"सपने में कुत्ते ने मुझसे कहा...", सीएम रेखा गुप्ता पर हमला करने वाले का बयान हैरान कर देगा
Rekha Gupta Attacker: ये बातें दिल्ली पुलिस ने तीस हजारी कोर्ट में दायर 429 पेजों के अपने चार्जशीट में बताई हैं. चार्जशीट में राजेश सकारिया द्वारा जांच अधिकारी को दिया गया बयान शामिल है.

"दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला करने वाले 41 साल के राजेश सकारिया ने एक सपना देखा था. इस सपने में एक मंदिर में शिवलिंग के पास खड़े एक कुत्ते ने उससे कहा था कि दिल्ली में कुत्ते पीड़ित हैं. उससे पहले मई, 2025 में राजेश बंदरों के मुद्दे पर अयोध्या में भूख हड़ताल पर बैठ गया. फिर मंदिर के गार्डों से भिड़ गया और पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया था."
ये बातें दिल्ली पुलिस ने तीस हजारी कोर्ट में दायर 429 पेजों के अपने चार्जशीट में बताई हैं. फर्स्ट क्लास जूडिशल मजिस्ट्रेट गौरव गोयल के समक्ष ये चार्जशीट दायर की गई है. चार्जशीट में राजेश सकारिया द्वारा जांच अधिकारी को दिया गया बयान शामिल है.
राजकोट के रहने वाले राजेश सकारिया ने 20 अगस्त को एक जनसुनवाई में दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता पर हमला किया था. उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया था. उसकी मां भानु खिमजी सकारिया ने उस समय राजकोट में पत्रकारों को बताया था कि उनके बेटे को कुत्तों से प्यार है और उसे ‘मानसिक समस्याएं’ हैं. भानु खिमजी के मुताबिक, राजेश सुप्रीम कोर्ट के 11 अगस्त के फैसले से परेशान था. उसमें कोर्ट ने एनसीआर क्षेत्र के अधिकारियों को सभी आवारा कुत्तों को उठाकर स्थायी रूप से शेल्टर होम्स में रखने के निर्देश दिए थे. हालांकि बाद में इस फैसले को पलट दिया गया था.
चार्जशीट में क्या है?चार्जशीट के मुताबिक, राजेश सकारिया ने कथित तौर पर फेसबुक पर कई वीडियो देखे थे. जिनमें लोग कुत्तों से जुड़े मुद्दों पर दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे और इसके लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को जिम्मेदार ठहरा रहे थे. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, चार्जशीट में आगे राजेश सकारिया के हवाले से लिखा गया है,
“एक रात मैंने सपने में अपने मंदिर (जहां कई आवारा कुत्ते रहते हैं) में एक कुत्ते को शिवलिंग के पास खड़ा देखा. उसने बताया कि दिल्ली में कुत्तों को बहुत तकलीफ हो रही है. फिर मैंने अपनी पत्नी और बापू नाम के एक दोस्त से कहा- ”मैं दिल्ली जाकर भूख हड़ताल पर बैठूंगा, और अगर कोई मुझे पिछली बार की तरह रोकेगा, तो मैं उसे मार डालूंगा, चाहे वह कोई भी हो.""
इसके बाद वो दिल्ली जाने के बारे में ‘महाकाल का आदेश’ लेने उज्जैन गया था. चार्जशीट के मुताबिक, उसने अपने बयान में कहा- "मैंने दो पर्चियां बनाईं, एक पर 'हां' और दूसरी पर 'ना' लिखा. मैंने दोनों पर्चियां महाकाल को अर्पित कीं और एक चुन ली. जब मैंने उसे खोला, तो उसमें 'हां' लिखा था, जो मेरे लिए महाकाल का आदेश था कि मैं दिल्ली जाऊं और भूख हड़ताल पर बैठूं."
चार्जशीट में कहा गया कि राजेश की पत्नी ने उसे दिल्ली आने के लिए पैसे देने से इनकार कर दिया. लेकिन उसके दोस्त और सह-आरोपी तहसीन रजा ने उसे 2,000 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए. सकारिया ने पुलिस को बताया कि उसने मुख्यमंत्री से मिलने का अनुरोध किया और उसे जन सुनवाई की पर्ची मिली. वो मेट्रो से कश्मीरी गेट पहुंचा, जहां उसने एक फल बेचने वाले के ठेले से फल काटने वाला चाकू उठाया और दिल्ली गुजराती समाज धर्मशाला में अपने लिए बिस्तर ले लिया. 20 अगस्त की सुबह मुख्यमंत्री की सभा के लिए पुलिस की तैनाती देखकर, उसने चाकू पास के एक खाली प्लॉट में फेंक दिया और जन सुनवाई सदन में घुस गया.
स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर प्रदीप राणा ने अदालत को बताया कि पुलिस ने एक ‘गहरी साजिश’ का पर्दाफाश किया है. जो ‘बताता है कि ये कृत्य पूर्व नियोजित’ था. प्रदीप राणा के मुताबिक, जांच से पता चला कि आरोपियों ने शुरू में सुप्रीम कोर्ट परिसर के अंदर ‘कुछ शरारत करने’ की कोशिश की थी. लेकिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था देखकर उन्होंने अपनी योजना छोड़ दी. चार्जशीट में आगे कहा गया,
“सुबह करीब 8.45 बजे आरोपी राजेशभाई को मौका मिला. उसने मुख्यमंत्री से कहा कि दिल्ली में कुत्तों पर प्रतिबंध लगाना गलत है और... "अब आपको इसके परिणाम भुगतने होंगे.” ...उसने उन्हें जोर से थप्पड़ मारे, उनके बाल पकड़े, उन्हें जमीन पर गिराया, और... दोनों हाथों से पूरी ताकत से उनकी गर्दन दबाई, बार-बार चिल्लाते हुए कि वो उन्हें जिंदा नहीं छोड़ेगा."
चार्जशीट के मुताबिक, अगर आरोपी ने रेखा गुप्ता का गला कुछ सेकंड और दबाया होता और PSO ने तुरंत कार्रवाई नहीं की होती, तो उनकी हत्या हो सकती थी.
वीडियो: दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता पर हमला करने वाला डॉग लवर निकला, हमलावर की मां ने क्या बताया?


