The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • India
  • Cognizant monitor employees laptops will be watched and termed idle after 5 mins of break

इस कंपनी ने ऐसा जुगाड़ लगाया कि कर्मचारी गलती से भी 'कामचोरी' नहीं कर पाएंगे

अगर किसी कर्मचारी का कीबोर्ड या माउस 5 मिनट से ज्यादा समय तक बंद रहता है, तो उसे ‘आलसी’ मान लिया जाएगा. Cognizant इसके लिए ProHance जैसे टूल्स का इस्तेमाल कर रहा है.

Advertisement
Cognizant monitor employees laptops will be watched and termed idle after 5 mins of break
कॉग्निजेंट ने अपने कर्मचारियों पर नजर रखना शुरू कर दिया है. (फोटो: बिजनेस टुडे/AI)
pic
अर्पित कटियार
18 नवंबर 2025 (Published: 01:50 PM IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

IT कंपनी कॉग्निजेंट (Cognizant) ने कथित तौर पर अपने कर्मचारियों पर नजर रखना शुरू कर दिया है. आप चाय-सुट्टा पीने गए और 5 मिनट के अंदर अपने सिस्टम पर नहीं लौटे तो आपको ‘निठल्ला’ (Idle) मान लिया जाएगा. कंपनी इसके लिए प्रोहैंस (ProHance) जैसे टूल्स का इस्तेमाल कर रही है. यह सॉफ्टवेयर माउस और कीबोर्ड के इस्तेमाल पर नजर रखता है.

मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर किसी कर्मचारी का कीबोर्ड या माउस 300 सेकंड (5 मिनट) से ज्यादा वक्त तक ‘निष्क्रिय’ यानी बंद रहता है, तो उसे ‘आलसी’ (Idle) मान लिया जाएगा. इसके अलावा, अगर किसी कर्मचारी का पीसी या लैपटॉप 15 मिनट तक इनएक्टिव रहता है, तो उसे ‘सिस्टम से बाहर की एक्टिविटी’ में बिजी मान लिया जाएगा. रिपोर्ट के मुताबिक, नए मॉनिटरिंग सिस्टम का रोलआउट हर टीम के लिए अलग-अलग होगा.

कंपनी ने क्या कहा?

इतनी कड़ी ट्रैकिंग से लोगों को डर है कि इसका इस्तेमाल कर्मचारियों के प्रदर्शन को आंकने के लिए किया जा सकता है. लेकिन कॉग्निजेंट ने साफ कहा है कि ऐसा नहीं होगा. कंपनी का कहना है कि वह सिर्फ यह समझना चाहती है कि कामकाज में कहां कमी या धीमापन है. मिंट ने कॉग्निजेंट के एक अधिकारी के हवाले से लिखा,

वे कभी-कभी ग्राहकों के कहने पर कुछ खास प्रोजेक्ट्स में प्रोडक्टिविटी मापने वाले टूल्स इस्तेमाल करते हैं. इसका मकसद सिर्फ यह जानना होता है कि प्रक्रिया में कौन-से कदम ज्यादा समय ले रहे हैं और कहां सुधार की जरूरत है.

बताते चलें कि कॉग्निजेंट अकेली कंपनी नहीं है जो कर्मचारियों की एक्टिविटी पर नजर रखने के लिए ProHance जैसे टूल का इस्तेमाल करती है. विप्रो (Wipro) जैसी कंपनियां भी इस टूल का इस्तेमाल करती हैं.

ये भी पढ़ें: HR ने गलती से सबको भेज दिया टर्मिनेशन लेटर, CEO तक को नहीं छोड़ा

कर्मचारियों की सहमति जरूरी

कॉग्निजेंट का दावा है कि जब तक कर्मचारी ProHance टूल के लिए सहमति नहीं दे देते, तब तक उन्हें ट्रैक नहीं किया जाएगा. हालांकि, कुछ अधिकारियों ने दावा किया है कि ProHance सीखने का कोर्स एक ट्रेनिंग कोर्स का हिस्सा है. इस टूल के कई चीजें और पता चलेगी. मसलन आपने कुल कितने घंटे काम किया, आपने एक काम को करने में कितना वक्त बिताया और आपने किसी एप्लिकेशन में कितने समय तक लॉगिन रहे.

कंपनी के एक कर्मचारी ने मिंट को बताया, “हमें एक जरूरी कोर्स मिला, जिसमें यूजर्स की मंजूरी भी शामिल है. कोर्स पूरा करने के लिए हमें 'I Agree' (मैं सहमत हूं) पर क्लिक करना पड़ा.”

वीडियो: एक्सेंचर कंपनी ने अपने 1 बिलियन डॉलर बचाने के लिए हज़ारों लोगों को नौकरी से निकाला

Advertisement

Advertisement

()