अफगानिस्तान के भूकंप में 800 घर उजड़ गए, भारत ने तुरंत किया संपर्क, 15 टन खाना भेजा है
Afghanistan में आए Earthquake का केंद्र खुल्म शहर से 22 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम में था. यह रात 12:59 बजे 28 किलोमीटर की गहराई पर आया था. भूकंप से ऐतिहासिक ‘Blue Mosque’ की दीवारों से भी कुछ ईंटें गिर गई हैं.

अफगानिस्तान में 3 नवंबर 2025 को लोगों की नींद भी न खुली थी कि भूकंप ने दस्तक दे दिया. सोमवार को तड़के सुबह आए 6.3 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 20 लोगों की जान चली गई. तकरीबन 500 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है. इस प्राकृतिक आपदा के तुरंत बाद भारत सरकार ने अफगानिस्तान पर राज कर रहे तालिबान सरकार से संपर्क किया. पड़ोसी देश को भारत ने खाना और दवाइयां भी भेजी हैं.
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी को फोन कर संवेदना व्यक्त की. उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा,
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी को फोन करके बल्ख, समांगन और बघलान प्रांतों में आए भूकंप में जानमाल के नुकसान पर संवेदना व्यक्त की. भूकंप से प्रभावित लोगों के लिए भारतीय राहत सामग्री सौंपी जा रही है. दवाओं की और सप्लाई भी जल्द ही पहुंचेगी.
इंडियन एक्सप्रेस के सूत्रों के मुताबिक पहली खेप में भारत ने प्रभावित लोगों के लिए 15 टन खाना भेजा है. इसमें तकरीबन 50 पैकेट थे. हर पैकेट में 100 किलो आटा, 50 किलो चावल, 30 लीटर खाना पकाने का तेल, 28 किलो चीनी और नमक, 14 किलो दाल, बीन्स और मटर, 4 किलो चाय, 30 साबुन और 4 लीटर डिशवॉशर साबुन था.
800 से अधिक घर तबाहइस भूकंप का केंद्र खुल्म शहर से 22 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम में था. यह रात 12:59 बजे 28 किलोमीटर की गहराई पर आया था. अफगान पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्री के प्रवक्ता शराफत जमान ने बताया कि बल्ख और समांगन प्रांतों के अस्पतालों में 20 शव लाए गए हैं. उन्होंने बताया कि बचाव दल मौके पर है और आंकड़े बदल रहे हैं. बदख्शां प्रांत में प्रोविंशियल पुलिस हेडक्वार्टर के प्रवक्ता एहसानुल्लाह कामगार ने बताया कि शहर-ए-बोजोर्ग जिले के एक गांव में भूकंप से 800 घर तबाह हो गए हैं. दूरदराज के इस इलाके में इंटरनेट न होने के कारण अभी भी मृतकों की सही संख्या पता नहीं चल पाई है.
एपी की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तरी बल्ख प्रांत की राजधानी मजार-ए-शरीफ मौजूद ऐतिहासिक ‘ब्लू मस्जिद’ को भी नुकसान पहुंचा है. सोशल मीडिया पर सामने आए फुटेज में दिख रहा है कि ऐतिहासिक मस्जिद की कुछ ईंटें गिर गई हैं. यह सदियों पुरानी मस्जिद, अफगानिस्तान के सबसे पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है.
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में रक्षा मंत्रालय ने बताया कि राहत और बचाव टीमें बल्ख और समांगन पहुंच गई हैं. ये वो जगहें हैं, जहां सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. तालिबान सरकार के मुख्य प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि सरकारी संगठन प्रभावित लोगों को जरूरी मदद पहुंचाने के लिए काम कर रहे हैं.
वीडियो: दुनियादारी: अफगानिस्तान में भूकंप के बाद कैसे हालात हैं?


