे. कानपुर का यह विवाद 5 सितंबर 2025 को सामने आया था. उस समय भी माहौल बिगड़ा था और कई लोगों पर केस दर्ज किया गया था.
पुलिस को आशंका है कि कुछ शरारती तत्व जानबूझकर सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. SSP ने दोहराया कि किसी भी धर्म की भावनाएं आहत करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, फिर चाहे वो किसी भी धर्म को मानने वाला ही क्यों ना हो.
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