'ASI संदीप बोले थे IPS पूरन केस की असलियत वो नहीं, जो दिख रही', दोस्त ने बताई एक-एक बात
ASI Sandeep Lather के एक दोस्त ने बताया कि संदीप ने उन्हें पहले कई बार IG पूरन कुमार के सुसाइड के बारे में बताया था. बोले थे यह मामला उसे परेशान कर रहा है. दोस्त ने कई और अहम बातें भी बताई हैं.

हरियाणा के रोहतक साइबर सेल में तैनात ASI संदीप कुमार लाठर (ASI Sandeep Lather) के सुसाइड केस में एक बड़ा अपडेट सामने आया है. उनके दोस्त ने सुसाइड वाले दिन की अहम जानकारी साझा की है. दोस्त का कहना है कि वे रोजाना की तरह उस दिन चाय पर संदीप से मिले थे. दिलचस्प बात यह है कि चर्चा का विषय था, IPS पूरन कुमार का सुसाइड. इसी दौरान अचानक संदीप को एक फोन आया. कुछ देर बाद वहां से यह कहकर निकल गए कि उन्हें वापस ऑफिस जाना है. लेकिन बाद में खबर आई कि संदीप ने अपनी जान दे दी है.
ASI संदीप के दोस्त ने और क्या बताया?इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, संदीप के दोस्त संजय देसवाल समेत कुल 4-5 दोस्त चाय की दुकान पर मौजूद थे. यह रोजाना चाय की दुकान पर होने वाली बैठक थी. 14 अक्टूबर को हुई इस बैठक में चर्चा का टॉपिक था कि IPS पूरन कुमार की मौत को कैसे हैंडल किया जा रहा है. बता दें कि संदीप उस जांच की टीम का हिस्सा थे, जो IPS वाई पूरन कुमार के गनमैन सुशील कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार के एक मामले की जांच कर रही है.
'जांच से खुश नहीं'संजय देसवाल ने अखबार को बताया कि उस दिन सुबह 11 बजे संदीप का उन्हें फोन आया. वह चाय की दुकान पर मिलने की बात कहने लगे. इसके बाद करीब 11:30 बजे संदीप और बाकी सभी दोस्त चाय की दुकान पर मिले. वाई पूरन कुमार के सुसाइड पर बातचीत चल रही थी. देसवाल के मुताबिक ऐसा लग रहा था कि IPS पूरन का सुसाइड उन्हें परेशान कर रहा था. वह जांच से खुश भी नहीं थे.
एक फोन कॉल के बाद सब बदलादेसवाल बताते हैं कि बातचीत के कुछ मिनट बाद संदीप को एक फोन आया. इसके बाद वह कुछ परेशान और डिस्टर्ब लगे. उनके मुताबिक संदीप ने झूठ बोला कि वह अपने ऑफिस वापस जा रहे हैं और बाइक लेकर निकल गए. उन्हें लगा कि वह साइबर सेल वापस जा रहे हैं. वह भी अपने घर लौट आए. फिर एक घंटे बाद पता चला कि संदीप नहीं रहे.
देसवाल ने यह भी बताया कि यह पहली बार नहीं था जब संदीप ने उन्हें IGP पूरन कुमार के सुसाइड के बारे में बताया था. संदीप ने सबसे पहले उन्हें शनिवार 11 अक्टूबर की शाम को फोन किया था. कहा था कि यह मामला उसे एक हफ्ते से परेशान कर रहा है. इस पर देसवाल ने संदीप से कहा कि चलो मिलकर बात करते हैं. अगले दिन रविवार 12 अक्टूबर को ड्यूटी के बाद संदीप और देसवाल मिले. देसवाल के मुताबिक संदीप ने उन्हें बताया कि असली मामला कुछ और था. लेकिन पूरन कुमार की मौत को बिल्कुल उलटे तरीके से दिखाया जा रहा था.
संदीप के साथ काम करने वालों ने क्या बताया?रोहतक पुलिस के साइबर सेल में संदीप के साथ काम करने वाले लोगों ने बताया कि उन्होंने संदीप के बारे में कभी कोई गलत बात नोटिस नहीं की. उन्होंने सुबह करीब 9 बजे ऑफिस में ड्यूटी के लिए रिपोर्ट किया था. यहां से करीब 11 किमी. दूर लाधोत गांव में उनके मामा का घर है. वह अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ वहीं रह रहे थे. संदीप खुशमिजाज और मेहनती थे.
रोहतक साइबर सेल में पोस्टेड एक सीनियर ऑफिसर ने बताया कि संदीप ने एक महीने से ज्यादा समय से कोई छुट्टी नहीं ली थी. वह इस हफ्ते और पिछले हफ्तों में सभी दिन ड्यूटी पर थे.
ASI संदीप लाठर का पोस्टमॉर्टमगुरुवार 16 अक्टूबर को संदीप का परिवार उनके पोस्टमार्टम के लिए मान गया. संदीप की बॉडी को पुलिस रोहतक PGIMS ले गई. पुलिस ने संदीप के छोड़े नोट के आधार पर आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में FIR भी दर्ज की है. गुरुवार दोपहर जींद के जुलाना में संदीप का अंतिम संस्कार होगा.
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