भोपाल मॉडल डेथ: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुशी की मौत की असल वजह पता चल गई
Bhopal Khushi Ahirwar Death: पुलिस ने खुशी अहिरवार के विसरा को जांच के लिए भेजा है. इससे उनकी मौत की असली वजह पता चलेगी. खुशी के परिवार ने उनके प्रेमी कासिम अहमद पर उनकी हत्या करने का आरोप लगाया है.

भोपाल की 21 साल की मॉडल खुशी अहिरवार की संदिग्ध मौत को लेकर नया मोड़ आया है. मंगलवार, 11 नवंबर की शाम को पुलिस को उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिली. इसमें खुलासा हुआ है कि खुशी प्रेग्नेंट थीं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, फैलोपियन ट्यूब फटने से खुशी को इंटर्नल ब्लीडिंग हुई, जिससे उनकी मौत हो गई. हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह साफ नहीं है कि फैलोपियन ट्यूब किसी कॉम्प्लिकेशन की वजह से फटी या मारपीट की वजह से ऐसा हुआ.
इंडिया टुडे से जुड़े रवीश पाल सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर बाहरी चोट के कोई निशान नहीं पाए गए हैं. जबकि खुशी के परिवार ने उनके प्रेमी कासिम अहमद पर बेरहमी से पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया है.
खुशी की बहन ने कहा था,
"उसके कंधे, गर्दन और चेहरे पर चोटें हैं. कासिम ने मेरी बहन पर हमला किया और इसी वजह से उसकी मौत हो गई."
लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बाहरी चोटों का जिक्र नहीं है. फिलहाल मृतक युवती के विसरा को पुलिस ने जांच के लिए भेजा है. इससे पता चलेगा कि फैलोपियन ट्यूब फटने का असली कारण क्या था.
इससे पहले पुलिस ने बताया था कि कासिम ने बयान दिया कि वे दोनों उज्जैन से भोपाल बस से यात्रा कर रहे थे, तभी फंदा टोल प्लाजा के पास खुशी अचानक बेहोश हो गई. एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने इंडिया टुडे को बताया,
"कासिम ने दावा किया है कि उसने खुशी को उठाने की कोशिश की. लेकिन वो ठंडी और बेहोश थी. फिर वो बस कंडक्टर के साथ उसे ऑटो में चिरायु अस्पताल ले गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया."
खुशी के परिवार ने कासिम पर मारपीट और हत्या का आरोप लगाया है. वहीं, पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. कासिम खुशी के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहा था.
पुलिस ने बताया कि मॉडलिंग से पहले खुशी एक बैंक में काम करती थीं. वे सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव थीं. उनके इंस्टाग्राम अकाउंट 'डायमंड गर्ल' के 12,000 से ज्यादा फॉलोअर्स हैं, जहां वे अपनी मॉडलिंग असाइनमेंट की तस्वीरें और वीडियो पोस्ट करती थीं. खुशी का शव उनके परिवार को सौंप दिया गया. परिजन उनके शव को अंतिम संस्कार के लिए सागर जिले में पैतृक गांव ले गए.
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