पुलिस ने नहीं मांगी अनंत सिंह की रिमांड, दुलारचंद यादव मर्डर केस में 14 दिन की न्यायिक हिरासत
2025 में Anant Singh की दूसरी जेल यात्रा है. इससे पहले वे इसी साल जनवरी में Beur Jail गए थे. तब अनंत सिंह के समर्थकों और Mokama के कुख्यात अपराधी सोनू-मोनू गैंग के बीच गोलीबारी हुई थी. इसी केस में उन्हें जेल भेजा गया था.

पूर्व विधायक और मोकामा से जनता दल यूनाइटेड (JDU) के उम्मीदवार अनंत सिंह एक बार फिर जेल पहुंच गए हैं. रविवार, 2 नवंबर को अनंत सिंह की जन सुराज पार्टी समर्थक दुलारचंद यादव मर्डर केस के गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उन्हें पटना की सिविल कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
30 अक्टूबर को हुई दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में उनके पोते ने अनंत सिंह समेत 5 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है. इंडिया टुडे से जुड़े शशि भूषण कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक, 14 दिन की न्यायिक हिरासत के आदेश के बाद अनंत सिंह को बेऊर जेल ले जाया गया. JDU प्रत्याशी अनंत सिंह के वकील नवीन कुमार ने मीडिया को बताया,
"यह एक कानूनी प्रक्रिया है. उन्हें इसलिए गिरफ्तार किया गया है क्योंकि उनका नाम FIR में है. अनंत सिंह समेत तीन लोगों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. पुलिस ने कोई रिमांड नहीं मांगी."
दुलारचंद यादव मर्डर केस में शनिवार, 1 नवंबर की देर रात पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) कार्तिकेय के शर्मा के नेतृत्व में पुलिस ने बाढ़ से अनंत सिंह, मणिकांत ठाकुर और रणजीत राम को गिरफ्तार किया.
2025 में यह उनकी दूसरी जेल यात्रा है. इससे पहले वे इसी साल जनवरी में बेऊर जेल गए थे. 22 जनवरी को अनंत सिंह के समर्थकों और मोकामा के कुख्यात अपराधी सोनू-मोनू गैंग के बीच भिड़ंत हुई थी. दोनों पक्षों के बीच लगभग 70 राउंड फायरिंग हुई. इस केस में कोर्ट ने अनंत सिंह को जेल भेजा था. बाद में जमानत मिलने पर अनंत सिंह अगस्त में जेल से बाहर आ गए.
अब जब अनंत सिंह दोबारा जेल गए हैं, तो उनकी पत्नी नीलम देवी संभवत: एक बार फिर मोकामा की राजनीति में अनंत की तरफ से बैटिंग करेंगी. अनंत सिंह के जेल में रहने पर नीलम ने पहले भी उनकी राजनीतिक और आर्थिक विरासत को बखूबी संभाला है.
2022 में जब अनंत को एके-47 मामले में 10 साल की सजा हुई, तो उनकी विधायकी चली गई. वे मोकामा से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक थे. अनंत सजा काटने जेल गए, तो उनकी पत्नी नीलम देवी ने RJD के टिकट पर विधायकी का उपचुनाव लड़ा. 'छोटे सरकार' तो जेल में थे, लेकिन फिर भी नीलम ने विपक्षी सूरमाओं को हराते हुए मोकामा सीट जीत ली.
2024 में पटना हाई कोर्ट ने अनंत सिंह को बरी कर दिया. फिर 16 अगस्त 2024 को अनंत जेल से छूटकर आ बाहर आ गए. लेकिन जैसा पहले बताया, 2025 की जनवरी में अनंत फिर जेल चले गए. अगस्त 2025 में जेल से बाहर निकले तो अब फिर जेल पहुंच गए.
चार बार के विधायक अनंत सिंह मोकामा से JDU उम्मीदवार हैं. लेकिन उनके जेल जाने के बाद चुनाव प्रचार के लिए नीलम फिर 'ड्राइविंग सीट' पर बैठी नजर आ सकती हैं. यह बात अलग है कि जेल से रिहा होने पर अनंत ने अपनी मौजूदा विथायक पत्नी को फिर से चुनाव लड़ाने के बजाय खुद 2025 विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया था.
वीडियो: अनंत सिंह, सूरजभान... दुलारचंद यादव की हत्या के बाद मोकामा की जनता क्या बोली?



