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डॉक्टर निकला आतंकी! लॉकर में मिली असॉल्ट राइफल, फरीदाबाद में विस्फोटक का जखीरा

Jammu Kashmir Police ने बताया कि इस ऑपरेशन का मकसद आतंकी सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर को खत्म करना है. गिरफ्तार हुए Doctor Adeel Ahmad Rather के लॉकर से AK-47 मिली थी. इसके अलावा दूसरे का नाम Doctor Muzammil है जिसकी निशानदेही पर Faridabad में छापेमारी हुई है.

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ak47 recovered from haryana faridabad after recovery from ex doctor of gmc anantnag jammu and kashmir police
अनंतनाग GMC के डॉक्टर के लॉकर से बरामद एके-47 (प्रतीकात्मक तस्वीर, PHOTO- X)
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कमलजीत संधू
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10 नवंबर 2025 (Updated: 10 नवंबर 2025, 12:02 PM IST)
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आतंक के खिलाफ कार्रवाई में जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu and Kashmir Police) को बड़ी कामयाबी मिली है. 8 नवंबर को खबर आई थी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, अनंतनाग के एक सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर काजीगुंड, अनंतनाग निवासी अदील अहमद राथर (Adeel Ahmad Rather) के लॉकर से पुलिस ने एक एके-47 बरामद की थी. पुलिस की पूछताछ में अदील अहमद राथर के अलावा गिरफ्तार एक और डॉक्टर पुलवामा निवासी डॉक्टर मुजामिल ने फरीदाबाद, हरियाणा से गिरफ्तार हुआ था. फरीदाबाद की छापेमारी में पुलिस को 300 किलोग्राम खतरनाक विस्फोटक (अमोनियम नाइट्रेट), असॉल्ट राइफल और भारी मात्रा में गोला-बारूद मिला है. अधिकारियों के मुताबिक, AK-47 राइफल GMC अनंतनाग में डॉ. राथर के पर्सनल लॉकर से मिली थी.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक दोनों गिरफ्तार डॉक्टर और जब्त की गई राइफल, अब श्रीनगर पुलिस की कस्टडी में हैं. पुलिस ने बताया है कि इस बरामदगी के सिलसिले में एक केस दर्ज किया गया था. FIR में आर्म्स एक्ट की धारा 7/25 और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की धारा 13, 28, 38 और 39 के तहत आरोप शामिल थे.

इस बरामदगी के बाद जम्मू और कश्मीर के डॉक्टरों का एक ग्रुप भी शक के घेरे में आ गया है, क्योंकि सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि उनके संबंध जैश-ए-मोहम्मद और गज़वत-उल-हिंद जैसे आतंकी संगठनों से हैं. पुलिस सूत्रों ने बताया कि यूनियन टेरिटरी के बाहर हथियार और विस्फोटक की तस्करी और स्टोरेज के लिए जिम्मेदार नेटवर्क का पता लगाने के लिए टीमें काम कर रही हैं, इसलिए और भी बरामदगी और गिरफ्तारियां होने की संभावना है.

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कश्मीर से गिरफ्तार डॉक्टर अदील अहमद राथर (PHOTO-India Today)
जम्मू-कश्मीर में आतंक पर क्रैकडाउन जारी

बीते कई दिनों से जम्मू-कश्मीर पुलिस आतंकियों के सपोर्ट नेटवर्क को खत्म करने के ऑपरेशन चला रही है. इसके तहत पूरे इलाके में छापे मारे जा रहे हैं. घाटी में अब तक 100 से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. पुलिस ने बताया कि ये छापे उन लोगों पर मारे गए जिन पर आतंकियों का सपोर्टर होने या किसी भी तरह से उनकी मदद करने का आरोप है. इनमें पाकिस्तान या पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से ऑपरेट करने वाले आतंकियों के रिश्तेदारों और आतंकी गुटों के पूर्व ओवरग्राउंड वर्कर्स शामिल हैं.

ये क्रैकडाउन इतने बड़े स्तर का है कि पुलिस से जुड़े लोग भी जांच के दायरे में शामिल हैं. कठुआ जिले में दो स्पेशल पुलिस ऑफिसर (SPO) को नौकरी से निकाल दिया गया. दोनों पर आतंकियों की मदद करने का आरोप था. इसके अलावा जम्मू के रामबन, डोडा और राजौरी जिलों में भी छापे मारे गए हैं. किश्तवाड़ में, पुलिस ने सिम कार्ड बेचने वालों की दुकानों पर भी जांच की है. अधिकारियों ने बताया कि वे देश विरोधी तत्वों को सिम कार्ड की सप्लाई की जांच कर रहे थे.

आतंकियों के घर पर छापा

साउथ कश्मीर के अनंतनाग में, पुलिस ने पाकिस्तान में रहने वाले आतंकवादियों के घरों पर छापा मारा है. इसमें हिजबुल मुजाहिदीन के टॉप कमांडर गुलाम नबी खान उर्फ ​​आमिर खान का घर भी शामिल है. इस मामले पर पुलिस ने एक ऑफिशियल बयान जारी करते हुए कहा,

खुफिया जानकारी के आधार पर, पुलिस ने सुरक्षा एजेंसियों की मदद से, अलग-अलग जगहों पर कोऑर्डिनेटेड घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया. इन जगहों पर OGWs (Overground Workers) और JKNOPs (J&K Nationals Operating From Pakistan/Pok) पर आतंकवादी तत्वों को पनाह देने और मदद करने का शक था.

बयान में कहा गया कि इस ऑपरेशन का मकसद आतंकी सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर को खत्म करना है. इसमें एक्टिव आतंकवादियों और सीमा पार रह रहे उनके हैंडलर्स को लॉजिस्टिकल, फाइनेंशियल और वैचारिक मदद देने वाले नेटवर्क शामिल हैं. पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान, उन्होंने डिजिटल डिवाइस और आतंकवादियों को लॉजिस्टिकल मदद देने के लिए इस्तेमाल होने वाली दूसरी चीजों की तलाशी ली है.

वीडियो: तारीख: 'आतंकियों के लिए मौत का दूसरा नाम' राष्ट्रीय राइफल्स का इतिहास जान लीजिए

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